अपने दिल की सुनने वाले कलाकार हैं Taare Zameen Par फेम दर्शील सफारी, हुनर के दम पर अलग पहचान बनाने की कर रहे कोशिश
दर्शील कहते हैं कि मेरे आस-पास के लोग अक्सर कहते थे कि तुमने तो इतनी कम उम्र में अच्छा काम कर लिया है आगे जाकर कोई दूसरा काम क्यों नहीं करते। तुम्हारी लोगों से पहचान भी है उनसे संपर्क क्यों नहीं करते? मैं बस अपने दिल की सुनता था। अभिनय से जो प्यार और लगाव मुझे है वो कोई दूसरा व्यक्ति नहीं समझ सकता है।
सफलता हो या असफलता, जीवन के हर मोड़, हर अहम पड़ाव पर आस-पास के लोगों की अलग-अलग टिप्पणियां आ ही जाती हैं। कई बार ऐसी टिप्पणियों से प्रेरणा मिलती है, तो कई बार निराशा भी हाथ लगती है। इसलिए फिल्म तारे जमीं पर फेम अभिनेता दर्शील सफारी ने लोगों की बातों पर ध्यान न देकर सिर्फ अपने दिल की सुनी।
सिनेमा जगत से दूरी बना ली थी
बतौर बाल कलाकार काम करने के बाद दर्शील ने सिनेमा जगत से दूरी बना ली थी, अब वह बतौर अभिनेता वापसी कर चुके हैं। वह हालिया प्रदर्शित फिल्म हुकुस बुकुस में नजर आए हैं। दैनिक जागरण से बातचीत में दर्शील कहते हैं, ‘मैंने हमेशा धैर्य से काम लिया।
मेरे आस-पास के लोग अक्सर कहते थे कि तुमने तो इतनी कम उम्र में अच्छा काम कर लिया है, आगे जाकर कोई दूसरा काम क्यों नहीं करते। तुम्हारी लोगों से पहचान भी है, उनसे संपर्क क्यों नहीं करते? मैं बस अपने दिल की सुनता था। अभिनय से जो प्यार और लगाव मुझे है, वो कोई दूसरा व्यक्ति नहीं समझ सकता है। जब मैंने तय किया कि मैं एक्टिंग से ब्रेक लेना चाहता हूं तो लोगों ने कहा कि अरे ये क्या कर रहे हो?
फिर जब मैंने वापसी के लिए दोबारा मेहनत करना शुरू किया तो कई लोगों ने कहा कि हमें तो लगा कि तुमने एक्टिंग से संन्यास ले लिया है और अपने पिता जी के व्यापार में चले गए हो। मुझे दूसरों का बातें सुनकर अटक नहीं जाना है। जब मैं अपने काम में लगा रहा तो मुझे एक नहीं कई फिल्में मिली। मैं दो-तीन और प्रोजेक्ट कर चुका है। जिसमें एक फिल्म और दो वेब सीरीज है।
यह भी पढ़ेंः 'महिला प्रधान फिल्म सुनते ही, दरवाजा बंद कर देते थे', Tahira Kashyap को ये Film बनाने में लग गए छह साल