Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    पुण्यतिथि पर महान गायक मुकेश को लता मंगेशकर ने किया याद, जानें मुकेश का दिलचस्प सफ़र

    मुकेश ने अपने करियर का आखिरी गाना अपने दोस्त राज कपूर की फ़िल्म के लिए ही गाया था..

    By Hirendra JEdited By: Updated: Sun, 27 Aug 2017 01:29 PM (IST)
    पुण्यतिथि पर महान गायक मुकेश को लता मंगेशकर ने किया याद, जानें मुकेश का दिलचस्प सफ़र

    मुंबई। आज अपने दौर के मशहूर गायक मुकेश की 41 वीं पुण्यतिथि है। संगीत के दीवानों के लिए मुकेश की आवाज़ किसी तोहफ़े से कम नहीं। ‘शो मैन’ राजकपूर की आवाज बन शोहरत की ऊंचाईयां छूने वाले मुकेश को आज सुरों की मल्लिका लता मंगेशकर ने ट्वीट कर याद किया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    22 जुलाई 1923 को जन्में मुकेश ने 1940 से 1976 के बीच सैकड़ों फ़िल्मों के लिए गीत गाए। राज कपूर उन्हें अपनी आत्मा कहते थे। 27 अगस्त 1976 को मुकेश एक शो के लिए अमेरिका गए थे। उसी दौरान वहां दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया था। लता मंगेशकर ने पुण्यतिथि पर अपने प्यारे मुकेश भैया को याद करते हुए आनंद फ़िल्म से उनका गाया एक गीत भी शेयर किया है।

    यह भी पढ़ें: पति आयुष संग धूमधाम से किया अर्पिता ने गणेश विसर्जन, नहीं पहुंच सके सलमान

    गायक मुकेश, जिनका पूरा नाम मुकेशचंद्र माथुर है, ने साल 1951 में फ़िल्म 'मल्हार' और 1956 में फ़िल्म 'अनुराग' का निर्माण किया था। 'अनुराग', 'माशूका' और निर्दोष में उन्होंने बतौर हीरो अभिनय भी किया। हालांकि प्रोड्यूसर बनना उनके लिए बुरा अनुभव रहा क्योंकि उनकी फ़िल्में दर्शकों पर प्रभाव डालने में कामयाब नहीं हो सकीं। इंडस्ट्री में मुकेश के लिए शुरुआती दौर मुश्किलों भरा था। अभिनेता और निर्माता बनने की अपनी इच्छा को छोड़कर मुकेश उसके बाद पूरी तरह से बस गायकी ही करने लगे! उसके बाद शुरू हुआ उनका सुनहरा सफ़र।

    50 के दशक से मुकेश को एक पहचान मिलनी शुरू हुई। उन्हें शोमैन राजकपूर की आवाज कहा जाने लगा। बहरहाल, 70 के दशक तक मुकेश उस वक्त के हर बड़े स्टार की आवाज बन गए थे। साल 1970 में मुकेश को मनोज कुमार की फ़िल्म ‘पहचान’ के गीत के लिए दूसरा फिल्मफेयर मिला और फिर 1972 में मनोज कुमार की ही फ़िल्म के गाने के लिए उन्हें तीसरी बार फिल्मफेयर अवॉर्ड दिया गया।

    मुकेश तब ज्यादातर कल्याण जी-आंनद जी, लक्ष्मीकांत प्यारेलाल और आरडी बर्मन जैसे बड़े संगीतकारों के साथ ही काम किया करते थे। साल 1974 में फ़िल्म ‘रजनीगंधा’ के गाने के लिए मुकेश को नेशनल फ़िल्म अवॉर्ड दिया गया। साल 1976 में यश चोपड़ा की फ़िल्म ‘कभी कभी’ के टाइटल सॉन्ग के लिए मुकेश को अपने करियर का चौथा फिल्मफेयर मिला।

    यह भी पढ़ें: मनमुटाव की ख़बरों के बीच सलमान ख़ान और संजय दत्त ने लगाया एक दूसरे को गले, देखें तस्वीरें

    मुकेश ने अपने करियर का आखिरी गाना अपने दोस्त राज कपूर की फ़िल्म के लिए ही गाया था। लेकिन, 1978 में इस फ़िल्म के रिलीज़ से दो साल पहले ही 27 अगस्त को मुकेश का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया।