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    Republic Day 2020: बॉलीवुड की ये 6 फिल्में, जिन्होंने संविधान की धाराओं और अधिकारों को पर्दे पर दिखाया

    By Mohit PareekEdited By:
    Updated: Fri, 24 Jan 2020 08:21 AM (IST)

    Republic Day 2020 26 जनवरी के अवसर पर जानते हैं कि आखिर वो कौन सी फिल्में हैं जिनमें संविधान की धारा अधिकार को लेकर बात की गई है... ...और पढ़ें

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    Republic Day 2020: बॉलीवुड की ये 6 फिल्में, जिन्होंने संविधान की धाराओं और अधिकारों को पर्दे पर दिखाया

    नई दिल्ली, जेएनएन। पूरा देश 26 जनवरी की तैयारियों में जुटा है। 26 जनवरी 1950 भारत के इतिहास का वो दिन है, जिस दिन भारत का संविधान लागू हुआ था। भारत का संविधान ही वो ताकत है, जो दुनिया में हिंदुस्तान का दर्जा काफी ऊंचा करता है। वहीं बच्चों की किताब से लेकर फिल्मी पर्दे तक इस गुणगान भी होता रहता है। ऐसे में आज हम जानते हैं कि किन-किन फिल्मों में भारत के संविधान यानी उनके कानून, नियम, सेक्शन, आर्टिकल की अहम चर्चा की गई है और फिल्म संविधान के इर्द-गिर्द ही घूमती है।

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    आर्टिकल 15: साल 2019 में रिलीज हुई इस फिल्म में 'आर्टिकल-15' की चर्चा की गई है। आपको बता दें कि आर्टिकल 15 कहता है कि राज्य अपने किसी नागरिक के साथ केवल धर्म, जाति, लिंग, नस्ल और जन्म स्थान या इनमें से किसी भी आधार पर कोई विभेद नहीं करेगा। इस फिल्म में दुष्कर्म के केस के जरिए आर्टिकल 15 के बारे में बताया गया था और फिल्म में आयुष्मान खुराना अहम किरदार में नजर आए थे।

    सेक्शन 375: 2019 में भी यह फिल्म आई थी, जिसमें कोर्ट ड्रामा के जरिए भारतीय दंड संहिता की धारा 375 को लेकर चर्चा की गई थी। इस धारा के अनुसार यदि कोई व्यक्ति 18 वर्ष से कम उम्र की लड़की के साथ उसकी सहमति से भी संबंध बनाता है, तो यह अपराध भी दुष्कर्म की श्रेणी में ही माना जाता है। फिल्म में सेक्शन के गलत इस्तेमाल को लेकर बहस हुई और फिल्म में ऋचा चड्ढा और अक्षय खन्ना नजर आए थे।

    अलीगढ़: फिल्म अलीगढ़ में भी धारा 377 की बात की गई थी। समलैंगिकों के अधिकार के लिए बने धारा 377 की बात इस फिल्म में की गई थी, जिसमें मनोज वाजपेयी ने एक एलजीबीटीक्यू कम्यूनिटी के शख्स का किरदार निभाया था।

    ऑफ माय गॉड: परेश रावल स्टारर फिल्म 'ओह माय गॉड' भी भारतीय के मजबूत संविधान को बल देने वाली फिल्म है, जिसमें परेश रावल का किरदार भगवान के खिलाफ भी केस कर देता है। इस फिल्म में 'एक्ट ऑफ गॉड' की चर्चा की गई थी।

    न्यूटन: एक्टर राजकुमार राव की फिल्म न्यूटन में संविधान के अहम अधिकार यानी वोटिंग के अधिकार पर बात की गई थी। इस फिल्म में राजकुमार राव को एक नक्सली इलाके में वोटिंग की जिम्मेदारी दी जाती है और राजकुमार राव वोटिंग करवान के लिए सुरक्षा बलों से भी भीड़ जाते हैं।

    हैदर: फिल्म हैदर में भी कश्मीरी की हालत पर चर्चा की गई थी और फिल्म 'अफस्पा' को लेकर बात की गई थी। फिल्म में शाहिद कपूर, तब्बू और केके मेनन ने अहम किरदार निभाया था।