Gujarat: देश का पहला सौर ऊर्जा संचालित गांव बनेगा मोढेरा, पीएम मोदी करेंगे घोषणा
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narender Modi) 9 अक्टूबर को गुजरात पर आ रहे हैं यहां आकर पीएम मोदी गांव मोढेरा (Modhera Village) को देश का पहला चौबीसों घंटे BESS सौर ऊर्जा से संचालित गांव के रूप में घोषित करेंगे।
अहमदाबाद, एजेंसी। गुजरात का मोढेरा (Modhera Village) देश का पहला 24×7 सौर ऊर्जा से चलने गांव बनने जा रहा है। समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक 9 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narender Modi) गुजरात के दौरे पर आएंगे और मोढेरा को चौबीसों घंटे BESS सौर ऊर्जा से संचालित गांव के रूप में घोषित करेंगे।
राज्य के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल (CM Bhupender Patel) ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि एक बार फिर से गुजरात ने स्वच्छ व हरित ऊर्जा पैदा करने के पीएम मोदी के दृष्टिकोण को पूरा करने में महत्वपूर्ण उपलब्धि को हासिल किया है।
#WATCH | Glimpses from the spectacular light and sound show at Sun Temple in Modhera, Gujarat which will begin with Prime Minister Narendra Modi's visit on 9th October. pic.twitter.com/gg08trCUmT
— ANI (@ANI) October 8, 2022
‘सोलराइजेशन ऑफ मोढेरा सन टेम्पल एंड टाउन’की पहल
राज्य के मुख्यमंत्री भूपेद्र पटेल ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी के संकल्प को पूरा करने के लिए अक्षय ऊर्जा के जरिये हम वर्ष 2030 तक देश के 50 प्रतिशत ऊर्जा आवश्यकताओं की पूर्ति कर लेंगे।
बता दें कि भारत सरकार और गुजरात सरकार मिलकर सूर्य मंदिर से मात्र 6 किमी. की दूरी पर स्थित मेहसाणा के सुजानपुरा में बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम एकीकृत सौर ऊर्जा परियोजना के जरिए मोढेरा को 24 घंटे सौर ऊर्जा से बिजली उपलब्ध कराने के लिए ‘सोलराइजेशन ऑफ मोढेरा सन टेम्पल एंड टाउन’ की पहल की है।
80.66 करोड़ रुपए हुए खर्च
गुजरात सरकार की ओर से इस परियोजना के लिए 12 हेक्टेयर भूमि का आवंटन किया है। भारत सरकार और गुजरात सरकार की ओर से इस योजना के लिए दो चरणों में संयुक्त रूप से 80.66 करोड़ रुपए का खर्चा किया गया है।
इसके पहले चरण में 69 करोड़ और दूसरे चरण में 11.66 करोड़ रुपए का खर्च आया है। मोढेरा गांव में 1300 घर हैं, हर एक घर में एक किलो वाट वाले सोलर रूफटॉप सिस्टम स्थापित किए गए हैं। सौर पैनलों के जरिए दिन में बिजली सप्लायी की जाती है। वहीं शाम को बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम्स के माध्यम से बिजली सप्लायी की जाती है।
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