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    Gujarat: छह साल का बच्चा बना सबसे कम उम्र का कंप्यूटर प्रोग्रामर, गिनीज बुक ऑफ व‌र्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराया नाम

    By Sachin Kumar MishraEdited By:
    Updated: Wed, 11 Nov 2020 10:29 PM (IST)

    छह साल के अरहम ओम तलसानिया ने दुनियाभर के सॉफ्टवेयर इंजीनियर को चौंका दिया। उसका नाम गिनीज बुक ऑफ व‌र्ल्ड रिकॉर्ड में सबसे युवा कंप्यूटर प्रोग्रामर के रूप में दर्ज हुआ। उसने कम उम्र में पायथन प्रोग्रामिंग भाषा की परीक्षा को उत्तीर्ण कर गिनीज बुक में अपना नाम दर्ज कराया।

    छह साल का बच्चा बना सबसे कम उम्र का कंप्यूटर प्रोग्रामर। फाइल फोटो

    अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। गुजरात में अहमदाबाद के छह साल के अरहम ओम तलसानिया ने दुनियाभर के सॉफ्टवेयर इंजीनियर को चौंका दिया है। उसका नाम गिनीज बुक ऑफ व‌र्ल्ड रिकॉर्ड में सबसे युवा कंप्यूटर प्रोग्रामर के रूप में दर्ज हो गया है। उसने कम उम्र में पायथन प्रोग्रामिंग भाषा की परीक्षा को उत्तीर्ण कर गिनीज बुक में अपना नाम दर्ज कराया है। उसने पहले से दर्ज पाकिस्तानी मूल के ब्रिटिश छात्र सात वर्षीय मुहम्मद हमजा शहजाद के रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया है। यह परीक्षा 23 जनवरी, 2020 को माइक्रोसाफ्ट द्वारा अधिकृत पियर्सन व्यू टेस्ट सेंटर में आयोजित की गई थी। यह परीक्षा बहुत ही कठिन होती है। इसे बड़े-बड़े इंजीनियर भी उत्तीर्ण नहीं कर पाते, लेकिन अरहम ने इसे कर दिखाया। इस परीक्षा में अरहम ने 900 अंक हासिल किए और उसे माइक्रोसाफ्ट टेक्नोलॉजी एसोसिएट के रूप में मान्यता मिली है। उसके पिता ओम तलसानिया पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं और माता तृप्ति तलसानिया शिक्षिका हैं। अरहम ने कहा कि पिता ने कोडिंग सिखाई।

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    अरहम की तार्किक संरचना व कोडिंग विशेषज्ञता अभूतपूर्व है। एक माइक्रोसाफ्ट प्रौद्योगिकी सहयोगी के रूप में मान्यता प्राप्त है। पायथन भाषा का उपयोग कृत्रिम बुद्धि, डेटा विज्ञान, रोबोटिक्स और इंटरनेट ऑफ थिंग्स में किया जाता है। वर्तमान में पूरी दुनिया एक आभासी दिशा में बढ़ रही है। मानक आठ और नौ के लिए एनसीइआरटी पुस्तक में भी शामिल है। इतनी कम उम्र में कोडिंग पर अरहम की पकड़ है। अरहम को वीडियो गेम खेलना पसंद है। वह वीडियो गेम खेलना पसंद करता है और अपना खुद का वीडियो गेम बनाना चाहता है, इसलिए उसने पायथन सीखना शुरू किया। वह अपने पिता को आदर्श मानता है। अरहम फिलहाल अपना वीडियो गेम बना रहा है। जब वह तीन साल का था, तब तक वह एंड्रॉएड, विंडोज और आइओएस जैसे सभी ऑपरेटिंग सिस्टम का उपयोग कर रहा था।

    पांच साल की उम्र तक वह स्क्रैच और टिंकर जैसे सभी मानक प्रोग्रामिंग एप जानता था। उनके लिए एप्स पर्याप्त नहीं थे, इसलिए उन्होंने पायथन सीखना शुरू किया। अरहम फिलहाल अपना वीडियो गेम बना रहा है। वह एक ही समय में गेम के 2डी और 3डी संस्करणों पर काम कर रहा है और जल्द ही गेम लॉन्च करेगा। वह बड़े होकर तकनीक के क्षेत्र में एक उद्यमी बनना चाहता है। वह अपने गेम, सॉफ्टवेयर और रोबोट भी बनाना चाहता है। वह चाहता है कि प्रौद्योगिकी हमारे जीवन को बदल दे और हमें भविष्य की दुनिया में ले जाए। अरहम के माता-पिता दोनों सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। पिता ओम तल्सानिया एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। अरहम की मां तृप्ति तुलसानिया एक लेक्चरर और इंजीनियर हैं। अरहम ने अपने पिता से बहुत कुछ सीखा, जबकि उनके पिता घर से काम कर रहे थे। अरहम को कंप्यूटर का बहुत शौक है, क्योंकि वह लगभग दो साल का था, तबसे कंप्यूटर सीख रहता था। जो आगे और आगे बढ़ता गया। तब अरहम ने अपने पिता को अपना वीडियो गेम बनाने के लिए कहा। पिता ने बेटे की इस रुचि को समझा। क्योंकि बेटा भी बहुत जल्दी सीख रहा था।

    उनके पिता ने माइक्रोसॉफ्ट परीक्षा लेने का फैसला किया। उन्हें परिवार द्वारा प्रोत्साहित किया गया था। वह अपने पिता को अपना आदर्श मानता है। उसके पिता, ओम तल्सानिया, वर्तमान में अमेरिका स्थित एक बहुराष्ट्रीय कंपनी के प्रौद्योगिकी प्रमुख हैं। पिताजी ने कुछ कोड दिखाए और उन्हें पायथन की मदद से अपना गेम बनाने के लिए प्रेरित किया गया। पिताज ने बुनियादी प्रशिक्षण देना शुरू किया। जल्द से सीखना शुरू कर दिया। अहरम ने बताया कि जब से मेरे माता-पिता आईटी क्षेत्र में हैं, मैं बचपन से विभिन्न गैजेट्स के साथ खेल रहा हूं। मैंने अपने माता-पिता से लैपटॉप व टैबलेट दो साल की उम्र में सीखा। मुझे विभिन्न गैजेट्स में बहुत दिलचस्पी थी। पांच वर्षों में मैंने एक ब्लॉक आधारित कार्यक्रम सीखा।

    एक दिन जब पिताजी घर पर काम कर रहे थे, मैंने उनसे पूछा कि वह क्या कर रहे हैं। उन्होंने मुझे बताया कि वह कंप्यूटर की पायथन भाषा पर काम कर रहा था। मैंने पूछा कि क्या आप मुझे पढ़ाएंगे? मैंने तभी से पायथन सीखने शुरू की। पिताजी ने मुझे रविवार को पढ़ाया। पायथन सीखने के साथ-साथ मैंने अपना छोटा खेल भी बनाया। हां, यह किसी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर गेम नहीं है। लेकिन यह पहेली, संख्या, कैलकुलेटर आदि के साथ एक इंटरैक्टिव गेम था। मैंने वही बनाया है। मेरे लिए इतना आसान लग रहा था। मां और पिताजी हर जगह मदद करते थे। इसके बाद पिता ने माइक्रोसाफ्ट प्रौद्योगिकी एसोसिएट परीक्षा लेने का फैसला किया।