AIFF: भाईचुंग भूटिया को हराकर कल्याण चौबे बने भारतीय फुटबॉल महासंघ के अध्यक्ष, 33-1 वोट से जीता चुनाव
राष्ट्रीय महासंघ के 85 साल के इतिहास में यह पहली बार है जब कोई पूर्व खिलाड़ी अध्यक्ष बना है। चौबे को इंडियन गोलकीपर ऑफ द ईयर से उन्हें नवाजा गया है। कल्याण चौबे ने कोलकाता के दिग्गज मोहन बागान और पूर्वी बंगाल दोनों के लिए खेला है।
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। कल्याण चौबे ने अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ का अध्यक्ष चुनाव जीत लिया है। कल्याण चौबे (Kalyan Chaubey) अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ के अध्यक्ष बनने वाले पहले पूर्व खिलाड़ी (Former player) बने। उन्होंने भारतीय पूर्व फुटबॅालर भाईचुंग भूटिया (Bhaichung Bhutia) को हरा दिया। पूर्व मोहन बागान और पूर्वी बंगाल के गोलकीपर कल्याण चौबे ने शुक्रवार को अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (AIFF) के अध्यक्ष बनने के लिए फुटबॉलर भाईचुंग भूटिया को 33-1 वोट से हराया।
इतिहास में पहली बार कोई पूर्व खिलाड़ी बना अध्यक्ष
34 राज्य संघों में से 33 ने अध्यक्ष पद के लिए चौबे के पक्ष में मतदान किया। गौरतलब है कि राष्ट्रीय महासंघ के 85 साल के इतिहास में यह पहली बार है जब कोई पूर्व खिलाड़ी अध्यक्ष बना है। चौबे को इंडियन गोलकीपर ऑफ द ईयर से उन्हें नवाजा गया है। कल्याण चौबे ने कोलकाता के दिग्गज मोहन बागान और पूर्वी बंगाल दोनों के लिए खेला है। इसके अलावा चौबे ने गोवा के पावरहाउस सलगांवकर में भी काम किया।
चुनाव भी लड़ चुके हैं कल्याण चौबे
बता दें कि 'सिक्किमीस स्नाइपर' नाम से प्रसिद्ध भाईचुंग भूटिया अपने राज्य संघ के प्रतिनिधि को अपना नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए प्रस्तावक या अनुमोदक के रूप में प्राप्त नहीं कर सके। पश्चिम बंगाल में कृष्णानगर सीट के लिए पिछला संसदीय चुनाव हारने वाले भाजपा के नेता चौबे कभी भी भारत की सीनियर टीम के लिए नहीं खेले, हालांकि वे कुछ मौकों पर टीम में थे।
गौरतलब है कि उन्होंने आयु-समूह अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंटों में भारत के लिए खेला। वह मोहन बागान और पूर्वी बंगाल दोनों में पूर्व गोलकीपर भी थे। बता दें कि भूटिया और चौबे पूर्वी बंगाल में एक बार टीम के साथी भी रह चुके हैं।
एन ए हारिस ने जीता उपाध्यक्ष का चुनाव
वहीं, कर्नाटक फुटबॉल एसोसिएशन के अध्यक्ष एन ए हारिस, जो मौजूदा कांग्रेस के विधायक हैं, उन्होंने राजस्थान फुटबॅास एसोसिएशन के मानवेंद्र सिंह को हराकर उपाध्यक्ष के एकमात्र पद के लिए चुनाव जीता। कोषाध्यक्ष पद के लिए अरुणाचल प्रदेश के किपा अजय ने आंध्र प्रदेश के गोपालकृष्ण कोसाराजू को हराया। कोसरजू और मानवेंद्र ने भूटिया का प्रस्ताव और समर्थन किया था। कार्यकारी समिति के सदस्यों के पदों के लिए नामांकन दाखिल करने वाले सभी 14 उम्मीदवारों को निर्विरोध चुना गया।