Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Fact Check: कुतुब मीनार पर नहीं जगमगाया रूस का झंडा, गलत दावा हुआ वायरल

    By Neel RajputEdited By:
    Updated: Tue, 08 Mar 2022 05:11 PM (IST)

    8 मार्च 2022 को indiatv में छपी खबर के मुताबिक चीन के मीडिया ने इस तरह का दावा किया था। मीडिया की तरफ से 7 मार्च को ट्वीट करके कहा गया था कि दिल्ली स्थित कुतुब मीनार की इमारत को रूसी झंडे के रंगों से रोशन किया गया है।

    Hero Image
    दैनिक जागरण की फैक्ट चेकिंग वेबसाइट 'विश्वास न्यूज' ने अपनी पड़ताल में दावे को गलत पाया

    नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच सोशल मीडिया पर रोशनी में जगमगाते हुए कुतुब मीनार की कुछ फोटो वायरल हो रही हैं। दावा किया जा रहा है कि भारत ने रूस के समर्थन में कुतुब मीनार को रूस के झंडे से जगमगा दिया है। दैनिक जागरण की फैक्ट चेकिंग वेबसाइट 'विश्वास न्यूज' ने अपनी पड़ताल में दावे को गलत पाया। दरअसल, कुतुब मीनार आजादी के अमृत महोत्सव और जन औषधि थीम से जगमगाया था।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    वायरल दावे की पड़ताल के लिए 'विश्वास न्यूज' ने सबसे पहले फोटो को ध्यान से देखा। कुतुब मीनार पर लाइट से प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना लिखा हुआ दिखा। इसके बाद कीवर्ड से इसे सर्च किया। 8 मार्च 2022 को indiatv में छपी खबर के मुताबिक, चीन के मीडिया ने इस तरह का दावा किया था। मीडिया की तरफ से 7 मार्च को ट्वीट करके कहा गया था कि दिल्ली स्थित कुतुब मीनार की इमारत को रूसी झंडे के रंगों से रोशन किया गया है। ट्वीट में कुछ तस्वीरों का इस्तेमाल किया गया है, जिसमें कुतुब मीनार नीले और लाल रंग की रोशनी में नहाया हुआ दिख रहा है। जबकि इमारत को प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना थीम के रंगों में रंगा गया था।

    इस बारे में और पड़ताल करने पर को Pradhan Mantri Bhartiya Janaushadhi Pariyojana के ट्विटर हैंडल से किया गया ट्वीट मिला। इसमें वायरल फोटो से मिलती-जुलती फोटो पोस्ट की गई हैं। इसमें लिखा है, Qutub Minar illuminated with Azadi Ka Amrit Mahotsav and Jan Aushadhi theme from 5-7th March 2022. (5—7 मार्च 2022 के दौरान कुतुब मीनार आजादी का अमृत महोत्सव और जन औषधि परियोजना थीम से जगमगा रहा है।)

    दिल्ली दैनिक जागरण के चीफ रिपोर्टर वीके शुक्ला के अनुसार, एएसआई का कहना है कि आयुष मंत्रालय का कार्यक्रम था। उसी आधार पर उसको कलर दिया गया था। रूस के झंडे वाली बात गलत है।

    इस पूरी खबर को विस्तार से विश्वास न्यूज की वेबसाइट पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।