K.L. Saigal के चचेरे भाई ने 10 साल तक सिनेमा पर किया था राज, इस खलनायक से था खास नाता
फिल्मी सितारों का एक्टिंग दुनिया में नाम कमाने का सिलसिला लंबे असरे से चला आ रहा है। मौजूदा समय में करीना कपूर और रणबीर कपूर जैसे बॉलीवुड सिब्लिंग्स की तरह पुराने दौर में कई ऐसे कलाकार रहे जिनके परिवार के सदस्यों ने हिंदी सिनेमा में अपनी छाप छोड़ी थी। आज इस लेख में हम आपको दिग्गज अभिनेता रहे के.एल. सहगल के चचेरे भाई के बारे में बताने जा रहे हैं।

एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। कुंदन लाल सहगल यानी के एल सहगल (K.L.Saigal) हिंदी सिनेमा के वो दिग्गज अभिनेता रहे, जिन्होंने आजादी से पहले अपने दमदार अभिनय से भारतीय फिल्म इंडस्ट्री को दुनियाभर में खास पहचान दिलाई। उनकी तरह उनका एक छोटा कजिन भाई भी था, जिसने अपने एक्टिंग के हुनर से सिनेमा जगत में राज किया था।
आज इस लेख में हम आपको के एल सहगल के उसी छोटे भाई के बारे में बताने जा रहे हैं, जो 1960 से लेकर 1970 के दशक के बीच फिल्मी दुनिया के दिग्गज कलाकारों के फेहरिस्त में शामिल रहे।
कौन था के.एल. सहगल का चचेरा भाई
1932 से लेकर 1947 तक बतौर कलाकार के एल सहगल बॉलीवुड में बतौर एक्टर सक्रिय रहे और इस दौरान उन्होंने कई जिंदा लैश, यहूदी की लड़की और देवदास जैसी कई मूवीज के जरिए फैंस का दिल जीता। उनकी तरह उनके चचेरे भाई मदन पुरी ने भी सिनेमा जगत में खूब नाम कमाया था।
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फोटो क्रेडिट- ओल्ड इज गोल्ड फिल्म्स/इंस्टाग्राम
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दरअसल के एल सहगल के पिता अमरचंद सहगल और मदन पुरी के पिता एस निहाल सिंह पुरी दोनों कजिन भाई थे।
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इस आधार पर सहगल और मदन के बीच भी चचेरे भाई का रिश्ता था।
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के एल सहगल मदन पुरी से काफी बड़ी थे और मदन को एक्टिंग की विरासत उनसे ही मिली थी।
इस एक्टर के सगे भाई थे मदन पुरी
सिर्फ के एल सहगल ही नहीं बल्कि मदन पुरी का हिंदी सिनेमा में लीजेंड खलनायक के तौर पर अपनी पहचान बनाने वाले अभिनेता अमरीश पुरी के साथ भी खास नाता था। दरअसल अमरीश और मदन दोनों सगे भाई थे। मदन अमरीश से बड़े थे और छोटे भाई के डेब्यू से पहले उन्होंने फिल्मी दुनिया में खूब शोहरत हासिल कर ली थी।
फोटो क्रेडिट- ओल्ड इज गोल्ड फिल्म्स/इंस्टाग्राम
10 साल तक रहा था मदन का राज
1960 से लेकर 1970 के दशक में मदन पुरी ने बतौर एक्टर हिंदी सिनेमा में अपनी पकड़ मजबूत की। इस दौर में उन्होंने कई शानदार मूवीज नेगेटिव और पॉजिटिव रोल प्ले कर अपने दमदार अभिनय का लोहा मनवाया। लीड एक्टर के अलावा सबसे अधिक लोकप्रियता उनको साइड रोल में मिली। उनकी कुछ फेमस मूवीज इस प्रकार हैं-
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काला बाजार
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गैम्बलर
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बीस साल बाद
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कश्मीर की कली
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उपकार
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आराधना
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कटी पतंग
गौर करने वाली बात ये है कि बतौर एक्टर 1941 में आई फिल्म खजानची से मदन पुरी एक्टिंग की दुनिया में कदम रखा था और उन्होंने 1940 से लेकर 1950 के दशक में भी खूब फिल्में की हैं, लेकिन 1960 के बाद उनका करियर पीक पर आया और 69 साल की उम्र में 1985 में उन्होंने इस दुनिया को अलविदा कह दिया था।
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