शानदार पर्यटन स्थल बन चुका है प्रधानमंत्री का पैतृक गांव वडनगर, पीएम खुद करते हैं विकास कार्यों की मॉनिटरिंग
गुजरात सहित देश के हर चुनाव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भाजपा का चेहरा होते हैं। वडनगर में भी लोग उनकी विकासवादी सोच उनकी स्वच्छ छवि और कार्यशैली से प्रभावित होकर वोट करते हैं। गांव का विकास पीएम मोदी की प्राथमिकता रही है।

राज्य ब्यूरो, वडनगर: गुजरात के मेहसाणा जिले का वडनगर गांव एक दशक पहले राज्य के मुख्यमंत्री के पैतृक गांव के नाम से जाना जाता था, लेकिन आज प्रधानमंत्री का पैतृक गांव तो है ही साथ ही ढाई हजार साल पुरानी संस्कृति, नगरीय सभ्यता एवं संगीत की दुनिया में दो अद्भुत बहन ताना और रीरी के नाम से भी पहचान बना चुका है। एक तरह से अब यह पर्यटन स्थल का रूप ले चुका है। हजारों लोग अब इसे इसी रूप में देखने के लिए आते हैं।
हर चुनाव में पीएम मोदी होते हैं चेहरा
गुजरात सहित देश के हर चुनाव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भाजपा का चेहरा होते हैं। वडनगर में भी लोग उनकी विकासवादी सोच, उनकी स्वच्छ छवि और कार्यशैली से प्रभावित होकर वोट करते हैं। अल्का बेन पटेल कहती हैं कि पहले भी गांव में सब कुछ था, लेकिन मोदी ने आकर ताना रीरी स्मारक, शर्मिष्ठा तालाब व बौद्ध विहार को एक नया रूप प्रदान किया है। प्रवासी भारतीय अपूर्व पटेल एवं वकील केतन जोशी बताते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी हमेशा अपने गांव वालों के संपर्क में रहते हैं। यहां उनके कई मित्र हैं। गांव का विकास उनकी प्राथमिकता रही है। प्रशासन के माध्यम से वह गांव में अच्छा विकास कार्य करा रहे हैं।
सामान्य गांव ही था वडनगर
कुछ साल पहले तक वडनगर एक सामान्य गांव था, लेकिन अब एक शानदार पर्यटन स्थल बन गया है। इसमें आलीशान रेलवे स्टेशन शामिल है। गांव का शर्मिष्ठा तालाब अब विकास का पर्याय बन गया है। साबरमती रिवर फ्रंट की तरह इस तालाब के चारों ओर फुट ओवर ब्रिज व एक टापू भी बनाया गया है। तालाब में चलती मोटर बोट एक सुखद अहसास कराती है। टावर बिल्डिंग में थ्रीडी शो के जरिये गांव का इतिहास बताया जाता है।
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