Thappad Box Office Collection Day 4: सोमवार को 'थप्पड़' के कलेक्शंस हुए काफ़ी कम, आगे सफ़र मुश्किल
Thappad Box Office Collection Day 4 थप्पड़ एक मुद्दा आधारित संवेदनशील फ़िल्म है जिसकी कहानी के केंद्र में घरेलू हिंसा है। तापसी ने फ़िल्म में एक गृहिणी का रोल निभाया है।
नई दिल्ली, जेएनएन। ओपनिंग वीकेंड में बेहतरीन प्रदर्शन करने के बाद तापसी पन्नू की फ़िल्म थप्पड़ का असर पहले सोमवार को कमज़ोर हुआ। फ़िल्म के कलेक्शंस में काफ़ी गिरावट आयी, जिसके चलते पहले हफ़्ते का सफ़र थोड़ मुश्किल हो गया है।
ट्रेड रिपोर्ट्स के अनुसार, सोमवार को थप्पड़ के कलेक्शंस में लगभग 50 फीसदी की गिरावट आयी है, जिसके चलते फ़िल्म ने 2.26 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया है। इसके साथ थप्पड़ का 4 दिनों का नेट कलेक्शन 16.92 करोड़ रुपये हो गया है। फ़िल्म के लिए आगे आने वाला समय चुनौती भरा है।
बीते शुक्रवार (28 फरवरी) को कोई बड़ी फ़िल्म रिलीज़ ना होने की वजह से थप्पड़ को पुरानी फ़िल्मों शुभ मंगल सावधान और भूत से ही चुनौती मिली थी, मगर आने वाले शुक्रवार (6 मार्च) से टाइगर श्रॉफ की बाग़ी 3 रिलीज़ हो जाएगी, जिसके बाद इस वक़्त चल रही सभी फ़िल्मों की मुश्किल बढ़ेगी। इसीलिए थप्पड़ के पास यही एक हफ़्ता है, जिसमें फ़िल्म के कलेक्शंस बढ़ाए जा सकते हैं।
अब तक के सफ़र की बात करें तो शुक्रवार (28 फरवरी) को रिलीज़ हुई फ़िल्म ने 3.07 करोड़ की ओपनिंग ली थी। शनिवार को 5.05 करोड़ और रविवार को 6.54 करोड़ जमा कर लिये थे। ओपनिंग वीकेंड में थप्पड़ का नेट कलेक्शन 14.66 करोड़ रहा था।
#Thappad is steady, finds patronage on Day 4 at select sectors [#Delhi, #NCR]... Needs to maintain the pace from Tue-Thu... Eyes ₹ 22.50 cr [+/-] total in *Week 1*... Fri 3.07 cr, Sat 5.05 cr, Sun 6.54 cr, Mon 2.26 cr. Total: ₹ 16.92 cr. #India biz.— taran adarsh (@taran_adarsh) March 3, 2020
थप्पड़ एक मुद्दा आधारित संवेदनशील फ़िल्म है, जिसकी कहानी के केंद्र में घरेलू हिंसा है। तापसी ने फ़िल्म में एक गृहिणी का रोल निभाया है, जबकि डेब्यूटेंट पावेल गुलाटी उनके पति के रोल में हैं। थप्पड़ घरेलू हिंसा को लेकर महिलाओं की सहनशीलता की भी बात करती है और एक बेहद ज़रूरी संदेश देती है।
रत्ना पाठक शाह, तन्वी आज़मी, दिया मिर्ज़ा, राम कपूर और कुमुद मिश्रा भी अहम किरदारों में हैं। रिलीज़ से पहले सोशल मीडिया में थप्पड़ के बहिष्कार को लेकर अभियान भी चलाये गये थे। इसके पीछे अनुभव सिन्हा और तापसी का नागरिकता संशोधन क़ानून के विरोध प्रदर्शन में शामिल होना था।