चेंजिंग प्लैनेट 2 में सिर्फ समस्याएं नहीं, समाधान भी बताए गए हैं; रोजमैरी ने बताई डॉक्यूमेंट्री की कहानी
पर्यावरण में हो रहे बदलावों का इंसान की जिंदगी पर सीधा प्रभाव पड़ता है। इस बात को ध्यान में रखकर सिनेमा डिजिटल प्लेटफॉर्म और टीवी पर कई फिल्मों शो और ...और पढ़ें

पर्यावरण में हो रहे बदलावों का इंसान की जिंदगी पर सीधा प्रभाव पड़ता है। इस बात को ध्यान में रखकर सिनेमा, डिजिटल प्लेटफॉर्म और टीवी पर कई फिल्मों, शो और डाक्यूमेंट्री भी बनाई जा रही है। सोनी बीबीसी अर्थ की डाक्यूमेंट्री सीरीज चेंजिंग प्लैनेट भी कुछ ऐसे ही विषय पर आधारित है। इसका दूसरा पार्ट चेंजिंग प्लैनेट 2, 31 जुलाई को प्रदर्शित होगा।
इस डाक्यूमेंट्री के निर्माताओं ने सात वर्षों की अवधि के दौरान दुनिया के अलग-अलग जगहों पर पर्यावरण संबंधी विभिन्न चुनौतियों और उन पर चल रहे वैज्ञानिक प्रयासों के बारे में शूट किया है। इस सीरीज में यह भी दिखाया जाएगा कि किसी एक क्षेत्र की समस्या से जुड़े उपायों को कैसे किसी दूसरे क्षेत्र की वैसी ही समस्या के समाधान के लिए उपयोग किया जा सकता है।
रोजमैरी एडवर्ड्स इस शो की एक्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर हैं। दैनिक जागरण से बातचीत में वह कहती हैं, ‘पर्यावरण को लेकर हमारे ग्रह को किस तरह खतरे हैं, वह तो लोग जानते हैं। अपनी सीरीज के माध्यम से हम लोगों को यह दिखाने की कोशिश कर रहे हैं कि इन खतरों के समाधान क्या हैं और उनसे निपटने के लिए हमारे वैज्ञानिक और लोग किस तरह के प्रयास कर रहे हैं। यह हमारी खुशकिस्मती है कि हम उनके साथ काम कर पा रहे हैं।
क्या इसके आगे सीरीज का तीसरा सीजन भी आ सकता है? इस पर रोजमैरी कहती हैं कि पिछले सात वर्षों में हम उन विषयों को डाक्यूमेंट कर रहें हैं, जो हमारी पृथ्वी को प्रभावित कर हैं। हर सीजन की शूटिंग और रिसर्च में सात वर्ष लगते हैं। हमने पहले से ही तीसरे सीजन की शूटिंग शुरू कर दी है। महासागरों और उनमें होने वाले बदलावों को देखते हुए यह सीरीज खास होगी। अगले पांच-सात वर्षों में हमारी कोशिश महासागरों की गहराई में जाकर उनके बारे में जानकारियां इकट्ठा करने की होगी।

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