Ahmedabad: अब गुजरात विवि छात्रावास के पास मिला प्रतिबंधित पौधा, पुलिस ने नमूना लेकर FSL को भेजा
गुजरात विश्वविद्यालय के छात्रावास के पास महानगर पालिका की नर्सरी में 5 से 6 फीट के प्रतिबंधित पौधे मिले है। पुलिस ने पौधों का नमूना लेकर एफएसएल को भेजा है। वहीं गुजरात विद्यापीठ में पिछले कई दशक से नियमित रूप से चलने वाली उपासना का समय घटाने के विरोध में गुजरात विद्यापीठ के छात्र छात्राएं चरखा कातकर गांधीवादी तरीके से आंदोलन कर रहे हैं।
अहमदाबाद, राज्य ब्यूरो। गुजरात विश्वविद्यालय के छात्रावास के पास महानगर पालिका की नर्सरी में 5 से 6 फीट के प्रतिबंधित पौधे मिले, इन्हें संदिग्ध रूप से गांजा का पौधा माना जा रहा है। पुलिस ने पौधों का नमूना लेकर एफएसएल को भेजा है। गुजरात के राजकोट में स्थित मारवाडी विश्वविद्यालय में कुछ माह पहले संदिग्ध गांजा के पौधे मिले थे, फोरेंसिक जांच में इनके गांजा का पौधा होने की पुष्टि गत दिनों हो चुकी है।
अहमदाबाद में स्थित गुजरात विश्वविद्यालय के छात्रावास के पास अहमदाबाद महानगर पालिका की सौरभ नर्सरी में सोमवार को 5 से 6 फीट के प्रतिबंधित पौधे मिले। विश्वविद्यालय पुलिस थाने के निरीक्षक वी जे जाडेजा ने बताया कि इन्हें संदिग्ध पौधों के नमूने एफएसएल जांच के लिए भेजा गया है, रिपोर्ट में प्रतिबंधित पौधे की पुष्टि होने के बाद प्राथमिकी दर्ज की जाएगी।
विद्यापीठ के विद्यार्थी आंदोलनरत
गुजरात विद्यापीठ में पिछले कई दशक से नियमित रूप से चलने वाली उपासना का समय घटाने के विरोध में गुजरात विद्यापीठ के छात्र छात्राएं चरखा कातकर गांधीवादी तरीके से आंदोलन कर रहे हैं। विद्यार्थी मंच के हितेश डांगा ने बताया कि विद्यापीठ में उपासना का समय घटाकर प्राध्यापक भाषण देने लगे हैं विद्यार्थियों ने इसका विरोध किया तो उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया। छात्रों ने डीन के माफी मांगने के साथ नियमित 45 मिनट की उपासना करने देने की मांग करते हुए मंगलवार को भी चरखा कातकर अपना विरोध जताया।
विद्यापीठ के कार्यकारी कुलसचिव प्रो निखिल भट्ट ने कहा कि बैठक में पूर्ववर्ती समयानुसार उपासना होने की बात कही है।
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