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    'हमें कुछ मिला नहीं...' Karisma Kapoor के बच्चों की हाईकोर्ट में दलील, फर्जी वसीयत से क्या करना चाहती हैं प्रिया?

    Updated: Fri, 26 Sep 2025 08:28 PM (IST)

    करिश्मा कपूर के पूर्व पति संजय कपूर के निधन के बाद उनकी 30 हजार करोड़ की संपत्ति को लेकर परिवार में विवाद हो गया है। करिश्मा के बच्चे समायरा और कियान अपने पिता की संपत्ति में हिस्सा पाने के लिए दिल्ली उच्च न्यायालय पहुंच गए हैं। न्यायालय ने संपत्ति विवाद में शामिल सभी पक्षों को संपत्ति के विवरण मीडिया के साथ साझा न करने का निर्देश दिया है।

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    संजय कपूर संपत्ति विवाद में आया नया मोड़ (फोटो-इंस्टाग्राम)

    एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। करिश्मा कपूर के पूर्व पति संजय कपूर का इसी साल जून में निधन हो गया था। अब उनका पूरा परिवार उनकी 30 हजार करोड़ की प्रॉपर्टी के लिए लड़ रहा है। संजय के अंतिम संस्कार में साथ मौजूद होकर पूरे परिवार ने जो एकता दिखाई थी वो संपत्ति को लेकर अब कमजोर पड़ता नजर आ रहा है।

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    प्रिया कपूर ने डाली था अदालत में याचिका

    करिश्मा के बच्चे, समायरा और कियान अपने दिवंगत पिता की संपत्ति में अपना हिस्सा पाने के लिए दिल्ली उच्च न्यायालय पहुंच गए हैं। पीटीआई के अनुसार, शुक्रवार को अदालत प्रिया कपूर की उस याचिका पर सुनवाई कर रही थी जिसमें उन्होंने अपने दिवंगत पति की व्यक्तिगत संपत्तियों और देनदारियों की सूची सीलबंद लिफाफे में दाखिल करने की अनुमति मांगी थी।

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    संपत्ति विवाद को लेकर चल रहा है पूरा विवाद

    न्यायमूर्ति ज्योति सिंह ने निर्देश जारी करते हुए कहा, "वसीयत की एक प्रति प्रतिवादी को इस वचन के साथ दी जाए कि इसका इस्तेमाल गुप्त रूप से किया जाएगा और पक्षकार या वकील इसे सार्वजनिक नहीं करेंगे।" न्यायालय ने दिवंगत संजय कपूर की संपत्ति के विवाद में शामिल सभी पक्षों को उनकी व्यक्तिगत संपत्ति और देनदारियों सहित अन्य विवरण मीडिया के साथ साझा न करने पर रोक लगा दी।

    प्रिया कपूर के वकील ने क्या दी दलील

    एनडीटीवी के अनुसार, प्रिया कपूर के वकील, वरिष्ठ अधिवक्ता राजीव नायर ने कहा कि वे नहीं चाहते कि अदालत में शेयर की गई जानकारी सार्वजनिक हो। उन्होंने कहा, "यह अदालत पर निर्भर करता है कि वह इसे लागू करना चाहती है या नहीं, लेकिन कम से कम किसी को भी अदालत के बाहर इस मामले पर चर्चा नहीं करनी चाहिए। जब ​​तक सभी इस बात पर सहमत नहीं हो जाते कि इसे आम जनता के साथ शेयर नहीं किया जाएगा, मैं इसे न्यायाधीश पर छोड़ता हूं, हमें कोई रास्ता निकालना होगा।"

    गोपनीयता का हो रहा गलत इस्तेमाल

    न्यायमूर्ति ज्योति सिंह ने कहा कि सब कुछ जनता की नजरों से दूर रखने से दोनों पक्षों को फायदा होगा और उन्होंने पूछा कि गोपनीयता कैसे सुनिश्चित की जा सकती है। इस पर, करिश्मा के बच्चों का प्रतिनिधित्व कर रहे महेश जेठमलानी ने कहा, "इस मामले में गोपनीयता एक ऐसी आड़ है जिसके तहत आप संपत्ति को बर्बाद कर देते हैं। क्या यह मामला ऐसा है जिसके लिए गोपनीयता की आवश्यकता है? मुझे नहीं लगता कि इसकी आवश्यकता है। मुझे इस मामले में प्रकाश की आवश्यकता है क्योंकि मुझे संपत्ति के बारे में नहीं बताया गया है।"

    बैंक खाते कर दिए गए खाली

    उन्होंने आगे कहा, "वसीयत के तहत संपत्ति प्रिया कपूर ने अपने नाम कर ली थी। इस फर्जी वसीयत के अनुसार, करिश्मा कपूर के बच्चों को सब कुछ नहीं दिया जा रहा है। दो बैंक खाते खाली कर दिए गए हैं, और एक कंपनी में 6% हिस्सेदारी प्रतिवादी को दे दी गई है।"

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