एक्ट्रेस ने बेटी से धुलवाए बर्तन, साफ करवाया वॉशरूम, बोलीं- 'उसे पैसे मिलते हैं...'
श्वेता तिवारी अब छोटे पर्दे की दुनिया एक बड़ा नाम बन चुकी हैं। उन्होंने बेहद कम उम्र में ही शोहरत हासिल कर ली थी। टीवी शो कसौटी जिंदगी की के जरिए उन्हें खूब फेम और प्यार मिला था। इसके साथ ही एक्ट्रेस एक बेहतरीन मां भी हैं। हाल ही में उन्होंने मदरहुड पर बात की।

एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। श्वेता तिवारी (Shweta Tiwari) एक सिंगल मॉम हैं और काफी अच्छे से अपने बच्चों की परवरिश कर रही हैं। एक्ट्रेस की खूबसूरती के इंटरनेट पर लाखों लोग दीवाने हैं और 44 साल की उम्र में भी वो बड़ी-बड़ी एक्ट्रेस को अपनी अदाकारी से मात देने के लिए तैयार रहती हैं।
एक बेहतरीन मां हैं श्वेता तिवारी
एक्ट्रेस अपनी पर्सनल लाइफ के बारे में काफी बार डिस्कस कर चुकी हैं। उन्होंने अपनी लाइफ में बहुत कुछ झेला है लेकिन उनके माथे पर कभी कोई शिकन नहीं आई। हाल ही में एक्ट्रेस हर्ष लिंबाचिया के यूट्यूब चैनल पर आई थीं जहां उन्होंने अपने बच्चों के साथ फ्रेंडली कनेक्शन और मां-बेटी के बॉन्ड पर बात की।
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पलक को समय से आना होता था घर
श्वेता ने बताया कि वह एक बहुत स्ट्रिक्ट मॉम थीं और बचपन में उन्होंने पलक के लिए कई सारे रूल्स बनाए थे। श्वेता ने कहा कि वो सीमाएं तय करने में विश्वास रखती थीं। उन्होंने पलक को अनुशासित में रहने का महत्व सिखाया। श्वेता ने समझाया, "अगर पलक ने रात के एक बजे तक घर लौटने का वादा किया है, तो उसे 1 बजे घर के दरवाजे पर होना चाहिए। भले ही इसके लिए पार्टी छोड़कर आना पड़े।"
श्वेता को क्यों लगता था डर?
एक सिंगल मॉम के लिए बच्चों को पालना काफी मुश्किल होता है। एक्ट्रेस ने कहा कि इसलिए वो हर चीज पर नजर रखती थीं कि कही से कोई लापरवाही ना रह जाए। श्वेता ने इंटरव्यू में स्वीकार किया कि सुरक्षा कारणों से वह पलक की लोकेशन को ट्रेक करती थीं। इस बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा,"मुझे थोड़ा डर लग रहा था कि वह एक लड़की है और समाज अजीब है। हालांकि वह शराब नहीं पीती, लेकिन उसके आस-पास के लोग पीते हैं। कॉलेज में आने पर उसे अपना पहला फोन मिला। जब उसने मेकअप करवाया तब वह 16 साल की थी। वह स्कूल के फंक्शन में बिना मेकअप के जाती थी।
एक्ट्रेस ने क्या रखी थी बेटी के सामने शर्त?
श्वेता ने यह भी बताया कि कैसे उन्होंने पलक के लिए मंथली बजट तय कर रखा था ताकि उसे पैसों का मतलब समझ आए। अगर पलक तय सीमा से ज़्यादा खर्च करती थी,तो उसे और पैसे लेने के लिए घर के एक्स्ट्रा काम करने पड़ने थे। श्वेता ने कहा,"उसे एक बजट दिया गया था। मान लीजिए, मैं उसे 25,000 रुपये खर्च करने की इजाजत देती हूं और अगर वह 25,000 से 30,000 रुपये तक खर्च करती, तो उसे पता है कि उसे इसकी भरपाई के लिए घर के काम करने पड़ेंगे।
पलक को करना पड़ता था घर का काम
इसके लिए कामों की एक पूरी सूची थी। बाथरूम साफ करने के लिए उसे 1,000 रुपये, बिस्तर सेट करने के लिए 500 रुपये और बर्तन धोने के लिए 1,000 रुपये मिलते थे। तो वह ये सारे काम करती थी और जब उसे पता चलता कि उसका बजट ज्यादा खर्च होने वाला है, तो वह पहले से ही एक्स्ट्रा काम निपटा लेती थी।"
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