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    हिट एंड रन केस के समय काफी परेशान रहते थे Salman Khan..पुनीत इस्सर ने बताया परिवार से क्या हुई बातचीत

    सलमान खान की एक्शन थ्रिलर गर्व साल 2004 में रिलीज हुई थी। इसी टाइम पर सलमान पर हिट एंड रन का ट्रायल चल रहा था। सलमान उस वक्त काफी ज्यादा परेशान रहते थे। पुनीत इस्सर ने इस मामले में कई बातें बोली हैं। पुनीत ने बताया कि उन्होंने सलमान खान के परिवार से बातचीत की जिन्होंने उन्हें एक्टर को समझाने के लिए कहा।

    By Surabhi Shukla Edited By: Surabhi Shukla Updated: Thu, 03 Jul 2025 06:51 PM (IST)
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    सलमान खान हिट एंड रन केस (फोटो-इंस्टाग्राम)

    एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। अभिनेता-निर्देशक पुनीत इस्सर ने सलमान खान के साथ फिल्म गर्व में काम किया था। फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास परफॉर्म नहीं किया था लेकिन उनकी एक्टिंग की काफी तारीफ हुई थी।

    हाल ही में एक इंटरव्यू में पुनीत ने सलमान खान के बारे में कुछ अनजाने किस्से शेयर किए। उन्होंने बताया कि साल 2002 में जब एक्टर पर हिट-एंड-रन मामला हुआ था तब उनकी लाइफ में काफी उथल-पुथल चल रही थी। उन्होंने बताया कि इस घटना के बाद से सलमान खान बहुत परेशान थे।

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    पुनीत इस्सर ने क्या किया खुलासा?

    सिद्धार्थ कन्नन के यूट्यूब चैनल को दिए इंटरव्यू में बातचीत के दौरान पुनीत ने उस समय को याद किया जब उन्होंने 2004 में सलमान को फिल्म गर्व: प्राइड एंड ऑनर में निर्देशित किया था। यह वही समय था जब सलमान कुख्यात हिट-एंड-रन मामले में उलझे हुए थे। कानूनी लड़ाई और मीडिया की कड़ी जांच के बावजूद, सलमान ने बाहरी दबावों को अपने काम को प्रभावित किए बिना शूटिंग जारी रखी और ध्यान लगाया।

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    परिवार ने एक्टर को क्या दी सलाह?

    उस दौर में सलमान की मानसिकता के बारे में बात करते हुए पुनीत ने कहा कि अभिनेता परेशान थे, लेकिन उनके परिवार ने उन्हें काम पर ध्यान केंद्रित करने के लिए मना लिया। उन्होंने सलमान के पिता और लेखक सलीम खान के साथ अपनी बातचीत को भी याद किया। पुनीत ने कहा, "जाहिर है, वह व्यक्ति (सलमान) परेशान था। आखिरकार, उसके परिवार के सदस्यों ने फैसला किया कि उसे काम शुरू करना चाहिए और उस पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। सलीम साहब ने कहा कि सलमान के जीवन के उस दौर में, उसे सिर्फ काम करना चाहिए। सलीम साहब ने मुझसे कहा कि मैं सलमान को काम में व्यस्त रहने के लिए कहूं, और यह उनके परिवार द्वारा लिया गया सामूहिक निर्णय था। यह सही निर्णय था और उसने वही किया।"

    साल 2002 का था मामला

    सलमान पर 2002 में बांद्रा में फुटपाथ पर रहने वाले एक व्यक्ति पर एसयूवी चढ़ाने का आरोप था। इस घटना में एक शख्स की जान चली गई थी। ये कहा गया कि वह उस समय शराब के नशे में थे। उन पर गैर इरादतन हत्या का आरोप लगाया गया था। हालांकि साल 2015 में बॉम्बे हाई कोर्ट ने सलमान को बरी कर दिया था। जस्टिस एआर जोशी ने कहा कि 49 वर्षीय अभिनेता को दोषी नहीं ठहराया जा सकता क्योंकि अभियोजन पक्ष खान के खिलाफ सभी आरोपों को साबित करने में विफल रहा है। बॉम्बे हाई कोर्ट के फैसले में कहा गया है कि यह साबित करने के लिए पर्याप्त सबूत नहीं हैं कि अभिनेता सलमान खान नशे में थे और टोयोटा लैंड क्रूजर चला रहे थे।

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