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FIFA फ्लैश बैक: 2010 में सबसे कम गोल दाग कर भी स्पेन बना था चैंपियन, ऐसे किया था करिश्मा

डिएगो फोर्लान इस विश्व कप में सबसे ज्यादा गोल करने वाले खिलाड़ी बने थे। फोर्लान ने पांच गोल किए थे और गोल्डन बॉल के हकदार बने।

By Pradeep SehgalEdited By: Published: Mon, 11 Jun 2018 06:27 PM (IST)Updated: Tue, 12 Jun 2018 11:35 AM (IST)
FIFA फ्लैश बैक: 2010 में सबसे कम गोल दाग कर भी स्पेन बना था चैंपियन, ऐसे किया था करिश्मा
FIFA फ्लैश बैक: 2010 में सबसे कम गोल दाग कर भी स्पेन बना था चैंपियन, ऐसे किया था करिश्मा

नई दिल्ली, [जागरण स्पेशल]। फीफा विश्व कप का 19वां संस्करण 2010 में दक्षिण अफ्रीका में आयोजित किया था। यह पहला मौका था जब दक्षिण अफ्रीका फुटबॉल विश्व कप की मेजबानी कर रहा था। 11 जून से 11 जुलाई तक आयोजित हुए इस विश्व कप का खिताब स्पेन ने जीता था। स्पेन का यह पहला विश्व कप खिताब था। फाइनल में स्पेन ने नीदरलैंड्स को 1-0 से हराकर यह खिताब जीता।

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विश्व कप की खास तैयारी

दक्षिण अफ्रीका जो पहली बार इस विश्व कप की मेजबानी कर रहा था। उसने कई वर्ष पहले ही आयोजन की तैयारियां शुरू कर दी थी। इस विश्व कप के लिए दक्षिण अफ्रीका में पांच नए स्टेडियमों का निर्माण किया गया था, लेकिन विवाद पैदा तब हुआ जब 8 जुलाई 2009 में निर्माण कर रहे मजदूर हड़ताल पर चले गए।

डिएगो फोर्लान को मिली गोल्डन बॉल 

इस विश्व कप में 32 टीम ने क्वालीफाई किया था। दक्षिण कोरिया, अमेरिका, स्लोवाकिया, चिली, मेक्सिको, इंग्लैंड, जापान, पुर्तगाल की टीम पहले ही दौर में बाहर हो गई थी। उरुग्वे की टीम भले ही यह विश्व कप नहीं जीत पाई हो, लेकिन उनकी टीम के डिएगो फोर्लान इस विश्व कप में सबसे ज्यादा गोल करने वाले खिलाड़ी बने थे। फोर्लान ने पांच गोल किए थे और गोल्डन बॉल के हकदार बने। इसके अलावा जर्मनी के थॉमस मुलर, नीदरलैंड्स के वेस्ले स्नेडेर, स्पेन के डेविड विला ने भी इस टूर्नामेंट में पांच गोल किए थे। मुलर को गोल्डन बूट का अवॉर्ड मिला। वहीं सर्वश्रेष्ठ गोलकीपर का खिताब स्पेन के इकेर कासिलास को दिया गया था। सर्वश्रेष्ठ युवा खिलाड़ी का पुरस्कार जर्मनी के थॉमस मुलर को दिया गया।

बनी थी ड्रीम टीम

इस विश्व कप में शानदार प्रदर्शन करने वाले खिलाडि़यों की ड्रीम टीम भी बनी थी। इस टीम में गोलकीपर स्पेन के इकेर कासिलास, डिफेंडर में सर्जियो रामोस, का‌र्ल्स पूयोल, ब्राजील के मेकोन, जर्मनी के फिलिप लाम, मिडफील्डर स्पेन के एड्रियास इनेस्ता, स्पेन के श्रावी, जर्मनी के बास्तियान, नीदरलैंड्स के वेस्ले स्नीडेर, स्ट्राइकर में उरुग्वे के डिएगो फोर्लान, स्पेन के डेविड विला और कोच स्पेन के वेसेंट डेल बोस्क चुने गए थे।

जकुमी था मस्कट 

2010 विश्व कप का अधिकारिक मस्कट जकुमी था। यह एक अफ्रीकन चीता था, जो हरे बालों में था। 22 सितंबर 2008 में इसकी अधिकारिक घोषणा की गई थी। 2010 विश्व कप में कुल 84 मुकाबले खेले गए थे। यह मुकाबले दक्षिण अफ्रीका के दस मैदानों पर खेले गए, जबकि नौ शहरों ने विश्व कप की मेजबानी की। पूरे विश्व कप के दौरान कुल 145 गोल किए गए थे, जबकि पूरे विश्व कप के दौरान कुल 31 लाख 78 हजार दर्शकों ने मैदान में पहुंचकर विश्व कप के मुकाबले देखे थे।

यह रही खास बात

दक्षिण अफ्रीका के सिपिवे शाहबलाला इस टूर्नामेंट में गोल करने वाले पहले खिलाड़ी बने थे। सिपिवे ने मेक्सिको के खिलाफ 1-1 से ड्रॉ हुए मैच में यह गोल किया था। वहीं डेनमार्क के डेनिएल एगर इस विश्व कप में पहले ऐसे खिलाड़ी बने, जिन्होंने खुद ही अपने नेट में गोल कर दिया था। यह मुकाबला डेनमार्क, नीदरलैंड्स से 0-2 से हार गया था।

सिर्फ 8 गोल कर जीता विश्व कप

स्पेन की टीम ने विजेता बनने के साथ ही एक अहम रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया था। स्पेन ने पूरे टूर्नामेंट में मात्र आठ गोल किए थे। इसी के साथ वह सबसे कम गोल करने के बावजूद विजेता बनने वाली पहली टीम बन गई थी। इससे पहले यह रिकॉर्ड ब्राजील के नाम था, जिन्होंने 1994 में 11 गोल दागकर खिताब जीता था।

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