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    Gujarat Election 2022: पहले चरण के मतदान में इन 10 चहरों पर सबकी निगाहें, जडेजा की पत्नी भी शामिल

    By Mahen KhannaEdited By:
    Updated: Thu, 01 Dec 2022 12:54 PM (IST)

    Gujarat Election 2022 गुजरात चुनाव के पहले चरण में 89 सीटों पर आज वोटिंग जारी है और इसमें कई बड़े नाम दांव पर है। जानें रविंद्र जडेजा की पत्नी रिवाबा जडेजा और मोरबी हादसे के नायक कांतिलाल अमृतिया समेत 10 ऐसे चहरे जो इस बार चुनावी मैदान में है...

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    क्रिकेटर रवींद्र जडेजा की पत्नी रिवाबा जडेजा।

    अहमदाबाद, आनलाइन डेस्क। गुजरात में विधानसभा चुनाव के पहले चरण की शुरुआत आज हो चुकी है और लोग बड़ी संख्या में मतदान करने पहुंचे हैं। पहले चरण में 89 सीटों पर वोटिंग हो रही है और इसमें कई बड़े नाम दांव पर है। रविंद्र जडेजा की पत्नी रिवाबा जडेजा, सात बार के विधायक कुंवरजी बावलीया, मोरबी हादसे के नायक बनकर उभरे कांतिलाल अमृतिया समेत 10 ऐसे चहरे हैं जो इस बार चुनावी मैदान में है...

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    1. रिवाबा जडेजा- सबसे ज्यादा चर्चा में जो नाम इस चरण के चुनाव में है वो है भारतीय क्रिकेटर रवींद्र जडेजा की पत्नी रिवाबा का। रिवाबा को  भाजपा ने उत्तर जामनगर सीट से टिकट दिया है। रिवाबा पहली बार चुनाव लड़ रहीं है और उनका राजनीति में पहले कोई अनुभव भी नहीं है।

  • कांतिलाल अमृतिया- मोरबी में हुए पुल हादसे के बाद भाजपा की हार तय मानी जा रही थी, लेकिन हादसे में नायक बनकर उभरे कांतिलाल अमृतिया को चुनावी मैदान में उतारकर भाजपा एकबार फिर फाइट में आ गई है। अमृतिया मोरबी शहर से पांच बार विधायक रह चुकें हैं, लेकिन उनकी 2017 में हुए चुनाव में हार हो गई थी। मोरबी हादसे के दौरान कांतिलाल अमृतिया का नाम काफी चर्चा में रहा था, ऐसा इसलिए क्योंकि उन्होंने नदी में कूदकर लोगों को बचाया था। यही कारण है कि भाजपा ने विधायक और मंत्री ब्रजेश मेरजा का टिकट काटकर उन्हें टिकट दिया।
  • गोपाल इटालिया- गुजरात चुनाव की घोषणा के बाद से जो नाम सबसे ज्यादा चर्चा में रहा वो थे गोपाल इटालिया। आप के गुजरात अध्यक्ष गोपाल इटालिया को पीएम के खिलाफ बयानबाजी के चलते कड़ी आलोचना भी झेलनी पड़ी थी। बता दें कि इटालिया को पार्टी ने सूरत की पाटीदार बहुल सीट कटारगाम से चुनावी मैदान में उतारा है।

  • कुंवरजी बावलीया-  कांग्रेस के पूर्व वरिष्ठ नेता और जस्दान सीट से 6 बार विधानसभा चुनाव जीत चुके कुंवरजी बावलीया को अब भाजपा ने चुनावी मैदान में उतारा है। बावलीया ने 2017 का चुनाव जीतने के बाद कांग्रेस को छोड़कर भाजपा को ज्वाइन कर लिया था।
  • बाबु बोखिरिया- बाबु बोखिरिया भी इस चरण के चुनाव में बड़ा नाम माने जा रहे हैं। मेर समुदाय से आने वाले बोखिरिया इससे पहले 1995, 1998, 2012, 2017 में चुनाव जीत चुके हैं। गुजरात की पोरबंदर विधानसभा सीट से भाजपा ने फिर टिकट दिया है जहां उनकामुकाबला कांग्रेस के अर्जुन मोधवडिया से होगा। 
  • परषोत्तम सोलंकी- परषोत्तम सोलंकी का गुजरात भाजपा में बड़ा कद माना जाता है। इस बात का अंदाजा इससे ही लगाया जा सकता है कि भाजपा ने उनके लिए एक परिवार एक टिकट वाले नियम को भी दरकिनार कर दिया है। पूर्व मंत्री पुरुषोत्तम सोलंकी को भाजपा ने भावनगर ग्रामीण से चुनावी मैदान में उतारा है, वो 5 बार के विधायक रह चुके हैं। सोलंकी 2012 और 2017 में भी इसी सीट से जीते थे। सोलंकी को कोली समुदाय का बड़ा नेता माना जाता है। 
  • भगवान बराड- तलाला से कांग्रेस विधायक के रुप में इस्तीफा देने वाले भगवान बराड को भाजपा ने अपनी पार्टी में शामिल होने ने एक दिन बाद ही यहां से टिकट दिया। बराड अहिर समुदाय के प्रभावशाली नेता माने जाते हैं, इसलिए ही भाजपा ने उनपर दांव खेला है। वर्ष 2007 और 2017 में उन्होनें इसी सीट से चुनाव जीता था।
  • अल्पेश कथीरिया- पाटिदार नेता हार्दिक पटेल के सहयोगी अल्पेश कथीरिया को आम आदमी पार्टी ने सूरत की पाटीदार बहुल सीट वराछा से टिकट दिया है। फिलहाल यहां से भाजपा के पूर्व नेता किशोर कनानी विधायक हैं।
  • परेश धनानी- कांग्रेस नेता परेश धनानी अमरेली से चुनावी मैदान में हैं। परेश ने बीजेपी के बड़े नेता पुरषोत्तम रुपाला को 2002 में कम उम्र में  हराकर सुर्खियां बटौरी थी।  
  • विरजी थुम्मर- अमरेली जिले के ही लाठी सीट से कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक विरजी थुम्मर भी इस चरण के चुनाव में नजर आ रहे हैं। थुम्मर को विपक्षी पार्टियों के लिए मुखर आवाजों में से एक के रूप में गिना जाता है, वे यहीं से लोकसभा चुनाव में भी जीते थे।