Milind Soman ने उगाई सब्जियां, फोटो शेयर कर पूछी कद्दू की फेवरेट रेसिपी
बॉलीवुड अभिनेता मिलिंद सोमन सोशल मीडिया पर अपनी एक्टिंग और फिटनेस को लेकर काफी चर्चा में रहते हैं। वो अक्सर इंटरनेट पर पर अपने फोटोेज वीडियो शेयर करते रहते हैं। अब उन्होंने अपने ग्रीन हाउस की तस्वीरें शेयर की हैं जिसमें वो ताजा सब्जी तोड़ते नजर आ रहे हैं।

नई दिल्ली, जेएनएन। बॉलीवुड अभिनेता मिलिंद सोमन सोशल मीडिया पर काफी पॉपुलर हैं। वो अक्सर सोशल मीडिया पर अपने वर्कआउट्स के वीडियोज फोटोज शेयर करते रहते हैं। अब उन्होंने अपने ग्रीन हाउस की तस्वीरें शेयर की हैं, जिसमें वो ताजा सब्जी तोड़ते नजर आ रहे हैं।
अभिनेता मिलिंद सोमन ने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम पर एक वीडियो और तेस्वीरें शेयर की हैं। इस बूमरैंग वीडियों में वो कद्दू तोड़ते हुए नजर आ रहे हैं, तो वहीं तस्वीरें में वो अपनी पत्नी के साथ हाथों में कद्दू लिए नजर आ रही हैं।
इस वीडियो और तस्वीर को सोशल मीडिया पर शेयर कर कैप्शन लिखा, ‘लौकी, टमाटर, बैंगन, मिर्च, पालक, मेथी, फूलगोभी, पत्तागोभी और मूली के साथ बड़े मोटे फल देने वाले बागवामी का प्रयास। मुझे लगता है कि ये कद्दू अगले पांच दिनों के लिए।’ उन्होंने आगे फैंस से पसंदीदा कद्दू रेसिपी के बारें में पूछते हुए लिखा, ‘चलो मुझे अपनी फेवरेट कद्दू रेसिपी के बारे में बताएं।’
अभिनेता की इस वीडियो और तस्वीर को उनके फैंस काफी पसंद कर रहे हैं। साथ ही बॉलीवुड कलाकर और फैंस कमेंट कर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। वीडियो में अंकिता कंवर ने प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, ‘ठीक है फैंस मैं आपकी बात सुन रही हूं।’ अभिषेक आशा मिश्रा ने लिखा, ‘आप पेठा बना सकते हैं।’ शिबानी ने फोटो, वीडियो पर कमेंट कर लिखा, ‘अब सभी रेसिपीयों को सीख ने के लिए इसको हमारे पास लाएं।’ वहीं एक फैंस ने कमेंट कर लिखा, ‘कद्दू की सब्जी के साथ पूरी बेस्ट कॉम्बिनेशन है।’
हाल ही में कोरोना वायरस से स्वास्थ होने के बाद प्लाज्मा डोनेट करने गए लेकिन कुछ परेशानी के चलते उन्हें डॉक्टर ने लौटा दिया। इसकी जानकारी उन्होंने अपने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर कर दी थी। इस पोस्ट को सोशल मीडिया पर शेयर कर उन्होंने लिखा, 'आज मुंबई प्लाजमा डोनेट करने गया था लेकिन मेरे पास पूरी ऐंटीबॉडीज नहीं थीं।'
उन्होंने आगे लिखा, 'प्लाज्मा थैरेपी पूरी तरह 100 फीसदी प्रभावशाली साबित नहीं हुई है लेकिन माना जाता है कि ये मदद कर सकती है। इसलिए मैंने सोचा कि मैं जो भी कर सकता हूं मुझे करना चाहिए। ऐंटीबॉडीज कम होने का सामान्य मतलब है कि मुझे बहुत हल्के लक्षण थे और मैं एक और संक्रमिण से लड़ सकता हूं, लेकिन किसी दूसरे व्यक्ति की मदद नहीं कर सकता हूं, थोड़ा निराश हूं।'
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