Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Cyclone Tej: गुजरात के तटीय इलाकों में चक्रवात 'तेज' का खतरा, 21 अक्टूबर से बदलेगा मौसम; अलर्ट जारी

    By Jagran NewsEdited By: Devshanker Chovdhary
    Updated: Fri, 20 Oct 2023 11:33 PM (IST)

    Cyclone Tej भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने शुक्रवार को कहा कि दक्षिण-पूर्व और दक्षिण-पश्चिम अरब सागर के ऊपर दबाव का एक क्षेत्र विकसित हो गया है। आईएमडी ने बताया कि इसके 21 अक्टूबर की सुबह तक चक्रवात में बदलने की आशंका है।

    Hero Image
    चक्रवात 'तेज' से गुजरात के तटीय इलाकों में खतरा। (फाइल फोटो)

    पीटीआई, अहमदाबाद। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने शुक्रवार को कहा कि दक्षिण-पूर्व और दक्षिण-पश्चिम अरब सागर के ऊपर दबाव का एक क्षेत्र विकसित हो गया है। इसके 21 अक्टूबर की सुबह तक चक्रवात में बदलने की आशंका है।

    21 अक्टूबर से बदलेगा मौसम

    आईएमडी ने बताया कि 21 अक्टूबर की सुबह से ही मौसम बदल जाएगा और गुजरात के तटीय इलाकों में चक्रवात का असर देखने को मिल सकता है। इस साल अरब सागर में यह दूसरा चक्रवात होगा। हिंद महासागर क्षेत्र में चक्रवातों के नामकरण के लिए अपनाए गए फार्मूले के अनुसार इसे 'तेज' नाम दिया गया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    यह भी पढ़ेंः Cyclone Biparjoy: अरब सागर में उठ सकता है 'तेज' चक्रवात, भारतीय मौसम विभाग रख रहा पैनी नजर

    पाकिस्तान में भी चक्रवात तेज का खतरा

    आईएमडी के अनुसार, चक्रवात 'तेज' के रविवार को गंभीर तूफान में बदलने और ओमान के दक्षिणी तटों एवं पास के यमन की ओर बढ़ने का पूर्वानुमान है। हालांकि वैश्विक पूर्वानुमान तंत्र माडल इसके अरब सागर के गहरे मध्य भागों में स्थित होने पर पुनरावृत्ति का सुझाव देते हैं, जिससे यह पाकिस्तान और गुजरात तट की ओर जा सकता है।

    भारत में इन जगहों पर दिखेगा असर

    मौसम विभाग के मुताबिक, गुजरात के तटीक इलाके और मुंबई समेत कई इलाकों में तेज हवा चलेगी और बारिश आएगी। हालांकि, मौसम विज्ञानियों ने चेताया है कि कभी-कभी चक्रवात पूर्वानुमानित पथ से भटक जाते हैं। जैसा कि चक्रवात 'बिपरजाय' के मामले में देखा गया था। 'बिपरजाय' जून में अरब सागर में बना था और शुरू में उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ने के बाद गुजरात में मांडवी और पाकिस्तान में कराची की तरफ गुजरा था।

    यह भी पढ़ेंः Odisha Weather Update: जल्‍द ओडिशा को मानसून कहने वाला है 'टाटा-बाय बाय', क्‍या अब चक्रवाती तूफान देगा दस्‍तक