शाहिद कपूर के पिता और अभिनेता पंकज कपूर बने लेखक, 'दोपहरी' से की लेखन की शुरुआत
शाहिद कपूर के पिता पंकज कपूर लेखक बन गए हैं। उन्होंने साहित्य में डेब्यू कर लिया है। उन्हें अपना पहला उपन्यास लिखने में 27 साल लगे। पंकज के इस पहले उपन्यास का नाम है दोपहरी।
नई दिल्ली, जेएनएन। शाहिद कपूर के पिता पंकज कपूर लेखक बन गए हैं। उन्होंने साहित्य में डेब्यू कर लिया है। उन्हें अपना पहला उपन्यास लिखने में 27 साल लगे। पंकज के इस पहले उपन्यास का नाम है, दोपहरी। पंकज कपूर अभिनेता, निर्देशक, स्क्रीन राइटर, स्टोरी राइटर रहे हैं। अब साहित्यकार बनने के साथ ही उनकी उपलब्धियों में एक और सितारा जुड़ गया है।
दर्शकों को बताना चाहता हूं कि मैं लेखक हूं-पंकज
इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक हालिया इंटरव्यू में पंकज कपूर ने बताया है कि इस उपन्यास को लिखने का आइडिया उनकी पत्नी सुप्रिया पाठक ने दिया था। सुप्रिया ने पंकज से कहा कि वह स्टेज प्ले दोपहरी को उपन्यास के रूप में लिखें। वहीं किताब के बारे में बात करते हुए पंकज कपूर ने कहा कि यह बेहद स्ट्रेंज फीलिंग है। मैं यह नहीं कह रहा हूं कि मुझे गर्व है, लेकिन मैं रोमांचित हूं। यह किताब अच्छी है। मेरे पोते-पोतियां इसे पढ़ सकेंगे। मुझे अच्छा लगेगा कि अगर लोग इस किताब को पढ़कर आनंदित होंगे। पंकज कपूर के मुताबिक वह दर्शकों को बताना चाहते हैं कि वह अभिनेता के अलावा एक लेखक भी हैं।
पत्नी सुप्रिया पाठक ने की काफी मेहनत
पंकज कपूर के मुताबिक इस किताब के लिए उनकी पत्नी सुप्रिया पाठक ने भी काफी मेहनत की है। उन्होंने ही साहित्य के क्षेत्र के लोगों और पब्लिशिंग हाउस से संपर्क किया। वहीं शाहिद कपूर की बात करें तो वह हाल में सुपरहिट फिल्म कबीर सिंह में दिखे थे। इस फिल्म को लेकर काफी विवाद भी हुआ था। कई आलोचकों का कहना था कि इस फिल्म में महिलाओं को आब्जेक्टिफाई किया गया है। हालांकि ढेर सारे विवादों के बावजूद यह फिल्म टिकट की खिड़की पर काफी सफल साबित हुई। अब शाहिद कपूर अपनी अगली फिल्म जर्सी की तैयारियों में जुट गए हैं। इस फिल्म का फर्स्ट लुक कुछ दिनों पहले ही आया है।