'बस लास्ट मिनट में...' Kedarnath Helicopter क्रैश में बाल-बाल बची जान, एक्ट्रेस ने बताया दैवीय प्रभाव
शीतल ने सुष्मिता सेन की ताली में नरगिस की भूमिका निभाई थी। यह शो ट्रांसजेंडर एक्टिविस्ट श्रीगौरी सावंत के जीवन पर आधारित है। कुछ समय पहले केदारनाथ के पास 15 जून को हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ था। इस दर्दनाक हादसे में कई लोगों के मौत हो गई थी। इस दिन एक अभिनेत्री भी इसमें सफर करने वाली थी जिसने अपना भयावह अनुभव शेयर किया है।

एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। बीते दिनों विमान से जुड़ी कुछ घटनाओं ने देश को झकझोर कर रख दिया था। अहमदाबाद में हुए प्लेन हादसे में 241 लोगों की जान चली गई थी। वहीं इसके ठीक एक या दो दिन बाद केदारनाथ जा रहा एक विमान दुर्घटना ग्रस्त हो गया था।
सुष्मिता सेन के साथ कर चुकी हैं काम
वहीं इस बीच कुछ चमत्कार भी हुए जिसपर अभी भी यकीन करना मुश्किल है। अहमदाबाद प्लेन क्रैश में बस एक यात्री बचा जिसका नाम विश्वास कुमार है। वहीं एक यात्री ट्रैफिक में फंस गया जिसकी वजह से उसकी फ्लाइट छूट गई। ऐसा ही कुछ हुआ सुष्मिता सेन के शो ताली में अपनी भूमिका के लिए मशहूर अभिनेत्री शीतल काले के साथ।
यह भी पढ़ें: Runway 34 से The Kandahar Hijack तक: इन फिल्मों और सीरीज में दिखी विमान हादसों की झलक
हादसे में हो गई थी 7 लोगों की मौत
शीतल ने सोशल मीडिया पर खुलासा किया कि उन्हें उसी हेलीकॉप्टर पर सवार होना था जो 15 जून को केदारनाथ में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इसमें 7 लोगों की मौत हो गई थी। अभिनेत्री ने अपने इंस्टाग्राम स्टोरीज पर बताया कि उन्होंने और उनके परिवार ने हेलीकॉप्टर की सवारी के लिए पहले ही टिकट बुक कर लिए थे, लेकिन उनकी मां के बीमार होने के बाद उन्हें आखिरी समय में अपना प्लान कैंसिल करना पड़ा।
एक्ट्रेस ने बुक करवाया था टिकट
उन्होंने इंस्टा स्टोरी में इसकी जानकारी देते हुए लिखा,"केदारनाथ में हुए दुखद हेलीकॉप्टर हादसे से मैं बहुत दुखी हूं। मेरी संवेदनाएं उन सभी परिवारों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। इससे भी ज्यादा चौंकाने वाली बात यह है कि मैं और मेरा परिवार उस दिन उसी हेलीकॉप्टर पर सवार होने वाले थे।"
मां की तबियत हो गई थी खराब
उन्होंने आगे कहा,"टिकट बुक हो चुके थे, सब कुछ प्लान किया गया था। लेकिन एक दिन पहले ही मेरी मां की अचानक तबीयत खराब हो गई, जिसके कारण हमें यात्रा रद्द करनी पड़ी। उस समय मैं निराश थी... अब, मेरा मानना है कि यह ईश्वरीय कृपा से कम नहीं था। किस्मत के उस मोड़ ने हमारी जान बचाई। जीवन नाजुक है और जीवित रहना सबसे बड़ा आशीर्वाद है।"
15 जून को हुआ था हादसा
बता दें कि 15 जून को केदारनाथ में हुए दुखद हेलीकॉप्टर हादसे में सात लोगों की मौत हो गई थी, जिसमें एक दो साल का बच्चा और पायलट भी शामिल हैं। खराब मौसम के कारण केदारनाथ धाम जाते समय गौरीकुंड और त्रियुगीनारायण के बीच गौरी माई खर्क के जंगलों में हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। सुबह करीब 5:30 बजे इसकी सूचना मिली।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।