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    असल जिंदगी में भी सचिव जी के घर होती है Panchayat वाली स्थिति, बताया- परिवार से किसे चुनाव में खड़ा करते हैं

    अभिनेता जितेंद्र कुमार जो पंचायत वेब सीरीज में सचिव जी की भूमिका से प्रसिद्ध हैं अब शो के चौथे सीजन में पंचायत चुनाव के साथ वापस आ गए हैं। राजस्थान से होने के कारण जितेंद्र का परिवार राजनीति में सक्रिय रहा है जिससे उन्हें अभिषेक की भूमिका से जुड़ने में आसानी हुई। उन्होंने बताया कि कैसे उनके घर में भी पंचायत चुनाव होते हैं।

    By Tanya Arora Edited By: Tanya Arora Updated: Sun, 06 Jul 2025 03:43 PM (IST)
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    अपने असली घर में भी पंचायत चुनाव देखते हैं सचिव उर्फ जितेंद्र कुमार/ फोटो- Imdb

    दीपेश पांडेय, मुंबई। पहले वेब सीरीज ‘कोटा फैक्ट्री’ के जीतू भैया फिर ‘पंचायत’ के सचिव जी की भूमिकाओं से अभिनेता जितेंद्र कुमार ने बड़े दर्शक वर्ग तक पहुंच बनाई। अब वह अमेजन प्राइम वीडियो पर स्ट्रीम हो रहे ‘पंचायत’ शो के चौथे सीजन में दिख रहे हैं, जिसमें इस बार लगा है पंचायत चुनाव का तड़का।

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    खास बात यह है कि राजस्थान के खैरथल से आने वाले जितेंद्र का परिवार भी राजनीति और चुनावों में सक्रिय रहा है। इस कारण उनके लिए सचिव अभिषेक की भूमिका से स्वयं को जोड़ पाना सहज रहा।जिसके बारे में हाल ही में उन्होंने बात की। 

    पंचायत सीरीज जैसी है उनके घर की कहानी

    पंचायत 4 फेम जितेंद्र कुमार बताते हैं, "जो मैंने अपने घर पर देखा है वो और इस शो की चुनावी परिस्थितियों में काफी समानताएं है। शो में हमने प्रधान पति वाला जो सीन देखा, मेरे घर में भी कहानी वैसी ही चली है। नगर पंचायत और ग्राम पंचायत चुनावों में महिला आरक्षित सीटें होती हैं। हमारे यहां और कोई नहीं होता था, तो मौसी को खड़ा कर दिया जाता था और चुनाव के सारे काम मेरे मौसा संभालते थे। (मुस्कुराते हुए) धीरे-धीरे मौसी का आत्मविश्वास बढ़ता गया और फिर मौसी राजनीति को लेकर बहुत गंभीर हो गईं"।

    Photo Credit- Imdb

    अभिनेता ने आगे अपने घर के माहौल के बारे में आगे बात करते हुए कहा, "उन्होंने पूरी बागडोर अपने हाथों में ले ली। आगे चलकर उन्होंने बहुत अच्छे-अच्छे काम किए। जब मैंने ‘पंचायत’ शो की कहानी में ऐसा पढ़ा तो मुझे बहुत दिलचस्प लगा, यह सब तो मैंने बहुत करीब से देखा है। तब मैं बहुत छोटा था, लेकिन मैंने देखा था कि राजनीति के कारण आपसी रिश्ते बहुत ज्यादा प्रभावित होते हैं। वो मुझे कभी पसंद नहीं आया। मैंने वहीं तय किया था कि मैं राजनीति का हिस्सा नहीं बनूंगा। हां, वोट देने जरूर जाऊंगा"। 

    क्या भविष्य को लेकर चिंतित रहते हैं जितेंद्र?

    बतौर कलाकार अपने प्रशंसकों और दर्शकों के लिए जितेंद्र कहते हैं, ‘दर्शकों ने मुझे इतने वर्षों तक जो प्यार दिया है, मैं उनसे मांगूंगा कि आप अपना वही प्यार आगे भी देते रहें। मैं भी अपने पास आने वाली सारी कहानियों और किरदारों को सही तरीके से निभाने के लिए पूरी मेहनत करूंगा।’

    Photo Credit- Imdb

    ‘पंचायत’ में जितेंद्र का पात्र अपने भविष्य को लेकर काफी चिंतित रहता है। निजी तौर पर भविष्य की योजनाओं को लेकर जितेंद्र कहते हैं, ‘बतौर कलाकार यह बहुत जरूरी है कि वर्तमान में जो चल रहा है आप उसमें जिएं और उसी को अच्छे से करें। जैसा भी मौका आए, उसको ईमानदारी से निभाएं।’