Shah Rukh: 'शाह रुख खान को बंगाली खाना खिलाना चाहती हूं', 60 साल की कैंसर पीड़ित महिला ने बताई अपनी अंतिम इच्छा
Shah Rukh Khan बॉलीवुड के बादशाह शाह रुख खान के दुनिया में कई चाहने वाले हैं। हाल ही में शाह रुख खान की 60 साल की एक कैंसर पीड़ित महिला फैन ने अपनी अंतिम इच्छा बताते हुए कहा कि वह मरने से पहले शाह रुख खान से मिलना चाहती हैं।
नई दिल्ली, जेएनएन। Shah Rukh Khan: शाह रुख खान को दुनियाभर में चाहने वालों की कोई कमी नहीं है, उनकी एक झलक के लिए फैंस घंटों-घंटों तक उनके बांद्रा स्थित बंगले मन्नत के बाहर खड़े रहते हैं। किंग खान भी स्पेशल अवसर पर अपने फैंस को बिल्कुल भी निराश नहीं करते और उनसे आकर रूबरू होते हैं।
अब हाल ही में एक पश्चिम बंगाल की रहने वाली 60 साल की शिवानी ने मरने से पहले अपनी इच्छा जाहिर करते हुए कहा कि वह एक बार शाह रुख खान से मिलना चाहती हैं और उन्हें खाना खिलाना चाहती हैं।
कैंसर से पीड़ित हैं 60 साल की शिवांगी
शाह रुख खान की फैन शिवांगी की दिली तमन्ना है कि वह अपनी आंखें बंद करने से पहले एक बार बॉलीवुड के बादशाह से मिलकर जाए। सेलिब्रिटी फोटोग्राफर विरल भयानी ने हाल ही में अपने इंस्टाग्राम पर 60 साल की कैंसर पीड़ित महिला का एक पोस्ट शेयर किया।
इस पोस्ट में उन्होंने ये जानकारी शेयर करते हुए बताया कि महिला ने कहा, "मैं अपने दिन गिन रही हूं, क्योंकि डॉक्टर्स ने ये कह दिया है कि मैं बहुत ज्यादा नहीं जी पाऊंगी। मेरी एक विश है, जिसे आप मेरी लास्ट विश भी कह सकते हैं। मैं मरने से पहले शाह रुख खान से मिलना चाहती हूं।
मैं उन्हें निजी तौर पर मिलना चाहती हूं"। महिला ने ये भी बताया कि वह शाह रुख खान को बंगाली खाना खिलाना चाहती हैं।
सोशल मीडिया पर लोगों ने कही ये बात
इस पोस्ट पर यूजर्स अलग-अलग तरह की प्रतिक्रिया जाहिर कर रहे हैं। एक यूजर ने कमेंट करते हुए लिखा, "मैं दुआ करूंगा कि आपकी ये विश जरूर पूरी हो"। दूसरे यूजर ने लिखा, "शाह रुख खान पक्का अपनी इस फैन से मिलेंगे"। एक अन्य यूजर ने लिखा, "शाह रुख खान आप हम सबके पसंदीदा हैं, प्लीज इनकी ये विश जरूर पूरी करियेगा"।
आपको बता दें कि किंग खान जब कोलकाता नाइट राइडर्स का दूसरा मैच देखने के लिए कोलकाता के इडन गार्डन पहुंचे थे, तो उस दौरान भी उन्होंने अपने एक दिव्यांग फैन से मुलाकात की थी, जो उनकी टीम के सभी मैच देखने आता था। जिस तरह से शाह रुख खान ने फैन पर प्यार लुटाया था, उसकी हर जगह प्रशंसा हुई थी।