Top Bollywood Satirical Comedy Film: जब फिल्मों में उठाये गये गंभीर विषय, मजाक-मजाक दिया बड़ा मैसेज
Top Bollywood Satirical Comedy Films हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में कई ऐसी फिल्में बनी है जिन्होंने बॉक्स ऑफिस पर रिकॉर्ड तोड़ व्यापार किया है। इनमें ट्रेजडी और कॉमेडी दोनों रही है। इन फिल्मों में हिंदी मीडियम पिपली लाइव मुन्नाभाई एमबीबीएस जैसे नाम शामिल है।

Top Bollywood Satirical Comedy Films: बॉलीवुड की फिल्मों में कॉमेडी और ट्रेजेडी नई बात नहीं है। फिल्मों में ट्रेजडी के माध्यम से लोगों को हंसाने का काम लंबे समय से होता रहा है। इसकी प्रेरणा की बात की जाए तो चार्ली चैपलिन की फिल्में कॉमेडी और ट्रेजरी का उत्तम सम्मिश्रण है। उन्हीं की फिल्मों को आधार बनाकर बॉलीवुड में कई ऐसी फिल्में बनी है जो आज भी दर्शकों के दिलों-दिमाग पर छाई हुई है।
बॉलीवुड ट्रेजेडी पर आधारित कॉमेडी फिल्में बनाने में पीछे नहीं है। वह समाज के आईने के तौर पर काम करता है और कई बार मजाक-मजाक में बहुत गंभीर बात कह देता है। 1983 के दशक में आई फिल्म जाने भी दो यारो भी उसी का एक अंश है। हम आपके लिए 5 ऐसी फिल्मों की सूची लेकर आए हैं, जिन्होंने समय-समय पर न सिर्फ लोगों का मनोरंजन किया बल्कि उन्हें सीख भी दी।
पीपली लाइव
पीपली लाइव फिल्म सन 2011 में आई थी। यह फिल्म ऑस्कर के लिए भारत की ओर से ऑफिशियल एंट्री के तौर पर चुनी गई थी। इस फिल्म का विषय किसानों की आत्महत्या था। दरअसल पीपली गांव का एक किसान उस पर चढ़े ऋण उतारने के लिए आत्महत्या करने का निर्णय लेता है। इसके बाद यह खबर जंगल की आग की तरह फैल जाती है और पूरी फिल्म ट्रेजेडी को कॉमेडी के माध्यम से लोगों तक पहुंचाती है।
मुन्नाभाई एमबीबीएस
मुन्नाभाई एमबीबीएस इस फिल्म में संजय दत्त और अरशद वारसी की अहम भूमिका है। इस फिल्म में कॉमेडी के माध्यम से मेडिकल फील्ड की कमियों को उजागर करने का प्रयास किया गया था। इस फिल्म में एक अनपढ़ व्यक्ति जब साइंस पढ़ने लगता है और डॉक्टरी करने लगता है, तब अन्य पर क्या गुजरती है। उसे बहुत ही मजेदार अंदाज में इसमें बताया गया है।
ओ माय गॉड
ओ माय गॉड अक्षय कुमार ने इस फिल्म में भगवान की भूमिका निभाई थी। दरअसल फिल्म में परेश रावल भगवान पर केस ठोक देते हैं कि उन्होंने उनकी दुकान गिरा दी है। यह फिल्म काफी मजेदार है और दर्शकों को काफी कुछ सीखाती है।
जाने भी दो यारों
यह बॉलीवुड की कल्ट क्लासिक फिल्म है। यह फिल्म पॉलिटिक्स, ब्यूरोक्रेसी और मीडिया पर कटाक्ष करती है। फिल्म में नसीरुद्दीन शाह, पंकज कपूर और ओमपुरी की भूमिका है। सभी ने फिल्म को पसंद किया था।
खोसला का घोसला
यह फिल्म 2006 में आई थी। इस फिल्म को राष्ट्रीय पुरस्कार भी दिया गया था। यह फिल्म घर को खरीदने-बेचने और उस पर अवैध कब्जा करने की कहानी है।
जॉली एलएलबी
इस फिल्म में अरशद वारसी की अहम भूमिका थी। यह फिल्म भारत की न्यायिक प्रणाली में व्याप्त भ्रष्टाचार को उजागर करती है। फिल्म में एक पीआईएल 4 वर्कर के अधिकारों के लिए डाली जाती है। फिल्म में सतीश कौशिक ने भी जबरदस्त भूमिका निभाई है। यह कोर्टरूम ड्रामा है।
हिंदी मीडियम
अबेटी को इंग्लिश स्कूल में डालने की जद्दोजहद को दिखाती है। फिल्म में इंग्लिश भाषा के प्रति के अनचाहे आकर्षण के भी बारे में दिखाया गया है। फिल्म में इरफान खान की अहम भूमिका थी। इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर अच्छा व्यवसाय किया था।
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