दादी नूतन को लेकर प्रनूतन को है इस बात का अफसोस, दादा की रही हैं लाड़ली
पिता मोहनीश के बारे में प्रनूतन कहती हैं कि उन्हें लेकर उन्हें इस बारे में अंदाजा है कि उनके पिता की अलग तरह की फैन फॉलोइंग रही है.
अनुप्रिया वर्मा, मुंबई। प्रनूतन बहल मोहनीश बहल की बेटी हैं और अपने फिल्मी करियर की शुरुआत फिल्म नोटबुक से कर रही हैं. हाल ही में जागरण डॉट कॉम से मुलाकात में उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात का अफसोस है कि उनकी मुलाकात दादी नूतन से नहीं हो पायी थी. वह उनके साथ समय नहीं गुजर पायी थीं. चूंकि नूतन की मृत्यु पहले ही हो गयी थी.
लेकिन अपने दादाजी रजनीश बहल के बारे में वह बताती हैं कि वह उनकी लाड़ली हुआ करती थी और उनके साथ हर दिन वॉक पर जाया करती थी. हर दिन पोती को सैर कराने ले जाते थे दादाजी. यही नहीं, प्रनूतन की हर बात मानी जाती थी. हमेशा दादाजी को उनकी सारी ख्वाहिशें मानते थे और जो भी प्रनूतन मांगती थीं, उसे देने से कभी इंकार नहीं करते थे. हमेशा उन्हें लाकर दे देते थे.
वहीं पिता मोहनीश के बारे में प्रनूतन कहती हैं कि उन्हें लेकर उन्हें इस बारे में अंदाजा है कि उनके पिता की अलग तरह की फैन फॉलोइंग रही है. उनकी आंखों को लोग बेहद पसंद करते हैं. स्माइल को पसंद करते हैं. खासतौर से कुछ तो लोग कहेंगे शो में उन्हें काफी पसंद किया गया था.
यह पूछे जाने पर कि क्या उनके पिता स्ट्रिक्ट हैं? वह कहती हैं कि वह काफी अनुशासित हैं. वह जानते हैं कि उनके बच्चों के लिए क्या अच्छा है क्या नहीं है. इसलिए हम दोनों ही बेटियां उनकी सारी बातें हमेशा स्वीकारते हैं और हमेशा चाहते हैं कि उनकी ख्वाहिशों को पूरा करें. प्रनूतन कहती हैं कि मगर पापा ने कभी हमें किसी चीज के लिए फोर्स नहीं किया है. बचपन से ही प्रनूतन कई फिल्मों के सेट पर जाया करती थीं. ऐसे में फिल्मों के सेट पर उन्हें बिहाइंड द कैमरा रहने में मजा आता था. उन्हें ट्रॉली शॉर्ट में मजा आता था. चूंकि उन्हें कैमरापर्सन ट्रॉली में बिठा कर झूले की तरह ऊपर-नीचे घुमाया करते थे और उन्हें इसमें काफी मजा आता था. लकिन अब जबकि वह खुद अभिनेत्री बन गयी हैं तो उन्हें समझ आ रहा है कि यह करना आसान नहीं होता है. बता दें कि उनकी फिल्म नोटबुक 29 मार्च को रिलीज हो रही है.