Manoj Bajpayee: जब बैंडिट क्वीन के सेट पर मनोज बाजपेयी से मिलने पहुंचे असली डाकू मान सिंह.. दोनों ने की पार्टी
When Real Dacoit Maan Reach Sets Of Bandit Queen फिल्म बैंडिट क्वीन देखने में जितनी दिलचस्प है उतने ही मजेदार फिल्म की शूटिंग से जुड़े किस्से है। फिल्म की शूटिंग घने और खतरनाक जंगलों में हुई थी। इस दौरान एक बार तो असली डाकू ही सेट पर पहुंच गए थे।
नई दिल्ली, जेएनएन। When Real Dacoit Maan Reach Sets Of Bandit Queen: फूलन देवी की बायोग्राफिकल ड्रामा फिल्म बैंडिट क्वीन हिंदी सिनेमा की कुछ शानदार फिल्मों में से एक है। फिल्म में मंझे हुए कलाकारों की टुकड़ी ने इसे और भी कमाल का बना दिया।
बैंडिट क्वीन के डायरेक्टर शेखर कपूर ने भी फिल्म को बनाने में कोई कमी नहीं छोड़ी। उन्होंने फिल्म को ओरिजिनल दिखाने के लिए शूटिंग लोकेशन के लिए घने और खतरनाक जंगलों को चुना। यहां तक कि एक बार तो ऐसा हुआ कि सेट पर असली डाकू ही पहुंच गया। फिर जो हुआ वो तो और भी दिलचस्प है।
डाकुओं के एरिया में हुई शूटिंग
शेखर कपूर ने अपने ऑफिशियल इंस्टाग्राम अकाउंट पर बैंडिट क्वीन के सेट पर हुए इस दिलचस्प किस्से के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि मनोज बाजपेयी फिल्म में डाकू मान सिंह का किरदार निभा रहे थे, जो उस वक्त भी एक्टिव था। फिल्म की शूटिंग लोकेशन भी ऐसी थी कि एरिया में डाकुओं का गढ़ था। ऐसे में एक दिन मान सिंह साक्षात सेट पर मनोज बाजपेयी से मिलने आ गए।
पुलिस ने दी थी सुरक्षित रहने की वॉर्निंग
शेखर कपूर ने कहा, "बैंडिट क्वीन में मनोज बाजपेयी मान सिंह के किरदार में थे। जब हम राजस्थान के धौलपुर जिले में बैंडिट क्वीन की शूटिंग कर रहे थे तब हमें पुलिस द्वारा खास तौर पर सुरक्षा बरतने की सलाह दी गई थी, क्योंकि उस एरिया में तभी भी डकैत गिरोह और समूह सक्रिय थे। मनोज बाजपेयी डाकू मान सिंह का किरदार निभा रहे थे, जो तब तक फरार था। तभी भी एक्टिव था, और हमने सुना था कि वह उस एरिया में काम कर रहा था जिसमें हम फिल्म बना रहे थे।"
जब असली डकैत से हुआ आमना-सामना
उन्होंने आगे कहा, "एक रात असली मान सिंह हमारे सेट पर आ गया और उस आदमी से मिलना चाहता था जो उसका किरदार निभा रहा था। इसके बाद हुआ ये कि असली मान सिंह और मनोज बाजपेयी ने मिलक पार्टी की और साथ में शराब पी। अब दोनों के बीच में असल में क्या बात हुई ये तो मनोज ही बता सकते हैं, लेकिन क्या रोमांच था, एक अभिनेता के लिए कमाल का अनुभव था, असल में जिंदगी को जीना, जिस डकैत का पुलिस पीछा कर रही थी... वो डकैत खुद आपके सामने आ जाता है !!"
फिल्में बनाने का एडवेंचर
शेखर कपूर ने फिल्में बनाने के गुजरे दौर को याद करते हुए कहा, "फिल्म बनाने का एडवेंचर.. जब फिल्में बनाना एक वास्तविक जीवन का रोमांच था.. मैं उन दिनों को याद करता हूं.. मुझे कल्पना के परे जाना याद आता है और वैसे भी.. बैंडिट क्वीन मनोज बाजपेयी की पहली फिल्म थी.. और कैसे वह आज स्क्रीन पर सबसे अच्छे अभिनेताओं में से एक बन गए हैं।"