Fact Check: बसपा प्रमुख मायावती की एक साल पुरानी खबर की कटिंग भ्रामक दावे के साथ वायरल
सोशल मीडिया यूजर्स न्यूजपेपर की एक कटिंग वायरल कर रहे हैं। खबर का टाइटल है भाजपा से मिल सपा को हराएंगे। इसका सबहेड है विधायकों की बगावत से भड़कीं मायावती ने की सपा को सबक सिखाने की घोषणा।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया यूजर्स न्यूजपेपर की एक कटिंग वायरल कर रहे हैं। खबर का टाइटल है, भाजपा से मिल सपा को हराएंगे। इसका सबहेड है, विधायकों की बगावत से भड़कीं मायावती ने की सपा को सबक सिखाने की घोषणा। खबर के मुताबिक, बहुजन समाज पार्टी में विधायकों की बगावत से भड़कीं मायावती ने सपा को हराने के लिए भाजपा व अन्य पार्टियों का साथ देने का ऐलान किया है।
दैनिक जागरण की फैक्ट चेकिंग वेबसाइट 'विश्वास न्यूज' ने पड़ताल में इस खबर को करीब एक साल पुराना पाया। मायावती ने यह ऐलान एमएलसी चुनाव के लिए किया था। बाद में उन्होंने भाजपा का साथ नहीं देने की बात भी की थी। फिलहाल बसपा ने 2022 में अकेले चुनाव लड़ने की बात कही है।
वायरल हो रही न्यजूपेपर की कटिंग की पड़ताल के लिए 'विश्वास न्यूज' ने खबर को ध्यान से पढ़ा। इसमें राज्यसभा और विधान परिषद चुनाव का जिक्र किया गया है। इसमें कहा गया है कि राज्यसभा चुनाव का बदला विधान परिषद चुनाव में सपा को हराकर लिया जाएगा।
'विश्वास न्यूज' ने कीवर्ड की मदद से न्यूज सर्च की। इसमें 29 अक्टूबर 2020 को दैनिक जागरण में छपी खबर का लिंक मिला। इसके मुताबिक, मायावती ने 2019 के लोकसभा चुनाव में सपा के साथ किए गए गठबंधन को बड़ी भूल बताया है। उन्हें इसका लाभ नहीं हुआ है। उन्होंने एनडीए को सत्ता में आने से रोकने के लिए यह गठबंधन किया था। बसपा एमएलसी चुनाव में पूरा जोर लगाएगी। विधान परिषद चुनाव में वे सपा उम्मीदवारों को जीतने नहीं देंगे। इसके लिए अगर उन्हें भाजपा या किसी अन्य दल को वोट देना पड़ेगा तो भी वे पीछे नहीं हटेंगे।
इससे संबंधित 29 अक्टूबर 2020 का ANI का ट्वीट भी मिला। इसमें भी मायावती ने एमएलसी चुनाव में सपा उम्मीदवार को हराने के लिए भाजपा या किसी भी अन्य दल के प्रत्याशी को वोट देने की बात कही है।
2 नवंबर 2020 को zee news में प्रकाशित खबर के अनुसार, मायावती ने भाजपा के साथ गठबंधन से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी की विचारधारा भाजपा से नहीं मिलती है। उनकी पार्टी का भाजपा के साथ कोई गठबंधन नहीं है और न ही वह उनके साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगी। वहीं, 25 नवंबर 2021 को oneindia में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, बसपा के महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा कि 2022 के चुनाव में वह भाजपा से हाथ नहीं मिलाएंगे।
इस बारे में बसपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता फैजान खान ने कहा, यह सब मनगढ़ंत है। 2022 में बसपा भाजपा के साथ गठबंधन नहीं करेगी।
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