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    बॉलीवुड को आखिर लगी किसकी नजर, फ्लॉप होती फिल्मों के पीछे क्या है वजह- मंहगी टिकट या स्टार्स की फीस?

    Reason Behind Increasing Bollywood Films Failure Trend बॉलीवुड में पिछले काफी समय से फिल्में लगातार फ्लॉप होती जा रही है। लॉक डाउन से शुरू हुआ ये ट्रेंड अब तक चला आ रहा है। अब इस मसले पर विवके अग्निहोत्री कंगना रनोट और विवेक वासवानी ने अपनी राय रखी है।

    By Vaishali ChandraEdited By: Vaishali ChandraUpdated: Tue, 16 May 2023 04:54 PM (IST)
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    Reason Behind Increasing Bollywood Films Failure Trend, Twitter

    नई दिल्ली, जेएनएन। Reason Behind Increasing Bollywood Films Failure Trend: भारत की बड़ी इंडस्ट्री में शुमार बॉलीवुड पिछले काफी समय से झटके खा रहा है। लाइमलाइट और चकाचौंध से भरी ये दुनिया हर साल तगड़ा बिजनेस करने के लिए जानी जाती है, लेकिन लॉकडाउन के बाद से फिल्म इंडस्ट्री लगातार हिचकोले खा रही है।

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    बड़े स्टार्स की फिल्में भी धाराशाई

    पिछले कुछ सालों में उन स्टार्स की फिल्में भी बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह पिट गई, जो हिट फिल्म के लिए गारंटी समझे जाते थे। एक फ्लॉप फिल्म अपने पीछे भारी नुकसान छोड़ जाती है। स्टार्स का स्टारडम गिरता है तो प्रोड्यूसर्स का दिवालिया निकल जाता है। वहीं, डायरेक्टर्स की क्रेडिबिलिटी पर भी सवाल उठते है।

    महंगी टिकटे कर रही मोह भंग

    बॉलीवुड की खराब होती हालत के पीछे कई बड़े फिल्ममेकर्स का मानना है कि मल्टीप्लेक्स में महंगी टिकटे फिल्मों से लोगों का मोह भंग करती जा रही है। आम आदमी के लिए परिवार के साथ फिल्म देखने का प्लान बनाना ही दुविधा में डाल देता है, एक बार एक शो देखने का मतलब है हजारों का बिल भरना पड़ सकता है।

    स्टार्स की आसमान छूती फीस

    वहीं, कुछ का मामना है कि स्टार्स की आसमान छूती फीस भी फिल्मों का भट्टा बैठा रही है। फिल्ममेकर्स अपनी फिल्म में बड़े स्टार्स की पॉपुलैरिटी का फायदा उठाने के लिए उन्हें साइन करते हैं, लेकिन इन एक्टर्स की फीस इतनी जाता होती है कि फिल्म का पूरा बजट बढ़ जाता है और रिलीज के बाद बॉक्स ऑफिस पर फिल्मों के लिए लागत निकालना बहुत मुश्किल हो जाता है।  

    कंगना रनोट की राय

    एक्ट्रेस कंगना रनोट ने फिल्म फ्लॉप के बढ़ते चलन के मसले पर ट्वीट करते हुए कहा, "हमें देश में और अधिक थिएटर चाहिए... हमें और स्क्रीन चाहिए, यह फिल्म बिजनेस के लिए अच्छा नहीं है... यह कहते हुए कि मल्टीप्लेक्स में फिल्म देखना बहुत महंगा हो गया है, दोस्तों/परिवार के साथ जाना का मतलब है एक मिडिल क्लास आदमी के वेतन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है ...इसका कुछ तो समाधान निकालना होगा..."

    विवेक वासवानी का पक्ष

    फिल्ममेकर विवेक वासवानी ने भी एक ट्वीट शेयर करते हुए थिएटर्स में फिल्मों की महंगी टिकट पर सवाल खड़ा किया। उन्होंने सीजीएसटी और एसजीएसटी समेत कई टैक्स को गिनाया और समझाया कि ये टैक्स देखते ही देखते एक टिकट का दाम बढ़ा देते हैं। विवेक वासवानी ने ट्वीट करते टैक्स फ्री टिकट का ढांचा समझाया और कहा, "236/- कम टैक्स 200/-, कम थिएटर किराया 120/- कम डिस्ट्रीब्यूशन रेट 16/-, कम प्रमोशन चार्ज 40/-।"

    उन्होंने आगे कहा, "थिएटर्स में आने के लिए फिल्म को क्यों परेशान होना चाहिए? और जब फिल्म बनने के हर एक कदम पर GST चुकाया जाता है तो फिर सिनेमा को बचाना के लिए इसका पुनर्गठन, बदलाव और फिर से तैयार क्यों नहीं किया जाता?"

    विवेक अग्निहोत्री की सलाह

    सिनेमा के जूझते इस दौर पर विवेक अग्निहोत्री ने भी कमेंट किया। उन्होंने फिल्म के खराब बिजनेस पर बात करते हुए स्टार्स की भारी-भरकम फीस को वजह बताया।

    विवेक ने कहा, "बॉलीवुड बॉलीवुड को मार रहा है। अगर अब बॉलीवुड सितारे, उनका राजवंश और बड़े स्टार्स इस बात के बारे में ना सोचें और अपनी फीस 80% तक कम ना करें और उसे रिसर्च, डेवलपमेंट और राइटिंग में ना लगाए, इन्हें कोई नहीं बचा सकता।"