Mahabharat में द्रौपदी का चीर हरण कर फंस गए थे दुर्योधन बने पुनीत इस्सर, जारी हो गया था गैर जमानती वारंट
Mahabharat Duryodhan aka Puneet Issar महाभारत दूरदर्शन का बेहद ही सफल टीवी सीरियल रहा था। शो के हर के किरदार ने महाभारत से खूब नाम कमाया लेकिन शो के कुछ एक्टर्स ऐसे भी थे जिनके खिलाफ नेगेटिव कैरेक्टर प्ले करने की वजह से वारंट तक जारी हो गया था।
नई दिल्ली, जेएनएन। साल 1988 में दूरदर्शन पर प्रसारित हुआ शो महाभारत सीरियल की दुनिया का बेहद ही पॉपुलर शो है। बीआर चोपड़ा और रवि चोपड़ा के इस शो ने आते ही टीवी पर तहलका मचा दिया था। महाभारत के हर किरदार को लेकर दर्शक इतने सेंसिटिव थे कि वे हर एक्टर को रियल लाइफ में भी कैरेक्टर के हिसाब से ही जज करने लगे थे। यहां तक कि महाभारत में दुर्योधन का किरदार निभाने वाले पुनीत इस्सर के खिलाफ गैर जमानती वारंट तक जारी हो गया था क्योंकि उन्होंने सीरियल में द्रौपदी का चीर हरण किया था।
पुनीत इस्सर महाभारत की पूरी टीम के साथ साल 2020 में कपिल शर्मा के शो में आए थे। जहां उन्होंने इस घटना के बारे में बताया था। पुनित ने कहा था कि चीर हरण के सीन ने बनारस के रहने वाले एक शख्स को इतना परेशान कर दिया था कि उसने एक्टर और महाभारत के मेकर्स के ऊपर केस करा दिया था और कोर्ट ने गैर जमानती वारंट भी जारी कर दिया। जिसके बाद एक दिन पुलिस अचानक आई और उन्हें उठाकर जेल ले गई।
पुनित ने कहा, "महाभारत की शूटिंग चल रही थी उस वक्त। मैं एक दिन कहीं जा रहा था कि अचानक से पुलिस मेरे सामने आई और बोली आपको हमारे साथ चलना होगा तो मैंने सोचा मैंने क्या कर दिया हैं, क्या मैंने सिंग्नल तोड़ दिया है ? इतने में उन्होंने बताया कि आपके खिलाफ किसी ने कोर्ट में मामला दर्ज किया है और आपके नाम का वारंट भी जारी हुआ है। पुलिस ने बताया कि बनारस के एक व्यक्ति ने ऐसा किया है क्योंकि आपने जो द्रौपदी का चीरहरण किया था उससे वो काफी दुखी हुआ है। मैंने कहा पकड़ना है तो वेद व्यास को पकड़ो महाभारत तो उसी ने लिखी है। हालांकि, इस मामले को उस वक्त किसी तरह बीआर चोपड़ा और रवि चोपड़ा ने सुलझा लिया।"
28 साल बाद भी चीर हरण ने नहीं छोड़ा पीछा
पुनीत ने आगे बताया कि उस वक्त तो केस रफा-दफा हो गया, लेकिन फिर से 28 साल बाद मेरे खिलाफ केस खुल गया। इसके बाद मुझे एक वकील हायर करना पड़ा और बनारस जाना पड़ा। फिर मुझे पता चला कि उस आदमी ने मेरे साथ सिर्फ फोटो खिंचवाना के लिए केस फिर से खुलवाया था।