Kantara Chapter 1: कभी ऑफिस ब्वॉय और ड्राइवर हुआ करते थे ऋषभ शेट्टी, ऐसे पलटा एक्टर की किस्मत का खेल
ऋषभ शेट्टी की फिल्म कांतारा चैप्टर 1 गुरुवार को दशहरा के मौके पर थिएटर में रिलीज होगी। इस फिल्म ने कन्नड़ एक्टर ऋषभ शेट्टी को ग्लोबली पहचान दिलाई। बीते दिनों मुंबई में कांतारा चैप्टर 1 का ट्रेलर लॉन्च करते हुए एक्टर को वह दिन याद आ गए जब वह मुंबई में एक निर्माता के ड्राइवर हुआ करते थे।

जागरण न्यूजनेटवर्क, मुंबई। ऋषभ शेट्टी आज किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। उन्होंने साल 2022 में रिलीज हुई फिल्म 'कांतारा' में अपने शानदार अभिनय से हर किसी को हैरान कर दिया था। कन्नड़ भाषा में बनी इस फिल्म ने दुनियाभर में 450 करोड़ के आसपास का बिजनेस किया था और इंडिया में 200 करोड़ से ज्यादा की कमाई की की थी।
हालांकि, निर्देशक-एक्टर ऋषभ शेट्टी के लिए दिन हमेशा एक से नहीं थे। बीते दिनों मुंबई में ट्रेलर लॉन्च के दौरान ऋषभ शेट्टी उन दिनों को याद करके भावुक हो गए, जब वह पहली बार मुंबई आए थे और उन्होंने अपने सपनों को पूरा करने की चाह में धक्के खाए थे।
साउथ एक्टर ऋषभ शेट्टी के लिए खास है मुंबई
कई ऐसी जगहें हैं, जहां भले ही लोग रहते न हो, लेकिन वह दिल के करीब होती हैं। कातांरा फिल्म अभिनेता ऋषभ शेट्टी के लिए वह जगह मुंबई है। उन्होंने कहा, 'मुंबई शहर मेरे लिए खास है। साल 2008 में अंधेरी (मुंबई का एक इलाका) के एक प्रोडक्शन हाउस के ऑफिस में मैं ऑफिस ब्वाय था।
इसके साथ ही एक निर्माता का ड्राइवर भी था।
प्रोडक्शन हाउस के बाहर सड़क पर खड़े होकर वड़ा पाव खाते हुए सोचा नहीं था कि यहां तक पहुंचूंगा। 17 साल के बाद सिनेमा ने मुझे यहां तक पहुंचाया है।
इस फिल्म ने पलटी ऋषभ शेट्टी की किस्मत
ऋषभ शेट्टी ने अपने करियर की शुरुआत साल 2012 में फिल्म तुगलक से की थी। इसके बाद उन्होंने उलिदवरु कंदंते जैसी फिल्में की। इन फिल्मों में उन्हें पैसा तो मिला, लेकिन वह पहचान नहीं, जिसकी चाह हर एक्टर को होती है। 2022 में कांतारा से उनकी किस्मत ने ऐसी पलटी खाई कि उन्हें प्रभास और अल्लू अर्जुन जैसे साउथ सुपरस्टार्स की लिस्ट में जोड़ी दिया।
कांतारा की सक्सेस के बारे में बात करते हुए ऋषभ शेट्टी ने कहा, "सिनेमा क्या कर सकता है, मुझे देखकर सोच सकते हैं। कातांरा फिल्म ने इतनी बड़ी पहचान दिलाई है, जो मैंने सोचा नहीं था। इस मौके पर ऋषभ के साथ उनकी पत्नी प्रगति शेट्टी भी मौजूद थीं, जिन्होंने इस फिल्म के कास्ट्यूम डिपार्टमेंट की जिम्मेदारी संभाली है। आगे ऋषभ ने कहा कि प्रगति के लिए भी यह अच्छा मौका है। लोग सोचते होंगे कि मेरी पत्नी हैं, इसलिए डिजाइनर बन गई है। लेकिन उन्होंने मेहनत की है।
इसकी कहानी चौथी और पांचवीं सदी की है, जिसके लिए हमारे पास खास रेफरेंस नहीं था। फिर भी हर किरदार को प्रगति ने कमाल का दिखाया है।
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