फिल्म महानति के विवाद के बीच रेखा और छह ‘बहनों’ की तस्वीर वायरल
"यह जेमिनी के बच्चों के साथ अन्याय है और हमारे पिता को बदनाम करने की कोशिश।"
मुंबई। दक्षिण भारत की जानी मानी अभिनेत्री सावित्री के जीवन पर बनी फिल्म महानति भले ही इन दिनों साऊथ और अमेरिका में धूम मचा रही हो लेकिन फिल्म को लेकर विवाद भी शुरू हो गए हैं और साथ ही रेखा सहित उनके परिवार की एक पुरानी तस्वीर भी वायरल हो रही है ।
आगे बढ़ने से पहले ज़रा ये कनेक्शन और कहानी समझ लीजिए। और रेखा का इससे रिश्ता भी। सावित्री जेमिनी गणेशन की तीसरी पत्नी थीं और रेखा जेमिनी गणेशन की दूसरी पत्नी से हुई बेटी। जो तस्वीर इन दिनों तेज़ी से देखी जा रही है वो दो साल पहले की है। साल 2016 में चेन्नई में एक अस्पताल के उद्घाटन समारोह के दौरान ये तस्वीर ली गई थी, जिसमें रेखा अपनी छह बहनों के साथ दिख रही हैं। एक को छोड़ कर ये सभी रेखा की सगी बहनें नहीं हैं।
तस्वीर में आप जिन्हें देख रहे हैं वो हैं जयालक्ष्मी श्रीधर, रेवती स्वामीनाथन, कमला सेल्वराज, भानुरेखा, राधा उस्मान सैय्यद, नारायणी गणेशन और विजया चामुंडेश्वरी। इनमें से रेवती, कमला, जया और नारायणी , जेमिनी गणेशन की पहली पत्नी अलमेलु की बेटियां हैं। दूसरी पत्नी पुष्पवल्ली से दो बेटियां रेखा और राधा हैं जबकि सावित्री से विजया और एक बेटा सतीश कुमार हैं। अब तेलुगु फिल्म महानति की रिलीज़ के बाद ऐसी ख़बरें आई कि जेमिनी गणेशन की पहली पत्नी की बेटी कमला सेल्वराज इस बात से नाराज़ हैं क्योंकि इस फिल्म में उनके पिता जेमिनी गणेशन की छवि को गलत तरीके से पेश किया गया है।
तमिल में इस फिल्म का नाम नदिगाईर थिलागम रखा गया है। फिल्म में कृति सुरेश ने सावित्री का लीड रोल किया है जबकि दिलकेर सलमान ने जेमिनी गणेशन का। जेमिनी की बेटी कमला ने एक अख़बार को बताया कि इस फिल्म को देखकर आप हैरान हो जाएंगे कि वास्तविकता कहां ख़त्म होती है और फिक्शन कहां शुरू होता है। यह जेमिनी के बच्चों के साथ अन्याय है और हमारे पिता को बदनाम करने की कोशिश। यह सावित्री के महिमा मंडन की एकतरफ़ा कहानी है। इस बीच फिल्म महानति, दक्षिण भारत और अमेरिका में बॉक्स ऑफ़िस पर अच्छा प्रदर्शन कर रही है। फिल्म में सामंथा प्रभु अक्कीनेनी, और विजय देवराकोंडा भी हैं। महानति का तमिल और तेलुगु वर्जन तमिलनाडु में 11 मई को रिलीज़ हुआ है। अपने समय की बेहतरीन अभिनेत्री सावित्री ने दक्षिण भारत की सभी चारों भाषाओँ को मिला कर 260 से अधिक फिल्मों में काम किया था। वो प्ले बैक सिंगर भी थीं, फिल्में डायरेक्ट भी की और प्रोड्यूस भी।
सावित्री का 45 वर्ष की उम्र में 1981 में निधन हो गया था। उन्हें चिवराकु मिग्लेंदी फिल्म के लिए राष्ट्रपति पुरस्कार दिया गया था। उन्होंने मधुबाला के साथ ‘बहुत दिन हुए’ , मनोज कुमार के साथ घर बसा के देखो, बलराम श्रीकृष्ण और गंगा की लहरें नाम की हिंदी फिल्मों में भी काम किया। सिर्फ 16 साल की उम्र में उन्होंने तमिल के जाने माने अभिनेता जैमिनी गणेशन से शादी की थी।
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