गुजरात में लहराया भाजपा का परचम, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष व नेता विपक्ष का इस्तीफा
गुजरात में भाजपा ने शहरों के बाद ग्रामीण इलाके में अपनी पकड़ मजबूत करते हुए 31 जिला पंचायतों पर कब्जा जमाया जबकि तहसील पंचायत व नगरपालिका में भी प्रचंड जीत हासिल की। हार के बाद कांग्रेस अध्यक्ष व नेता विपक्ष ने इस्तीफा सौंप दिया।
जागरण संवाददाता, अहमदाबाद: गुजरात में भाजपा ने शहरों के बाद ग्रामीण इलाके में अपनी पकड़ मजबूत करते हुए 31 जिला पंचायतों पर कब्जा जमाया जबकि तहसील पंचायत व नगरपालिका में भी प्रचंड जीत हासिल की। हार के बाद कांग्रेस अध्यक्ष व नेता विपक्ष ने इस्तीफा सौंप दिया। गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि मंदी, महंगाई, बेरोजगारी जैसी समस्याओं को लेकर जनता में जो माहौल था, परिणाम वैसे नहीं आए। ईवीएम व मतदान प्रक्रिया भी शंका के दायरे में है, इसकी जांच होनी चाहिए।
वहीं, नतीजों पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पालिका, जिला पंचायत और तहसील पंचायत के चुनाव नतीजों से यह बिल्कुल स्पष्ट है कि गुजरात, भाजपा के विकास और सुशासन के एजेंडे पर दृढ़ता से कायम है। पार्टी के प्रति विश्वास और स्नेह के लिए मैं गुजरात की जनता को नमन करता हूं।
मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने 2022 के विधानसभा चुनाव में भी जीत की हुंकार भर दी। आम आदमी पार्टी ने सूरत के बाद गांवों में भी अच्छी कामयाबी हासिल की। वहीं एआइएमआइएम ने गोधरा व मोडासा में सफलता पाई। गुजरात के शहरों के बाद अब ग्रामीण इलाकों में भी कांग्रेस अपना विश्वास खो चुकी है। गुजरात की 33 में से 31 जिला पंचायतों, 231 तहसील पंचायतों और 81 नगर पालिकाओं के लिए रविवार को मतदान हुआ था। मंगलवार को मतगणना के साथ ही भाजपा लगातार बढ़त बनाती गई, कांग्रेस दूर दूर तक कहीं नजर नहीं आई। मतदान वाली सभी 31 जिला पंचायतों पर जीत हासिल करने वाली भाजपा ने 81 नगर पालिकाओं में 75 और 231 तहसील पंचायतों में 196 पर शानदार जीत हासिल की है।
वहीं कांग्रेस को चार नगर पालिकाओं और 33 तहसील पंचायतों पर सब्र करना पड़ा। दो नगर पालिकाएं अन्य के खाते में गई। भाजपा ने 31 जिला पंचायत की 980 सीटों में से 771 पर और नगर पालिका की 2720 सीटों में से 2027 पर जीत दर्ज कर प्रचंड रूप से वापसी की है। 2015 के निकाय चुनाव में भाजपा 31 में से छह जिला पंचायतों पर ही जीत दर्ज कर सकी थी। जबकि कांग्रेस को पाटीदार, ओबीसी व दलित आंदोलन के चलते 23 पर जीत हासिल हुई थी।
भाजपा अध्यक्ष बनने के बाद सी आर पाटिल व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की लगातार यह तीसरी बड़ी जीत है। नवंबर 2020 में हुए उपचुनाव में विधानसभा की आठ सीटों पर कब्जा जमाया। अहमदाबाद, सूरत, राजकोट, वडोदरा, जामनगर तथा भावनगर महानगर पालिका में जीत दर्ज करने के बाद अब भाजपा ने पंचायत व पालिका चुनाव में भी कांग्रेस का सफाया कर दिया। कांग्रेस के आठ विधायकों के पुत्र और उनके रिश्तेदार भी बुरी तरह हार गए। विधायक निरंजन पटेल खुद दो वार्ड से चुनाव लडे़ लेकिन हार गए। एक दर्जन नगर पालिकाओं में कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला जबकि करीब 20 जिला पंचायतों में कांग्रेस दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू पाई।अध्यक्ष व नेता विपक्ष का इस्तीफा
पंचायत व पालिका चुनाव में करारी हार के बाद प्रदेश अध्यक्ष अमित चावडा व नेता विपक्ष परेश धनाणी ने इस्तीफा दे दिया। खबर है कि आलाकमान ने इस्तीफा मंजूर कर लिया है। माह के अंत तक नए नेताओं का चुनाव होगा। गुजरात के सूरत में मनपा की 27 सीट जीतकर चर्चा में आई दिल्ली की आम आदमी पार्टी ने गुजरात के गांवों में भी दस्तक दी है। उधर आल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन ने गोधरा में सात व मोडासा में नौ सीटें जीतकर दम दिखाया है।
निकाय चुनाव परिणाम-2021
शाम 7 बजे तक विविध दलों की ओर से जीती गई सीटें
तहसील पंचायत [4774]
भाजपा 3322
कांग्रेस 1243
आप 31
अन्य 16
जिला पंचायत [980 ]
भाजपा 785
कांग्रेस 167
आप 02
अन्य 04
नगर पालिका [2727]
भाजपा 2063
कांग्रेस 385
आप 09
अन्य 24