Move to Jagran APP

Smita Patil Death Anniversary: मरने के बाद ‘दुल्हन’ की तरह सजी थीं स्मिता पाटिल, इस एक्टर का घर तोड़ने का लगा था आरोप

मंथन (1976) भूमिका (1977) आक्रोश (1980) चक्र (1980) नमक हलाल (1982) आखिर क्यों (1985) नजराना (1987) अर्थ (1982) वारिस (1988) जैसी फिल्मों में अपनी अदाकारी से सबके दिलों दिमाग पर अपनी छाप छोड़ने वाली अभिनत्री स्मिता पाटिल ने 13 दिसंबर को आखिरी सांस ली थी।

By Nazneen AhmedEdited By: Published: Mon, 14 Dec 2020 11:36 AM (IST)Updated: Mon, 14 Dec 2020 05:46 PM (IST)
Photo Credit - Instagram Viral Photos (Smita Patil)

नई दिल्ली, जेएनएन। मंथन (1976), भूमिका (1977) आक्रोश (1980), चक्र (1980), नमक हलाल (1982), आखिर क्यों (1985), नजराना (1987), अर्थ (1982), वारिस (1988) जैसी फिल्मों में अपनी अदाकारी से सबके दिलों दिमाग पर अपनी छाप छोड़ने वाली अभिनत्री स्मिता पाटिल ने 13 दिसंबर को आखिरी सांस ली थी। 17 अक्टूबर 1955 को पुणे में जन्मी स्मिता पाटिल ने 13 दिसंबर 1986 को महज 31 साल की उम्र में इस दुनिया को अलविदा कह दिया।

loksabha election banner

स्मिता पाटिल की जीवनी लिखने वाली मैथिली राव ने एक इंटरव्यू में बताया था कि स्मिता को वायरल इन्फेक्शन की वजह से ब्रेन इन्फेक्शन हो गया था जिसकी वजह से उनका निधन हुआ। आज उन स्मिता को गुज़रे हुए 34 साला हो गए हैं, लेकिन उनकी बेहतरीन अदाकारी के लिए एक्ट्रेस को अब भी याद किया जाता है। आज एक्ट्रेस की डेथ एनिवर्सिरी पर हम आपको बताते हैं उनकी ज़िंदगी से जुड़ी कुछ अनुसनी बातें।

12 साल के करियर में हासिल की ये कामयाबी

स्मिता का फिल्मी सफर कुछ खास लंबा नहीं रहा। अपने 12 साल के करियर में स्मिता ने अस्सी से ज्यादा हिंदी, मराठी, गुजराती, मलयालम फिल्मों में काम किया। स्मिता ने करियर शुरू करने के महज चार सालों में ही अपना पहला नेशनल अवॉर्ड जीत लिया था। साल 1977 में उन्हें फिल्म 'भूमिका' के लिए नेशनल अवॉर्ड मिला। वहीं फिर साल 1980 में फिल्म 'चक्र' के लिए नेशनल अवॉर्ड मिला। इसके अलावा उन्होंने फिल्मफेयर अवॉर्ड अपने नाम किया और साल 1985 में स्मिता को पद्मश्री पुरस्कार से नवाजा गया।स्मिता के करियर के बारे में ये बात शायद कम ही लोग जानते होंगे कि उनके निधन के बाद भी उनकी 15 से ज्यादा फिल्में रिलीज़ हुई थीं।

इस एक्टर के साथ लिव-इन में रहने पर हुई आलोचना

एक्ट्रेस की प्रोफेशनल लाइफ जितनी बुलंदियों पर रही उनकी पर्सनल लाइफ में उन्हें उतनी ही आलोचना का शिकार होना पड़ा। स्मिता पाटिल की पर्सनल लाइफ की बात करें तो एक्ट्रेस के ऊपर घर तोड़ने का आरोप लगाया गया था। दरअसल, स्मिता और बॉलीवुड एक्टर राज बब्बर के साथ उनकी नजदीकियां उस वक्त काफी चर्चा में रही थीं। जब ये बात सबके सामने आई तो स्मिता को काफी आलोचनाओं का शिकार होना पड़ा, स्मिता पर राज बब्बर का घर तोड़ने का आरोप भी लगा। क्योंकि राज बब्बर पहले से शादीशुदा थे।

राज की शादी नादिरा से हो चुकी थी और वो स्मिता के साथ एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर चला रहे थे। कहा जाता है कि जब राज ने स्मिता से दूसरी शादी की बात की, उस दौरान उनके घर वाले इस रिश्ते के खिलाफ थे और उन्होंने राज को परिवार या फिर स्मिता को चुनेने को कहा। जिसके बाद राज ने नादिरा को छोड़कर स्मिता को चुना और वो उनके साथ रहने चले गए। स्मिता और राज उस दौर में लिव इन रहते थे। बाद में दोनों ने शादी कर ली। राज बब्बर के दो बेटे हैं। एक उनकी पहली पत्नी नादिरा से आर्य बब्बर और स्मिता से प्रतीक बब्बर।

मौत के बाद दुल्हन की तरह सजी थीं स्मिता

स्मिता पाटिल के मेकअप आर्टिस्ट दीपक सावंत ने बताया था कि 'स्मिता कहा करती थीं कि दीपक जब मर जाउंगी तो मुझे सुहागन की तरह तैयार करना’। मृत्यु के बाद अंतिम इच्छा के मुताबिक, स्मिता को सुहागन की तरह सजाया गया।

 

View this post on Instagram

A post shared by Humans of Cinema (@humansofcinema)


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.