Ramayan: रामानंद सागर की रामायण के वो 5 भावुक दृश्य, जिन्हें देखकर आज भी भर आती हैं दर्शकों की आंखें
रामायण (Ramayan) का नाम उन चुनिंदा धार्मिक सीरियल्स की लिस्ट में शामिल किया जाता है जिन्हें देखने के बाद लोग इमोशनल भी हो जाते हैं। श्रीराम की कहानी दिखाने वाली रामानंद सागर की रामायण (Ramanand Sagar Ramayan) का जिक्र अक्सर होता है। आज बात इस सीरियल के कुछ सीन की कर रहे हैं जो दर्शकों की आंखें नम करते हैं।

एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। रामानंद सागर की रामायण का जिक्र धारावाहिक नाटक देखने वालों के बीच अक्सर चलता है। इस धार्मिक सीरियल का प्रसारण साल 1987 में दूरदर्शन पर हुआ था। कोरोना महामारी के दौरान टीवी पर इसे दोबारा दिखाया गया था, जब सीरियल्स के नए एपिसोड नहीं आ रहे थे। इससे आज भी लोगों का भावनात्मक जुड़ाव है। इसकी सफलता ने मुख्य किरदार निभाने वाले सितारों को भी पॉपुलैरिटी दिलवाई। रामायण के बाद प्रशंसकों ने राम का किरदार निभाने वाले अभिनेता अरुण गोविल को भगवान का दर्जा दिया।
आज बात रामायण के कुछ ऐसे सीन्स की कर रहे हैं, जिन्हें टीवी पर देखने के बाद लोगों की आंखें भी नम हो जाती हैं। आइए इन भावुक दृश्यों के बारे में विस्तार से जानते हैं।
वनवास में श्रीराम के साथ सीता का जाने का फैसला
रामायण देखने वाले जानते हैं कि भगवान श्रीराम को 14 वर्षों का वनवास दिया गया था। उस समय माता सीता भी अपने पति के साथ जाने के लिए तैयार हो जाती हैं। पति के प्रति उनका प्रेम और त्याग देखकर हर कोई आज भी भावुक हो जाता है। इतना ही नहीं, इस फैसले के बाद सीता सभी के दिलों को जीत लेती हैं।
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भरत का श्रीराम के खड़ाऊ लेकर अयोध्या लौटना
रामायण का जब भी जिक्र होता है, तो भरत के प्यार और सनेह को जरूर याद किया जाता है। जब जंगल में श्रीराम को वापस लाने के लिए भरत जाते हैं, तो राम ऐसा करने से इनकार देते हैं। इसके बाद वह वन से राम की खड़ाऊ लेकर लौटते हैं और अयोध्या की राज गद्दी पर उन्हें रखते हैं। यह दृश्य भाई के प्रति प्रेम और त्याग को दिखाता है, जिसे देखने के बाद किसी की आंखें नम हो जाती हैं।
भगवान राम और लक्ष्मण की अयोध्या से विदाई
अयोध्या से वनवास के लिए भगवान राम अपनी पत्नी सीता और छोटे भाई लक्ष्मण के साथ रवाना होते हैं। उस समय महाराज दशरथ, माता कौशल्या, सुमित्रा और भरत की आंखों दुख की जो वेदना होती है, उसे शब्दों में व्यक्त करना संभव नहीं है। यह दृश्य देखने के बाद टीवी पर रामायण को देखने वाले भी भावुक हो जाते हैं।
सीता की अग्नि परीक्षा
लंका विजय के बाद भगवान राम की अयोध्या में वापसी होती है। जब सीता की अग्नि परीक्षा की घड़ी आती है, तो यह सीन देखने वालों की आंखों से आंसू झलक जाते हैं। सीता की चुप्पी और आंखों में नजर आने वाला दर्द किसी को भी भावुक करने के लिए काफी है।
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सीता का धरती में समाने का सीन
रामायण के कई सीन हैं, जो दर्शकों को भावुक करते हैं। इसमें माता सीता का धरती में समाने का फैसला भी है। जब सीता धरती से प्रार्थना करती हैं, तो पृथ्वी उन्हें समा लेती है। यह दृश्य करुणा से भरा है, जब इसके बारे में सोचते हैं, तो आंखें नम हो जाती हैं।
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