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    Manoj Pahwa ने कॉमेडियन की छवि तोड़ी, अब निभा रहे हैं गंभीर भूमिकाएं; आर्यन खान के साथ काम करने का बताया अनुभव

    फिल्मी दुनिया में ज्यादातर कलाकार किरदार के मुताबिक खुद में बदलाव करते हैं। कॉमेडी की दुनिया पर राज करने वाले कुछ सितारे अपने अभिनय का टेलैंट भी लोगों को दिखा चुके हैं। इनमें से एक मनोज पाहवा का नाम भी हैं। जिन्होंने अपने फिल्मी सफर पर खुलकर बात की। साथ ही बताया कि आर्यन खान के साथ काम करने का उनका अनुभव कैसा रहा है।

    By Deepesh pandey Edited By: Sahil Ohlyan Updated: Sun, 13 Apr 2025 07:00 AM (IST)
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    मनोज पाहवा ने फिल्मी करियर पर बात की (Photo Credit- Jagran)

    दीपेश पांडेय, मुंबई। मनोज पाहवा, जिन्हें वर्षों तक कॉमेडी अभिनेता के रूप में पहचाना गया, आजकल अपनी भूमिकाओं में व्यापक बदलाव लेकर आ रहे हैं। हाल ही में रिलीज हुई वेब सीरीज ‘चमक : द कनक्लूजन’ में वह एक संगीत कंपनी के मालिक प्रताप सिंह की भूमिका में नजर आए। दीपेश पांडेय के साथ बातचीत में उन्होंने अपनी छवि, करियर में आए बदलाव और भविष्य की योजनाओं पर बात की।

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    कॉमेडी की छवि से बाहर आने पर बोले मनोज पाहवा

    उन्होंने कहा, 'किसी कलाकार के लिए यह बहुत अच्छी बात है कि उसे इतने वर्षों में जो टाइपकास्ट कर दिया गया था, उससे कुछ अलग करने का भी मौका मिल रहा है। ‘मुल्क’ जैसी फिल्मों ने मेरी पहचान बदली और अब लोग मुझे इमोशनल और निगेटिव रोल्स के लिए भी कास्ट कर रहे हैं।'

    ‘चमक’ में निभाई गई भूमिका को बताया बदलाव की मिसाल

    उन्होंने कहा, 'प्रताप सिंह की भूमिका मेरे लिए एक बड़ा बदलाव थी, पहले कोई मुझे इस रोल में सोचता भी नहीं। नकारात्मक पहलू होने के बावजूद यह किरदार निभाना मजेदार रहा।'

    ‘मुल्क’ और अनुभव सिन्हा को दिया श्रेय

    मनोज ने कहा, ‘मुल्क’ और उसके निर्देशक अनुभव सिन्हा को इसका श्रेय जाता है। उन्होंने जोखिम लिया, जबकि बहुत से लोग विरोध में थे कि एक कॉमेडियन को ऐसा रोल क्यों देना।'

    खुद को चमकाए रखने का मंत्र

    पाहवा ने कहा, 'जिस तरह चाकू की धार बनाए रखने के लिए उसे धार लगानी पड़ती है, वैसे ही एक कलाकार को खुद को निखारते रहना पड़ता है। मैं थिएटर करता हूं, अच्छी फिल्में देखता हूं और किताबें पढ़ता हूं, जिससे प्रेरणा मिलती है।'

    पात्र से महीनों तक बाहर न निकल पाने पर दी प्रतिक्रिया

    उन्होंने मजाकिया लहजे में कहा, 'यह बातें बेकार की हैं। एक कलाकार को हर भूमिका को निभाना और छोड़ना आना चाहिए। जैसे बढ़ई को एक कुर्सी बनाने के बाद उसमें महीनों नहीं लगते।'

    पत्नी सीमा पाहवा के निर्देशन में फिर करेंगे काम

    फिल्म ‘रामप्रसाद की तेहरवीं’ में पत्नी सीमा पाहवा के निर्देशन में काम करने पर बोले, “घर छोड़कर तो कहीं जा नहीं सकते। अगला प्रोजेक्ट मैडम के साथ जल्द आने वाला है।'

    आर्यन खान के निर्देशन में काम करने का अनुभव

    उन्होंने कहा, 'युवा निर्देशकों के साथ काम करना हमेशा सीखने का मौका देता है। आर्यन के साथ काम करके सीखा कि परफॉर्मेंस में क्या-क्या और जोड़ा जा सकता है।'

    कॉमेडी से रिश्ता अब भी बरकरार

    मनोज ने कहा, 'कॉमेडी मुझे अब भी बहुत पसंद है और आज भी मैं उसे करता हूं। लोग समझते हैं कि यह आसान होती है, लेकिन यह सबसे कठिन शैली है।'