मृणाल ठाकुर जानें क्यों ट्रेन के आगे कूदकर देना चाहती थी जान!
Mrunal Thakur suicide thought मृणाल ठाकुर ने कहा कि उनके माता पिता चाहते थे कि वह डेंटिस्ट बने लेकिन वह क्राइम जर्नलिज्म करना चाहती थी ताकि वह टीवी पर ...और पढ़ें

नई दिल्ली, जेएनएनl Mrunal Thakur suicide thought: फिल्म अभिनेत्री मृणाल ठाकुर ने कहा कि उन्होंने संघर्ष किया है और उन्हें खुदपर शंका करने की भी समस्या थीl इतना ही नहीं उन्हें आत्महत्या करने के विचार भी आते थेl मृणाल ठाकुर ने यह सारी बातें एक इंटरव्यू में कही हैl मृणाल ठाकुर ने यह भी कहा कि उन्होंने अपने माता-पिता को बड़ी मुश्किल से समझाया कि वह पत्रकारिता की पढ़ाई करना चाहती हैंl जब उन्हें लगा कि यह सही नहीं है, तब उन्हें आत्महत्या के विचार आने लगे और यह और खराब हो गया, जब वह हॉस्टल में अकेली रहती थीl एक इंटरव्यू में मृणाल ठाकुर ने कहा कि उनके माता पिता चाहते थे कि वह डेंटिस्ट बने लेकिन वह क्राइम जर्नलिज्म करना चाहती थी ताकि वह टीवी पर आए और उन्होंने अपने माता-पिता को बड़ी मुश्किल से इसके लिए मनायाl
मृणाल ठाकुर ने कहा, 'मैं सोचती थी अगर मैं अच्छे से नहीं करूंगी तो मैं कुछ नहीं कर पाऊंगी
मृणाल ठाकुर ने कहा, 'मुझपर बहुत ज्यादा उत्तरदायित्व थाl मैं सोचती थी अगर मैं अच्छे से नहीं करूंगी तो मैं कहीं नहीं पहुंच पाऊंगीl मुझे लगता था मेरी शादी 23 साल की उम्र में हो जाएगी और बच्चे हो जाएंगेl मैं वह नहीं चाहती थीl मैं कुछ अलग करना चाहती थीl तब मैं ऑडिशन देती थीl तब मुझे कई मामलों में अच्छा नहीं लगता थाl'
View this post on Instagram
मृणाल ठाकुर ने कहा, 'कई बार मुझे लगता था कि मैं ट्रेन से कूदकर जान दे दूं'
मृणाल ठाकुर ने यह भी कहा कि 15 से 20 साल की उम्र बहुत महत्वपूर्ण होती है क्योंकि लोग कुछ करने का प्रयास करते हैं जो लोग नहीं कर पाते उनमें आत्मविश्वास की कमी होती है और आत्महत्या के विचार आते हैंl उन्होंने कहा, 'मैं बहुत ज्यादा ट्रेन से यात्रा करती थीl मैं दरवाजे पर खड़ी रहती थीl कई बार मुझे लगता था कि मैं कूदकर जान दे दूंl'
View this post on Instagram
मृणाल ठाकुर ने कहा, 'पत्रकारिता सरल विषय नहीं है'
मृणाल ठाकुर ने इस बारे में आगे बताते हुए कहा, 'पत्रकारिता सरल विषय नहीं हैl आपको बाहर से भले अच्छा लगता हो लेकिन अंदर से बहुत मेहनत करनी पड़ती हैl मैं क्रिएटिव पर्सन हूंl मैं स्क्रिप्ट नहीं लिख सकतीl मुझे पढ़ना पसंद नहीं थाl इसके चलते मुझे खुद पर डाउट हो गयाl मैं अपने परिवार से दूर रहती थीl मैं 17 की थी और मुंबई में अकेली रहती थीl आपको अपने भाड़े और खाने का हिसाब रखना पड़ता थाl मेरे पिताजी बैंकर हैं तो अगर मैं अकाउंट से ₹500 भी निकालूं तो उन्हें पता चल जाता थाl'

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।