कमल हासन को आज भी दर्द है कि वो दिवंगत एक्टर दिलीप कुमार के साथ कभी काम नहीं कर पाए
कमल हासन ने बताया कि एक अभिनेता जिसे मैं याद करता हूं और वास्तव में साथ काम करना चाहता था। दिलीप कुमार साहब थे।कमल हासन ने बताया कि मैं उनके साथ ‘थेवर मगन’ बनाना चाहता था। कमल हासन इन दिनों अपनी फिल्म विक्रम का प्रमोशन करने में लगे हुए हैं।
नई दिल्ली, जेएनएन। कमल हासन इन दिनों अपनी अपकमिंग फिल्म 'विक्रम' का प्रमोशन करने में लगे हुए हैं। मेकर्स फिल्म को पैन इंडिया रिलीज करने का प्लान बना रहे हैं। ऐसी दरम्यान कमल हासन ने बताया कि उन्हें दिवंगत एक्टर दिलीप कुमार के साथ काम नहीं कर पाने का अफसोस है। कमल हासन ने बताया कि उन्होंने दिलीप साहब से मिन्नतें की थीं कि तमिल फिल्म Thevar Magan (1992) के हिंदी रीमेक विरासत में वह उनके साथ काम करें लेकिन वह इस बात के लिए राजी नहीं हुए थे।
कमल हासन ने बताया कि एक अभिनेता, जिसे मैं याद करता हूं और वास्तव में साथ काम करना चाहता था। मैंने वास्तव में उनसे उनके साथ काम करने के लिए भीख मांगी, लेकिन उन्होंने अभिनय नहीं करने का फैसला किया, यह दिलीप कुमार साहब थे। कमल हासन ने बताया कि मैं उनके साथ ‘थेवर मगन’ बनाना चाहता था। हालांकि, इस फिल्म को बाद में प्रियदर्शन ने अनिल कपूर और अमरीश पुरी के साथ ‘विरासत’ नाम से हिंदी में रीमेक किया, जिसमें दोनों ने पिता-पुत्र की भूमिका निभाई। कमल ने बताया था कि पिछले साल जुलाई में गुजर गए एक्टर दिलीप कुमार को वह काफी मिस करते हैं। बता दें कि कमल हासन अपने फिल्मी प्रोजेक्ट्स और राजनीतिक बयानों को लेकर सुर्खियों में रहते हैं।
मालूम हो कि साउथ के सुपरस्टार कमल हासन लंबे समय बाद बड़े पर्दे पर नजर आने वाले हैं। उनकी फिल्म ‘विक्रम’ 3 जून को रिलीज होने जा रही है। कमल हासन को लंबे समय बाद पर्दे पर देखने के लिए फैंस उत्साहित हैं। ‘विक्रम’ के मेकर्स और स्टार कास्ट इन दिनों फिल्म के प्रमोशन में लगे हुए हैं। मालूम हो कि कमल हासन ने एक से बढ़कर एक सुपरहिट फिल्में दी हैं। एक्शन ड्रामा में विजय सेतुपति और फहद फासिल के साथ कालिदास जयराम, नारायण, एंटनी वर्गीस और अर्जुन दास भी सहायक भूमिकाओं में हैं। फिल्म में सूर्या का भी कैमियो है। कमल हासन अपनी आगामी फिल्म विक्रम का पूरे भारत में सक्रिय रूप से प्रचार कर रहे हैं और हाल ही में मुंबई में एक कार्यक्रम में अभिनेता-फिल्म निर्माता ने कहा था कि फिल्में एक सार्वभौमिक भाषा बोलती हैं और जीवन के सभी क्षेत्रों के लोगों को एकजुट करती हैं।
कमल हासन ने कहा कि हम ऐसी विविधता और शानदार एकता वाले देश हैं। हम, एक देश के रूप में, एक भाषा नहीं बोलते हैं बल्कि गर्व के साथ राष्ट्रगान गाते हैं। एक संवेदनशीलता है जो हम सभी को जोड़ती है। फिल्में लोगों को एकजुट करने के कर्तव्य में भाग लेती हैं। यह एकमात्र स्थान है जहां सिनेमा हॉल में अपने बगल में बैठे व्यक्ति की जाति और स्थिति की जांच नहीं करते हैं। आप एक टिकट खरीदते हैं और बस।
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