Vikram Bhatt ने सालों बाद खोला राज, भाई मुकेश-महेश भट्ट के बीच अनबन की बताई वजह
भाई महेश भट्ट और मुकेश भट्ट के बीच अच्छा रिश्ता नहीं है यह बात जगजाहिर है। अब हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान विक्रम भट्ट ने दोनों भाइयों के बीच हुई अनबन को लेकर खुलकर बात की है। इसके साथ ही विक्रम ने महेश भट्ट से हुई लड़ाई को लेकर भी बात की। चलिए जानते हैं इंटरव्यू में विक्रम भट्ट ने क्या-क्या कहा है।
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। महेश भट्ट, विक्रम भट्ट और मुकेश भट्ट मनोरंजन इंडस्ट्री में तीन फेमस हस्तियां हैं। अब हाल ही में एक इंटरव्यू में विक्रम भट्ट ने महेश और मुकेश भट्ट की अनबन के बारे में बात कि है। महेश भट्ट और मुकेश भट्ट के बीच चीजें हमेशा अच्छी नहीं रही हैं, क्योंकि उनके बीच लंबे समय से टकराव चल रहा है। अब विक्रम भट्ट ने इस बारे में बात कि और बताया कि वह महेश भट्ट के पक्ष में क्यों रहे हैं।
मुकेश भट्ट ने महेश भट्ट पर किया अत्याचार
हाल ही में, सिद्धार्थ कानन से बातचीत के दौरान विक्रम भट्ट ने खुलासा किया कि 'भट्ट साहब (महेश भट्ट) ने मुझे मोर की एक पेंटिंग गिफ्ट की थी। मोर रेगिस्तान के ऊपर उड़ रहा है। भट्ट साहब ने मुझसे कहा कि ये मोर तुम्हारे जैसा है। वह पूरे विकसित रंगों में रेगिस्तान के ऊपर उड़ रहा है। एक दिन मैं भट्ट साहब से बात कर रहा था और फिर टॉयलेट चला गया।
वापस आने के बाद मैंने देखा कि मेरा ड्राइवर इंदर मेरी पेंटिंग ले जा रहा है। मैंने उनसे पूछा, ‘आप यह पेंटिंग कहां ले जा रहे हैं'। उन्होंने मुझसे कहा, ‘बॉस (महेश भट्ट) ने इसे मेरी कार में रखने के लिए कहा है'। इसके बाद मैंने भट्ट साहब से पूछा, तो उन्होंने कहा, ‘आप कंपनी से बाहर निकल जाइए। मैंने उनसे पूछा कि क्या हुआ, और उन्होंने कहा, 'सालो तक मेरे भाई (मुकेश भट्ट) ने मुझे शोषण किया है। मैं नहीं चाहता कि वो तुझे शोषण करे। तुम जाओ और अपने आप कुछ करो। मुझे वही करना था, जो बॉस ने कहा'।
गलतफहमी की वजह से दोनों में आई दूरी
इसके बाद विक्रम भट्ट ने महेश भट्ट के साथ खुद की अनबन पर भी बात की। उन्होंने बताया कि एक गलतफहमी की वजह से दोनों में बीच में दूरी आ गई थी। इसके लिए उन्होंने खुद को दोषी ठहराया। विक्रम ने कहा 'मुझे लगता है कि यह एक गलतफहमी थी। उस गलतफहमी में मेरी गलती है मुझे एक बार उनसे जरूर पूछना चाहिए था कि उन्होंने वो सारी बातें कहीं या नहीं, जिस वजह से गलतफहमी हुई, लेकिन मैंने ऐसा नहीं किया। मैं अहंकार में था और यही मेरी गलती थी। अगर मैंने उन्हें अपना गुरु माना था, तो मुझे उनका सम्मान करना चाहिए था'।
इसके आगे उन्होंने कहा 'जब मैं 5-6 साल बाद उनके पास वापस गया, तो मैंने उनसे कहा, 'बॉस, मैं यहां फिल्म निर्देशित करने के लिए नहीं हूं। मैं यहां अपनी गलती स्वीकार करने आया हूं। आप मुझसे जो कहेंगे मैं भी वही करूंगा। अगर आप कहते हैं कि कोई फिल्म संपादित करो या मेरी कार चलाओ, तो मैं सब कुछ करता हूं। वह बहुत भावुक हो गए। उन्होंने इस बारे में ट्वीट भी किया। उन्होंने मुझसे कहा, 'अगर आप निर्देशक हैं, तो कार क्यों चलाएंगे और इस तरह राज 3 पर काम शुरू हुआ'।