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    बालाकोट एयरस्ट्राइक के पर्दे के पीछे क्या हुआ था? नई वेब सीरीज को लेकर बोले जिमी शेरगिल 'हकीकत तो हकीकत ही रहेगी'

    Updated: Sun, 21 Apr 2024 08:55 AM (IST)

    बॉलीवुड एक्टर जिमी शेरगिल ने सिल्वर स्क्रीन पर कम लेकिन हमेशा याद रखी जाने वाली परफॉर्मेंस दी हैं। मोहब्बतें हो या तनु वेड्स मनु संजीदगी से कई गई उनकी एक्टिंग को हमेशा सराहा गया है। जिमी अब नई वेब सीरीज ‘रणनीति बालाकोट एंड बियांड’ लेकर आ रहे हैं। इस शो में 2019 के बालाकोट एयरस्ट्राइक से जुड़े कुछ सच दिखाए जाएंगे।

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    जिमी शेरगिल वेब सीरीज- रणनीति: बालाकोट एंड बियांड

    दीपेश पांडेय, मुंबई। प्रेम, हिंसा और कॉमेडी से उठकर परिपक्व होने लगा है भारतीय वेब सीरीज का मिजाज और इसकी मिसाल है 25 अप्रैल को जियो सिनेमा पर प्रदर्शित हो रही ‘रणनीति : बालाकोट एंड बियांड’। एयर स्ट्राइक जैसे संवेदनशील मुद्दे को टटोलती-खुरचती इस वेब सीरीज के मुख्य अभिनेता जिमी शेरगिल से दीपेश पांडेय की बातचीत के अंश...

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    बालाकोट एयरस्ट्राइक के पर्दे के पीछे की कहानी दिखाएगी सीरीज

    बालाकोट एयरस्ट्राइक और उसकी पीछे की तमाम गतिविधियों पर बनी है वेब सीरीज ‘रणनीति: बालाकोट एंड

    बियांड’। इस सीरीज में अभिनेता जिमी शेरगिल भारतीय खुफिया विभाग के अधिकारी की भूमिका में नजर आएंगे। जिमी कहते हैं, ‘मुझे नहीं लगता है कि इससे पहले ऐसा कुछ बना है, जिसमें पता चले कि बालाकोट एयरस्ट्राइक के दौरान पर्दे के पीछे क्या हुआ था। जब इसकी स्क्रिप्ट मेरे पास आई थी, तो मुझे बहुत पसंद आई। इससे मुझे काफी कुछ सीखने और जानने को मिला।

    ऐसे-ऐसे गुमनाम नायक हैं, जो देश के लिए जंग जीतते हैं और फिर दोबारा भीड़ में खो जाते हैं। लोगों को इनके बारे में पता भी नहीं चलता है। जो घटना पुलवामा से होकर बालाकोट तक जाती है, वह तो सभी जानते हैं, लेकिन उसके पीछे क्या-क्या हुआ, वो इस शो में पता चलेगा।’

    'हकीकत तो हकीकत ही रहेगी'

    ‘देश में कोई छोटी-मोटी चीज भी होती है, तो भी सवाल उठते हैं। यह तो बहुत बड़ी घटना थी। कुछ लोगों के हर चीज को लेकर विचार चलते रहते हैं कि फलां चीज ऐसे नहीं, वैसे हुई थी। कुछ तो बोलते हैं कि ऐसी कोई एयरस्ट्राइक हुई ही नहीं थी, लेकिन जो हकीकत है वो हकीकत तो रहेगी ही। हमारी कोशिश भी वही सच दिखाने की है। जब बालाकोट एयरस्ट्राइक हुई, तब मैं चंडीगढ़ के आस-पास शूट कर रहा था। मुझे बताया गया था कि ऐसा कुछ हुआ है और फ्लाइट्स जल्द ही रद्द होने वाली हैं। जल्द से जल्द सभी को वापस मुंबई जाना होगा। उसके बाद हमने शूट कैंसिल किया।

    जिमी ने बताया, 'उस समय मुझे सीधे मुंबई की फ्लाइट नहीं मिली थी, तो मुझे वाया दिल्ली होकर आना पड़ा था। देश की सीमा पर खड़ा जवान हो या देश का आम नागरिक, ऐसी घटनाएं सभी के लिए बहुत बड़ी चीज होती हैं।’

    ओटीटी के लिए अच्छी स्टोरीज बन रही हैं

    ‘रंगबाज’, ‘योर आनर’ और ‘कालर बंब’ जैसी वेब सीरीज कर चुके जिमी को डिजिटल प्लेटफार्म काफी रास आ रहा है। वह कहते हैं, ‘ओटीटी पर लिखाई तो अच्छी हो रही है। यहां कहानी आठ-दस एपिसोड में कही जाती है और आधा-एक घंटे का एक एपिसोड होता है। ऐसे में जब आप केंद्रीय भूमिका निभाते हैं, तो उसमें कई पहलू दिखाने के मौके मिल जाते हैं। इसीलिए मेरी कोशिश रहती है कि अगर कोई अच्छा ऑफर आता है, तो साल-डेढ़ साल में एक वेब सीरीज कर लूं।

    ‘चूना’ वेब सीरीज मेरे लिए कुछ अलग थी तो वो की। उससे पहले ‘रंगबाज’ और ‘योर ऑनर’ थी। ‘योर आनर’ तो मेरे लिए बहुत खास रहेगी। आज भी जब लोग आकर मुझसे मिलते हैं और इस शो की बात करते हैं, तो बहुत खुशी होती है।’

    एक साथ कई काम

    फिल्मों और वेब सीरीज के साथ-साथ पंजाबी सिनेमा भी कर रहे जिम्मी कई प्रोजेक्ट्स में मेहमान भूमिकाएं भी निभाते हैं। इसके संतुलन पर वह कहते हैं, 'सबसे जरूरी है कि काम लगातार करते रहना चाहिए। कई बार एक साथ कई काम चल रहे होते हैं। जैसे कभी-कभी आप कोई प्रोजेक्ट केंद्रीय भूमिका में कर रहे हैं, उसी के साथ कोई पंजाबी फिल्म भी कर रहे होते हैं। इसी बीच आपको दो-तीन दोस्तों या निर्माताओं से भी ऑफर आ जाते हैं कि यार हमारी फिल्म में एक मेहमान भूमिका कर दो। हालांकि इससे आपकी केंद्रीय भूमिका वाले प्रोजेक्ट की शूटिंग में विलंब होता जाता है या वो तय समय पर रिलीज नहीं हो पाती हैं। तब लोगों को लगता है कि ये तो मेहमान भूमिकाएं ही निभाता है। वास्तविकता तो केवल आपको पता होती है।'