'मुझे खुद गंगा मां ने...' Kubra Sait ने ट्रोलिंग पर बोली बड़ी बात, जल्द डेविड धवन की फिल्म में आएंगी नजर
कुब्रा सैत एक भारतीय अभिनेत्री टीवी होस्ट और मॉडल हैं। उन्हें नेटफ्लिक्स के ओरिजिनल शो सेक्रेड गेम्स के पहले सीजन में कुकू के रूप में देखा गया जिससे उन्हें काफी पॉपुलैरिटी मिली। हाल ही में अभिनेत्री शाहिद कपूर की फिल्म देवा में एक पुलिस ऑफिसर के रोल में नजर आई थीं। एक्ट्रेस ने इस मामले में हमसे बात की।

दीपेश पांडेय, मुंबई। हाल ही में रिलीज हुई फिल्म ‘देवा’ में कुब्रा सैत पुलिस अधिकारी की भूमिका में नजर आई थीं। कुब्रा ने बताया कि वो उसी काम में विश्वास रखती हैं, जिससे उनके मन को शांति मिलती है। बीते दिनों वे महाकुंभ में भी गई थीं, जिसके बाद उनको काफी ट्रोल भी किया गया। कुब्रा से उनके महाकुंभ के अनुभवों और अभिनय सफर पर हमसे बातचीत की, आइए जानते हैं बातचीत के कुछ अंश...
महाकुंभ जाने का विचार कैसे आया, वहां के क्या अनुभव रहे?
पहले लोगों को कुंभ पहुंचने के लिए तपस्या करनी पड़ती थी। मुझे गंगा मां का बुलावा था। यह व्यक्तिगत अनुभव है, आप जिस श्रद्धा के साथ वहां जाते हैं,वही आपके साथ वापस आती है। आप कुंभ अपने लिए जाते हैं। मैं इसे जिंदगी का सबसे बेहतर निर्णय मानती हूं। वहां संगम में लगाई डुबकी जिंदगी भर याद रखूंगी।
यह भी पढ़ें: Deva Box Office Collection: आला रे आला देवा आला! बॉक्स ऑफिस पर 9वें दिन हुई शाहिद कपूर की चांदी
उसके बाद इंटरनेट पर आपके धर्म को लेकर भी सवाल उठाए गए, क्या इसका कोई प्रभाव पड़ा?
जब आप ऐसे पवित्र स्थान पर जाते हैं, तो अपनी कोई व्यक्तिगत पहचान याद नहीं रहती। ऐसे स्थानों पर आप स्वयं को पूर्ण होता पाते हैं। लोगों का तो काम है कहना।
‘देवा’ में पुलिस अधिकारी की भूमिका निभाने के बाद ऐसी भूमिकाओं को लेकर क्या राय बनी?
‘देवा’ के पहले भी मैंने वेब सीरीज ‘शहर लखोट’ और प्रकाश झा के निर्देशन में बन रही वेब सीरीज ‘लाल बत्ती’ में भी पुलिस अधिकारी की भूमिका निभाई है। ‘देवा’ मेरे लिए बहुत खास फिल्म थी, क्योंकि इससे मुझे चार साल बाद बड़े पर्दे पर आने का मौका मिला। आज के दौर में अगर डिजिटल प्लेटफार्म पर आपका काम चलने लगता है तो लोग आपको ओटीटी एक्टर कहने लगते हैं।
क्या ‘सेक्रेड गेम्स’ में कोको की भूमिका में मिली लोकप्रियता से वैसी ही छवि में बंधने वाली स्थिति आई थी?
खुशकिस्मत हूं कि मुझे ऐसी तकलीफों का कभी सामना नहीं करना पड़ा, क्योंकि मुझे लगता है कि मैं अनोखी हूं। जिस भूमिका में मुझे लोकप्रियता मिली है, आगे भी उसी तरह की भूमिकाएं निभाने में मुझे कोई तकलीफ नहीं है। अगर कोई कलाकार एक बार बांड (जासूसी पात्र जेम्स बांड) या एंग्री यंगमैन बन गया, तो इसमें कोई बुराई नहीं है।
वेब सीरीज ‘द ट्रायल’ में काजोल के साथ काम किया, अब फिल्म ‘सन आफ सरदार -2’ में उनके पति अजय देवगन के साथ भी काम कर लिया, दोनों की कार्यशैली में क्या अंतर देखती हैं?
काजोल मैम मेरी आदर्श हैं। वह अद्भुत कलाकार होने के साथ-साथ अद्भुत इंसान भी हैं। उनके साथ काम करके मजा आ गया। अजय सर तो अपने ही स्टाइल में काम करते हैं। वो अपने काम को बहुत अच्छी तरह जानते हैं। उनकी खासियत यह है कि इतने बड़े स्टार होने के बावजूद वह सेट पर सभी को साथ लेकर चलते हैं।
डेविड धवन के निर्देशन में वरुण धवन के साथ बन रही फिल्म ‘है जवानी तो इश्क होना है’ भी कर रही हैं...
वरुण और मैं बैरी जान की एक्टिंग क्लास में एक ही क्लास में थे। (हंसते हुए) मेरे लिए यह बहुत अच्छी बात है कि मैं अपने क्लासमेट के साथ काम कर रही हूं। इस फिल्म के लिए जब मैं डेविड सर से मिली, उन्होंने मुझे मेरे रोल के बारे में बताते हुए कहा कि बस इतना है। मैंने कहा कि इतना हो या उतना हो, मेरे लिए यह बहुत बड़ा प्रोजेक्ट है। कोई बेवकूफ ही होगा, जो डेविड सर के साथ काम करने के मौका जाने देगा।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।