Navsari News : पहले चप्पल... अब पत्थर से जज पर किया हमला, पुलिस की कार्यप्रणाली पर उठे सवाल
Gujarat Navsari News गुजरात के नवसारी जिला एवं सत्र न्यायालय में महिला जज एआर देसाई पर पत्थर से हमला करने का मामला सामने आया है। आरोपी जेल से जेब में एक पत्थर लेकर आया था। इस घटना के बाद पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं।

नवसारी (गुजरात), आनलाइन डेस्क। नवसारी की अतिरिक्त जिला न्यायाधीश आर आर देसाई शुक्रवार को उस समय बाल-बाल बच गईं, जब एक आरोपी ने अदालत कक्ष में एक मामले की सुनवाई के दौरान उन पर पत्थर से हमला कर दिया। नवसारी जिला बार एसोसिएशन ने हमले की निंदा करते हुए जांच की मांग की है।
आरोपी को सुबह साढ़े 11 बजे अदालत में किया गया पेश
मिली जानकारी के अनुसार, वर्ष 2019 में नवसारी के काबिलपुर में मारपीट व हत्या के प्रयास के अपराध के आरोपित धर्मेश राठौड़ उर्फ कालिया को आज यानी शुक्रवार को जिला एवं सत्र न्यायालय में अतिरिक्त तृतीय जिला सत्र न्यायाधीश आर. आर देसाई की अदालत में सुबह साढ़े 11 बजे पेश किया गया। इस दौरान आरोपी ने अपनी जेब से एक पत्थर निकाला और जज पर फेंक दिया।
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पुलिस की लापरवाही आई सामने
हालांकि, पत्थर जज के पीछे की दीवार पर जा लगा, जिससे जज को चोट नहीं आई। इस पूरे घटनाक्रम में पुलिस की लापरवाही सामने आई है। आरोपी को न्यायालय में पेश करने से पहले उसकी तलाशी नहीं ली गई थी।
पहले भी जज पर कर चुका है हमला
बता दें, आरोपी धर्मेश राठौर पहले भी जज पर हमला कर चुका है। धर्मेश राठौड़ इससे पहले निचली अदालत के जज एमए शेख पर एक चप्पल फेंकी थी। हालांकि, उस वक्त भी आरोपी के हमले में जज बच गए थे।
पुलिस ने आरोपी को पकड़ा
अधिवक्ता प्रतापसिंह महिदा ने स्थानीय मीडिया को बताया कि यह घटना अतिरिक्त जिला न्यायाधीश आरआर देसाई की अदालत में हुई। आरोपी धर्मेश राठौड़ ने महिला जज पर पत्थर फेंका, जो बाल-बाल बच गईं। ड्यूटी पर मौजूद पुलिस ने तुरंत आरोपी को पकड़ लिया और उसे अदालत कक्ष से बाहर ले गई। आरोपी जेल परिसर से पत्थर लेकर गया था।
पुलिस ने नहीं उठाया एहतियाती कदम
महिदा ने कहा कि इस आरोपी का जजों पर हमला करने का इतिहास रहा है। फिर भी पुलिस (जापता पुलिस) द्वारा कोई एहतियाती कदम नहीं उठाया गया। बीते दिनों आरोपी ने जज पर जूता फेंका था। बार एसोसिएशन पुलिस की भूमिका की जांच की मांग कर रहा है कि क्या उनके पास कोई पूर्व सूचना थी और आरोपी को अदालत में पेश करने से पहले उसकी शारीरिक तलाशी क्यों नहीं ली गई।
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