ईपीएल चैंपियन बनने के लिए क्लबों ने किया भारी खर्च, इंग्लिश प्रीमियर लीग में 20 क्लबों में के बीच खिताबी दौड़
इंग्लिश प्रीमियर लीग फुटबॉल टूर्नामेंट का नया अभियान शुक्रवार से शुरू हो चुका है। लीग के इस सीजन में चैंपियन बनने के लिए क्लबों ने स्टार फुटबॉलरों को खुद से जोड़ने के लिए भारी खर्च किया है। क्लबों का खर्चा देखते हुए कहा जा सकता है कि इस बार सभी 20 क्लबों में खिताब के लिए खुली दौड़ होगी। ईपीएल के 2024-25 में लिवरपूल ने अपना दूसरा खिताब जीता था।
जागरण न्यूज नेटवर्क, नई दिल्ली : इंग्लिश प्रीमियर लीग फुटबॉल टूर्नामेंट का नया अभियान शुक्रवार से शुरू हो चुका है। लीग के इस सीजन में चैंपियन बनने के लिए क्लबों ने स्टार फुटबॉलरों को खुद से जोड़ने के लिए भारी खर्च किया है।
क्लबों का खर्चा देखते हुए कहा जा सकता है कि इस बार सभी 20 क्लबों में खिताब के लिए खुली दौड़ होगी। ईपीएल के 2024-25 में लिवरपूल ने अपना दूसरा खिताब जीता था। इसमें मैनचेस्टर सिटी का बेहद खराब प्रदर्शन रहा और सर्वाधिक 13 खिताब जीतने वाले क्लब मैनचेस्टर युनाइटेड ने नए निचले स्तर को छुआ।
अब नए सीजन में एक बार फिर लिवरपूल खिताब का प्रबल दावेदार बनने के लिए फ्लोरियन विर्ट्ज को ब्रिटिश रिकार्ड £116 मिलियन यूरो (लगभग 1187 करोड़ रुपये) फीस के साथ अपने साथ जोड़ चुका है।
हालांकि, लिवरपूल पिछले साल प्रीमियर लीग में सबसे कम खर्च करने वालों में से एक था। इधर मैनचेस्टर सिटी क्लब जनवरी में पेप गार्डियोला से दोबारा अनुबंध करने के बाद से अब तक टीम के निर्माण पर लगभग 450 मिलियन डॉलर (लगभग 39,44 करोड़ रुपये) खर्च कर चुका है।
सिटी का पिछले सत्र में चार साल का खिताब जीतने का सिलसिला टूट गया था। वहीं लगातार उपविजेता रहे आर्सेनल ने आखिरकार विक्टर ग्योकेरेस के रूप में एक शीर्ष स्तरीय स्ट्राइकर हासिल कर लिया है। आर्सेनल 2004 के बाद से अपना पहला खिताब जीतने की कोशिश में हैं।
चेल्सी ने अमेरिकी मालिकों टाड बोहली और क्लियरलेक कैपिटल के नेतृत्व में अपनी भारी-भरकम खर्चीली नीति जारी रखी है। आर्सेनल को सीजन के अपने पहले छह मैचों में यूनाइटेड, लिवरपूल, सिटी और न्यूकैसल का सामना करना है। वहीं यूनाइटेड अपने पहले पांच मैचों में आर्सेनल, सिटी और चेल्सी से भिड़ेगा।
अधिक खर्च कर आश्वस्त है आर्सेनल
पिछले तीन सीजन में उपविजेता रहने के बाद आर्सेनल का मानना है कि वे ईपीएल जीतने के अपने लंबे अंतर को खत्म करने के लिए तैयार हैं। क्लब विक्टर ग्योकेरेस, मार्टिन जुबिमेंडी, क्रिश्चियन नारगार्ड, नोनी मडुके और केपा अरियाजाबलागा पर 180 मिलियन पाउंड (लगभग 2134 करोड़ रुपये) से ज्यादा खर्च कर कर खिताब जीतने के लिए आश्वस्त हैं।
युनाइटेड की उम्मीद
1973-74 के बाद से अपने सबसे खराब प्रदर्शन से आहत मैनचेस्टर यूनाइटेड अपनी स्थिति बदलने को तैयार है। क्लब ने फारवर्ड बेंजामिन सेस्को, ब्रायन मबेउमो और माथियस कुन्हा पर 200 मिलियन पाउंड (लगभग 2371 करोड़ रुपये) खर्च कर दिए हैं।
ऑफ सीजन में क्लबों का खर्च
- लिवरपूल, 3162 करोड़
- चेल्सी, 2491 करोड़
- आर्सेनल, 2351 करोड़
- मैनचेस्टर युनाइटेड, 1875 करोड़
- मैनचेस्टर सिटी, 1493 करोड़
- टाटेनहम, 1440 करोड़
सबसे महंगे खिलाड़ी
- फ्लोरियन विर्ट्ज, 1187 करोड़, लिवरपूल
- बेंजामिन सेस्को, 750 करोड़, मैनचेस्टर युनाइटेड
- जोआओ पेड्रो, 614 करोड़, चेल्सीमार्टिन
- जुबिमेंडी, 522 करोड़, आर्सेनल
- तिजानी रेइंडर्स, 474 करोड़, मैनचेस्टर सिटी
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