Gujarat: गांधी-सरदार के नाम पर राजनीतिक सूखा मिटाने की तैयारी में कांग्रेस, गुजरात में 63 साल बाद हो रहा अधिवेशन
63 साल बाद गुजरात में कांग्रेस का राष्ट्रीय अधिवेशन अहमदाबाद में हो रहा है। पार्टी ने गांधी और सरदार पटेल की विचारधारा को केंद्र में रखकर प्रचार सामग्री तैयार की है। अधिवेशन में पार्टी की नई रणनीति पर चर्चा होगी। राहुल गांधी समेत शीर्ष नेता भाग लेंगे। बीजेपी ने कांग्रेस की आलोचना करते हुए कहा कि इससे पार्टी की हालत में कोई बदलाव नहीं आने वाला।

शत्रुघ्न शर्मा, अहमदाबाद। गुजरात में 63 वर्ष बाद हो रहे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अधिवेशन के बहाने पार्टी महात्मा गांधी व सरदार पटेल की विचारधारा के दम पर अपना राजनीतिक सूखा दूर करने के प्रयास में हैं। कांग्रेस की प्रचार सामग्री में गांधी के साथ-साथ सरदार पटेल को भी महत्व दिया जा रहा है। उधर पार्टी ने इंटरनेट मीडिया पर धूम मचा रहे गिबली ट्रेंड में शामिल होते हुए कुछ नेताओं के फोटो उसी ट्रेंड में लगाए हैं।
कांग्रेस को इस अधिवेशन से पार्टी में नए प्राण फूंकने की उम्मीद लगा रही है। वहीं भाजपा का दावा है कि अब कांग्रेस की नींव खोखली हो चुकी है, अधिवेशन गुजरात में करें या दिल्ली में। कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन के लिए सोमवार को कई राष्ट्रीय नेताओं समेत विभिन्न राज्यों के प्रतिनिधि अहमदाबाद में पहुंचे जबकि पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी, पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, राष्ट्रीय महासचिव व सांसद प्रियंका गांधी आदि कई नेता मंगलवार सुबह तक पहुंचेंगे।
राजनीतिक सूखा खत्म करने के प्रयास में कांग्रेस
अधिवेशन की तैयारियों एवं पोस्टरों में कांग्रेस महात्मा गांधी एवं सरदार वल्लभ भाई पटेल को प्रमुख स्थान पर रखा है, इससे लगता है कि कांग्रेस अब गांधी व सरदार की विचारधारा के दम पर अपना राजनीतिक सूखा खत्म करने के प्रयास में है। आठ अप्रैल को शाहीबाग स्थित सरदार पटेल स्मारक पर कांग्रेस की कार्यसमिति की बैठक से अधिवेशन की शुरुआत होगी।
बैठक में राष्ट्रीय नेताओं समेत पार्टी के दो सौ से अधिक प्रतिनिधि शामिल होंगे, इसी बैठक में पार्टी की आगामी रणनीति तय होगी। शाम को पांच बजे सभी नेता गांधी आश्रम में आयोजित सर्वधर्म प्रार्थना सभा में शामिल होंगे। इसके बाद देर शाम साबरमती के तट पर सांस्कृतिक कार्यक्रम होगा। नौ अप्रैल को रिवरफ्रंट पर ही पार्टी का अधिवेशन होगा, जिसमें देशभर के करीब तीन हजार नेता व प्रतिनिधि शामिल होंगे।
कांग्रेस ने पार्टी के राष्ट्रीय अधिवेशनों के एतिहासिक फोटो को चुनते हुए एक वार्षिक कलैंडर जारी किया है, इसमें गांधी, सरदार, पंडित नेहरु, सुभाष चंद्र बोस आदि नेताओं के अलग अलग अधिवेशन के फोटो को प्रमुखता से दिखाया है। इन सबके बावजूद सबकी नजर इस पर टिकी है कि राहुल गांधी लीक से हटकर पार्टी में क्या नया बदलाव करने वाले हैं।
कांग्रेस की नींव हिल चुकी है : ऋषिकेश
गुजरात सरकार के प्रवक्ता एवं कैबिनेट मंत्री ऋषिकेश पटेल ने तंज कसते हुए कहा है कि कांग्रेस की नींव हिल चुकी है, अधिवेशन गुजरात में हो या दिल्ली में कोई फर्क पड़ने वाला नहीं है। राहुल गांधी ने कुछ दिन पहले कांग्रेस में घोड़े व गधों की बात कही थी, लेकिन अभी तक तो उस पर कोई निर्णय नहीं हो सका है। अधिवेशन के बाद मीडिया खुद बता देगा कि इस अधिवेशन से क्या निकल कर सामने आता है।
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