Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Rocket Boys Season 2: स्वतंत्रता दिवस पर 'रॉकेट बॉयज' के दूसरे सीजन का एलान, इस बार कहानी 'पहले पोखरण न्यूक्लियर टेस्ट' की

    Rocket Boys Season 2 सोनी-लिव चैनल ने आजादी के जश्न के बीच नये सीजन की घोषणा की है। दूसरे सीजन में भी पहले सीजन की कहानी को आगे बढ़ाया जाएगा और पोखरण नाभिकीय परीक्षण कपर फोकस रहेगी। जिम सरभ और इश्वाक सिंह मुख्य भूमिकाओं में हैं।

    By Manoj VashisthEdited By: Updated: Mon, 15 Aug 2022 12:02 PM (IST)
    Hero Image
    Rocket Boys Season 2 SonyLIV Web Series Second Season. Photo- Instagram

    नई दिल्ली, जेएनएन। देश आज आजादी के 75 साल पूरे होने का जश्न मना रहा है। इस मौके पर हर जगह जोश और खुशी का माहौल है। नीले आसमान में तिरंगा शान से लहरा रहा है तो जमीन पर वंदे मातरम और भारत माता की जय के नारे गूंज रहे हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    देश के हर छोटे-बड़े कस्बे, शहर और महानगरों में देशभक्ति का जज्बा हिलोरे मार रहा है। ऐसे में मनोरंजन इंडस्ट्री भी गर्व के इन लम्हों में डूबकर देश की खुशियों में शामिल है। सितारे शुभकामनाएं दे रहे हैं तो नये प्रोजेक्ट्स का एलान हो रहा है। ओटीटी प्लेटफॉर्म सोनी-लिव ने अपनी बेहद चर्चित और लोकप्रिय वेब सीरीज रॉकेट बॉयज के दूसरे सीजन की घोषणा आजादी की 76वीं सालगिरह के मौके पर कर दी है। प्लेटफॉर्म ने सोमवार को एक टीजर शेयर करके यह जानकारी दी। 

    रॉकेट बॉयज 2 में इस बार पहले पोखरण न्यूक्लियर टेस्ट की कहानी दिखायी जाएगी, जो 18 मई 1974 को पोखरण में हुआ था। टीजर की शुरुआत इसी तारीख और जगह के नाम से होती है। फिर रेगिस्तान के दृश्य आते  हैं, जहां रेत में एक गाड़ी का पहिया धंसा हुआ है। महिला की आवाज आती है कि भारत अब किसी की धमकी सहन नहीं करेगा। हम जरूरी एक्शन लेने के लिए तैयार हैं। 

    View this post on Instagram

    A post shared by SonyLIV (@sonylivindia)

    स्क्रीन पर टेक्स्ट लिखा आता है कि इसके बाद किसी ने भारत की संप्रभुता को चुनौती देने की हिम्मत नहीं की। आगे के दृश्यों में जिम सरभ, इश्वाक सिंह और इंदिरा गांधी के गेटअप में एक कलाकार दिखती हैं। रॉकेट बॉयज में जिम सरभ और इश्वाक सिंह ने साइंटिस्ट डॉ. होमी जहांगीर भाभा और डॉ. विक्रम साराभाई के किरदार निभाये थे।

    डॉ. होमी जहांगीर भाभा की देखरेख में ही 1944 में भारत ने अपना नाभिकीय परीक्षण कार्यक्रम शुरू किया था। 18 मई 1974 को देश पहले न्यूक्लियर टेस्ट का गवाह बना और न्यूक्लियर पॉवर की ओर पहला कदम मजबूती के साथ बढ़ाया। इस ऑपरेशन को स्मालिंग बुद्धा कोड नेम दिया गया था।

    यह भी पढ़ें: Independence Day 2022: जय जवान, जय विज्ञान! सीने में गर्व और जोश भर देंगी ये 11 वेब सीरीज, जानें- किस OTT प्लेटफॉर्म पर देखें?