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    Scam 1992 Best Dialogues: हर्षद मेहता की जुबान से निकले ये जबरदस्त डायलॉग्स, क्या आपने सुने?

    By Rajat SinghEdited By:
    Updated: Wed, 14 Oct 2020 05:53 PM (IST)

    Scam 1992 Best Dialogues सोनी लिव पर हंसल मेहता स्कैम 1992 द हर्षद मेहता स्टोरी नाम की वेब सीरीज़ लेकर आए हैं। इस सीरीज़ को इस वक्त पसंद किया जा रहा है। ख़ासकर इसके डायलॉग्स। आइए जानते हैं- ऐसी ही डायलॉग्स के बारे में...

    वेब सीरीज़ का एक सीन ( फोटो क्रेडिट- सोनी लिव )

    नई दिल्ली,जेएनएन। Scam 1992 Best Dialogues: ओटीटी प्लेटफॉर्म की यही खासियत है कि आपको लगातार नया कटेंट देखने को मिलता रहता है। पिछले कुछ समय के कई अच्छे प्रयोग भी किए गए हैं। ऐसी ही एक वेब सीरीज़ सोनी लिव पर आई है। इसका नाम है 'स्कैम 1992: द हर्षद मेहता स्टोरी', जिसे हंसल मेहता ने निर्देशित किया है। हर्षद की कहानी लोगों को पसंद आ रही है। वेब सीरीज़ को आईएमडीबी पर 9.6 की रेटिंग मिली है। इस सीरीज़ के कुछ ऐसे डायलॉग्स भी हैं, जो लोगों को आकर्षित कर रहे हैं। आइए जानते हैं...

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    1. 'रिश्क है, तो इश्क है'- हर्षद मेहता का मानना है कि अगर किसी काम रिश्क नहीं है, तो उसमें इश्क भी नहीं है। इसलिए वह हमेशा रिश्क उठाने के लिए तैयार रहता है।

    2. 'शेयर मार्टेक इतना गहरा कुंआ है, जो पूरे देश की पैसे की प्यास बुझा सकता है। मैं इस कुएं में डूबकी लगाना चाहता हूं।' - हर्षद मेहता इस कुएं में कूदता भी है। तैरता भी है, लेकिन भी एक दिन डूब भी जाता है।

    3. 'ये मार्केट का मसाला चार चीजों से बनता है। पहला टीप- ख़बर, इनसाइडर इनपुट। उसमें थोड़ा रिश्क मिला दो। रिश्क जितना ज्यादा, मार्केट का मसाला उतना ही तीखा। इस मिलावट में थोड़ी भावना डाल दो। और इसमें ही थोड़ा लक डाल दो। बन गया मार्केट का मसाला।'- हर्षद मेहता को मार्केट की उतनी ही समझ थी, जितनी किसी मास्टर शेफ को खाने की।

    4. 'शेयर मार्केट में लोग किस्मत पर विश्वास रखते हैं। मैं किस्मत में नहीं, कीमत पर विश्वास रखता हूं।'- हर्षद को लगता था कि वह हर किसी चीज की कीमत तय कर सकता था। हालांकि, इसकी उसे काफी भारी कीमत चुकानी पड़ी।

    5. 'लाला! ओल्ड स्कूल हो या न्यू स्कूल। सबके सेलब्स में एक सब्जेक्ट कॉमन होता है। प्रॉफिट। वो मेरा फेवरेट सब्जेक्ट है।' - हर्षद को मुनाफा कमाना आता था। उनसे खुद मुनाफा बनाया और दूसरों को भी दिया। लेकिन जब नुकसान की परीक्षा आई, तो वह फेल हो गया।

    इसके अलावा भी कई ऐसे डायलॉग्स हैं, जो वेब सीरीज़ को ख़ास बनाते हैं। जैसे- जेब में हो मनी, तो कुंडली का शनि भी कुछ नहीं कर पाता है। मैं सिगरेट नहीं पीता, लेकिन जेब लाइटर रखता हूं धमका करने के लिए। मेरा सबसे बड़ा क्राइम है कि मैं हर्षद मेहता हूं। प्रॉफिट दिखता है, तो कोई भी बिकता है। बता दें, वेब सीरीज़ में हर्षद मेहता का किरदार प्रतीक गांधी ने निभाया है।