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    सलीम खान के 'इंदौर' छोड़ते ही प्रेमी हुए थे बर्बाद, Salman Khan के पिता के बारे में क्या आपको पता है ये बात

    Updated: Fri, 30 Aug 2024 12:18 PM (IST)

    सलमान खान के पिता सलीम खान (Salim Khan) ने फिल्म इंडस्ट्री में अपनी जगह बनाने के लिए काफी संघर्ष किया है। सलीम खान और जावेद अख्तर की जोड़ी ने अपनी लिखने की कला से एक के बाद एक सुपरहिट फिल्में दी। हालांकि जब सलीम साहब अपना घर इंदौर छोड़कर मुंबई में शिफ्ट हुए तो उनके दोस्तों का बहुत नुकसान हुआ।

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    सलीम खान की वजह से प्रेमियों का हुआ था नुकसान/ फोटो- Jagran Graphic

    एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। हिंदी सिनेमा के दिग्गज राइटर सलीम खान का इंडस्ट्री में सफर आसान नहीं रहा है। बॉलीवुड में अपनी जगह बनाने के लिए उन्होंने काफी हाथ-पैर मारे हैं। सलीम खान और जावेद अख्तर की जोड़ी ने मिलकर जंजीर, शोले, त्रिशूल, हाथी मेरे साथी और सीता-गीता सहित कई सुपरहिट फिल्में दी।

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    दोनों इंडियन फिल्म इंडस्ट्री के सबसे ज्यादा फीस लेने वाले इकलौते राइटर थे। सलीम खान और जावेद अख्तर की डॉक्युमेंट्री सीरीज में उनकी जिंदगी से जुड़े कई ऐसे पहलुओं के बारे में पता चला, जिसके बारे में शायद ही कोई जानता था।

    कैसे सलीम खान की वजह से इंदौर के कई आशिकों की प्रेम कहानी बनते-बनते रह गई, इसका खुलासा खुद उन्होंने किया।

    सलीम खान पर निर्भर थी इंदौर में दोस्तों की प्रेम कहानी

    20 अगस्त को सलीम खान (Salim Khan) और जावेद अख्तर की डॉक्यु सीरीज 'एंग्री यंग मैन' अमेजन प्राइम वीडियो पर रिलीज हुई थी। इस सीरीज में ही सलीम-जावेद ने अपने संघर्ष के दिनों को याद करते हुए कई किस्से शेयर किये थे।

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    सलीम खान ने उस समय को याद किया जब वह इंदौर में रहते थे और उनके दोस्तों के साथ-साथ कई और लोग भी उनसे अपनी गर्लफ्रेंड के लिए प्रेम पत्र लिखवाते थे। उन्होंने कहा, "सबसे पहले मैंने लोगों के लव लैटर लिखने से शुरू किया, क्योंकि उससे पहले मुझे ये बात नहीं पता थी कि मैं लिख भी सकता हूं। जब मैंने इंदौर छोड़ा, वह सब बर्बाद हो गए, जिनके लैटर मैं लिखता था। वह मुझे खबर भेजते थे कि तुमने हमें बर्बाद कर दिया। सलीम खान ने ये भी बताया कि जब वह इंदौर में एक शादी अटेंड करने गए थे तो वहां पर फिल्ममेकर के.अमरनाथ आए थे, जिन्होंने उन्हें मुंबई आकर एक्टर बनने की सलाह दी थी।

    1000 रुपए लेकर आए थे मुंबई

    सलीम खान ने कई पुराने इंटरव्यू में ये बता चुके हैं कि जब वह मुंबई आए थे तो उनकी पॉकेट में महज एक हजार रुपए थे। उन्होंने मुंबई में सर्वाइवल के लिए अपने पिता से भी कभी पैसे नहीं मांगे। 88 साल के राइटर ने 'एंग्री यंग मैन' सीरीज में ये भी बताया कि जब वह पहली दफा मुंबई आए थे, तो उन्होंने अपनी पहली फिल्म 'बारात' में एक्टर अजीत के छोटे भाई का रोल दिया। उनका मकान खाली थी, जिसमें उन्होंने सलीम खान को रहने की जगह दी थी। सलीम खान ने बताया कि उन्होंने उनसे ये तक कहा था कि जब तक ये घर बिक नहीं जाता, तब तक तुम यही रहो"। 

    हालांकि, सलीम साहब की किस्मत इतनी खराब थी कि जब वह मुंबई में उनके घर पर शिफ्ट हुए, तो कुछ समय बाद ही वह बिक गया और फिर ड्रीम सिटी में रहने के लिए वह मरीन ड्राइव के 'मरीना हाउस' में शिफ्ट हो गए। वहीं से उनके संघर्ष की कहानी शुरू हुई। 

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