54 की उम्र में एक्टर Mukul Dev का निधन, पायलट की ट्रेनिंग के बाद अभिनय से बनाई थी खास पहचान
फिल्मों और टीवी के जाने-माने एक्टर मुकुल देव (Mukul Dev) का बीती देर रात निधन हो गया है। एक्टर ने 54 की उम्र में अंतिम सांस ली। अभिनेता के पिरवार और फैंस को उनके जाने से गहरा सदमा लगा है। आइए एक नजर उनके फिल्मी सफर पर डालते हैं। आप में से काफी कम लोग जानते होंगे कि वो पायलट की नौकरी छोड़कर आए थे।

एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। Mukul Dev Passed Away: बॉलीवुड की कई फिल्मों में अपनी एक्टिंग का जलवा चलाने वाले एक्टर मुकुल देव का निधन हो गया है। उनके जाने से पूरी इंडस्ट्री में मातम पसर गया है। दिवंगत अभिनेता ने कई दिग्गज कलाकारों के साथ स्क्रीन शेयर की थी। आइए जानते हैं उनके फिल्मी करियर के बारे में कैसे वो अपनी नौकरी छोड़कर बॉलीवुड में आए।
डेब्यू के बाद झेली मुश्किलें
मुकुल देव एक ऐसे अभिनेता थे, जिन्होंने पायलट की नौकरी छोड़कर बॉलीवुड में अपनी किस्मत आजमाई थी और रातोंरात स्टार बन गए। दिल्ली में जन्मे मुकुल ने 1996 में अपनी पहली फिल्म दस्तक से बॉलीवुड में कदम रखा, जिसमें उनकी जोड़ी सुष्मिता सेन के साथ थी। इस फिल्म का गाना ‘जादू भरी आंखों वाली सुनो’ उस दौर में खूब पसंद किया गया, और मुकुल की स्मार्ट पर्सनैलिटी ने उन्हें तुरंत फैंस का चहेता बना दिया। लेकिन क्या आप जानते हैं कि उनके इस शानदार डेब्यू के बाद उनकी राह आसान नहीं थी?
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पायलट की ट्रेनिंग ले चुके थे एक्टर
मुकुल का जन्म 17 सितंबर 1970 को दिल्ली में एक पंजाबी परिवार में हुआ था। उनके पिता हरि देव दिल्ली के पुलिस कमिश्नर थे, और उनके बड़े भाई राहुल देव भी एक मशहूर अभिनेता हैं। मुकुल ने इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी से पायलट की ट्रेनिंग ली थी, लेकिन एक्टिंग के जुनून ने उन्हें मुंबई खींच लिया। दस्तक से पहले वह टीवी शो मुमकिन में नजर आए थे। उनकी प्रतिभा को देखकर अमिताभ बच्चन की कंपनी ने उन्हें फिल्म नाम क्या है के लिए साइन किया, लेकिन वह फिल्म नहीं बनी। इसके प्रोमो देखकर महेश भट्ट ने उन्हें दस्तक में मौका दिया था।
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सुष्मिता संग जमी थी जोड़ी
फिल्म दस्तक में मुकुल ने एसीपी रोहित मल्होत्रा का किरदार निभाया था, और सुष्मिता के साथ उनकी केमिस्ट्री ने दर्शकों का दिल जीता था। हालांकि, इसके बाद उनकी फिल्में जैसे किला, वजूद, और मुझे मेरी बीवी से बचाओ बॉक्स ऑफिस पर ज्यादा कमाल नहीं दिखा पाईं।
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सुष्मिता की तरह उनका करियर लीड रोल में चमक नहीं पाया, लेकिन उन्होंने यमला पगला दीवाना, सन ऑफ सरदार, और जय हो जैसी फिल्मों में सहायक किरदारों से खूब वाहवाही बटोरी। उनकी एक्टिंग के लिए उन्हें यमला पगला दीवाना के लिए 7वां अमरीश पुरी अवॉर्ड भी मिला था।
फिल्मों के साथ टीवी में किया था काम
मुकुल ने हिंदी के अलावा पंजाबी, बंगाली, और तेलुगु फिल्मों में भी काम किया था। टीवी पर भी वह कहानी घर घर की और फियर फैक्टर के पहले सीजन के होस्ट के रूप में छाए। हालांकि मुकुल पिछले कुछ समय से इंडस्ट्री में खासा एक्टिव नहीं थे। मगर उनके किरदारों को फैंस हमेशा याद रखेंगे।
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