Inspector Zende ही नहीं, मुंबई पुलिस के जज्बे को सलाम करती हैं ये फिल्में; रियल हीरोज से प्रेरित है कहानी
इंस्पेक्टर झेंडे नेटफ्लिक्स पर बीते दिन ही रिलीज हुई है। बिकिनी किलर चार्ल शोभराज की गिरफ्तारी की कहानी पर बनी इस फिल्म में मनोज बाजपेयी ने पुलिस ऑफिसर की भूमिका निभाई थी जो असल मुंबई के एक ऑफिसर मधुकर झेंडे पर आधारित। इंस्पेक्टर झेंडे से पहले भी मुंबई पुलिस के जज्बे को सलाम करती और अधिकारी की रियल लाइफ से प्रेरित कहानी बन चुकी हैं।

एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। मनोज बाजपेयी हिंदी सिनेमा के एक ऐसे अभिनेता हैं, जो किसी भी किरदार में जान फूंक देते हैं, फिर चाहे वह रियल लाइफ कैरेक्टर हों या फिर फिक्शनल। स्क्रीन पर उन्हें देखकर ऐसा लगता है कि ये किरदार मानों लेखक ने उन्हें ही दिमाग में रखकर लिखा है। बीते दिन 5 सितंबर को उनकी फिल्म 'इंस्पेक्टर झेंडे' ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स(Netflix) पर रिलीज हुई है। फिल्म में उन्होंने रियल लाइफ मुंबई पुलिस ऑफिसर मधुकर झेंडे का किरदार अदा किया है, जिन्होंने एक बार नहीं बल्कि 2 बार बिकिनी किलर चार्ल शोभराज को धर दबोचा था।
वैसे इंस्पेक्टर झेंडे अकेली ऐसी फिल्म नहीं है, जिसमें मुंबई पुलिस की बेबाकी और उनके जज्बे को दिखाया गया है। इससे पहले भी एनकाउंटर स्पेशलिस्ट दया नायक और इसहाक बागवान जैसे पुलिस ऑफिसर से प्रेरित होकर बॉलीवुड में फिल्में बनाई गई हैं। कौन-कौन सी फिल्में मुंबई पुलिस ऑफिसर्स पर बनी हैं, चलिए देखते हैं लिस्ट:
अब तक छप्पन
साल 2004 में रिलीज हुई क्राइम ड्रामा फिल्म 'अब तक छप्पन' भी मुंबई के एनकाउंटर स्पेशलिस्ट दया नायक की रियल लाइफ से प्रेरित है। मूवी में नाना पाटेकर का नाम बदला गया था, उन्होंने फिल्म में इंस्पेक्टर साधू अगाशे का किरदार निभाया था, जिसने पुलिस एनकाउंटर में 56 गैंगस्टर को मार गिराया था।
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शूट आउट एंड लोखंडवाला
एकता कपूर के बालाजी प्रोडक्शन में बनी फिल्म 'शूट आउट एंड लोखंडवाला' साल 2007 में रिलीज हुई थी, जिसमें मुंबई पुलिस और गैंगस्टर माया डोलास के बीच की मुठभेड़ को दिखाया गया है। फिल्म की कहानी साल 1991 में घटित असल घटना से प्रेरित है, जहां एसीपी ए.ए. खान और एंटी टेरेरिज्म स्क्वाड (ATS) के नेतृत्व में मुंबई पुलिस के 400 अधिकारियों ने कॉम्प्लेक्स पर अटैक किया था, जहां माया डोलास के 7 गैंगस्टर छुपे हुए थे।
शूटआउट एट वडाला
एकता कपूर साल 2013 में विवेक ओबेरॉय, तुषार कपूर स्टारर फिल्म 'शूटआउट एट वडाला भी लेकर आई थीं, जिसमें गैंगस्टर मान्या सुर्वे की कहानी दिखाई गई थी। यह फिल्म साल 1982 में मुंबई पुलिस द्वारा किए गए सबसे पहले एनकाउंटर की कहानी है। 11 जनवरी 1982 में वडाला में इसहाक बागवान ने मान्या सुर्वे को मार गिराया था।
वंस अपॉन अ टाइम इन मुंबई
अजय देवगन और इमरान हाशमी स्टारर 'वंस अपॉन अ टाइम इन मुंबई भी माफिया और पुलिस के बीच की कहानी को दर्शाता है। अंडरवर्ल्ड पर केंद्रित इस फिल्म में पुलिस अधिकारी एसीपी एग्नेल विल्सन भी हैं। ये किरदार रियल लाइफ आइपीएस अधिकारी लियो रिबेरो से इंस्पायर था, जिसे 1970 में मुंबई में हो रही गोल्ड और ड्रग्स की स्मगलिंग को रोकने का काम सौंपा गया था।
आन मेन एट वर्क
सुनील शेट्टी, अक्षय कुमार और इरफान खान की साल 2004 में रिलीज हुई एक्शन ड्रामा फिल्म 'आन मेन एट वर्क' की कहानी भी मुंबई पुलिस के एनकाउंटर स्पेशलिस्ट दया नायक से प्रेरित है, जिन्होंने मुंबई माफिया के खिलाफ अधिकारियों की एक टीम का अनुसरण किया था। फिल्म में सुनील शेट्टी ने दया नायक की भूमिका अदा की थी, जिनका फिल्म में नाम अप्पा कदम नाइक था।
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