JFF 2025: कानपुर में तीन दिन चलेगा जागरण फिल्म फेस्टिवल, इन बेहतरीन फिल्मों की होगी स्क्रीनिंग
जागरण फिल्म फेस्टिवल लखनऊ से कानपुर पहुंच गया है। 19 से 21 सितंबर तक रेव 3 मॉल में चलने वाले इस कार्यक्रम में विश्व सिनेमा का अनुभव मिलेगा। पहले दिन जॉली एलएलबी 3 दिखाई जाएगी जिसका निर्देशन सुभाष कपूर ने किया है। इसके अलावा विवेक अग्निहोत्री की बंगाल फाइल्स की स्पेशल स्क्रीनिंग भी होगी।

एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। जागरण फिल्म फेस्टिवल नवाबों के शहर लखनऊ से होते हुए कानपुर पहुंचेगा। विश्व सिनेमा, दमदार कहानियों और अविस्मरणीय स्क्रीनिंग के तीन दिनों का अनुभव लिए शहर कानपुर में ये दर्शकों के मनोरंजन के लिए तैयार है। ये पूरा कार्यक्रम तीन दिन यानी 19 से 21 सितंबर के बीच कानपुर के रेव 3 मॉल में आयोजित किया जाएगा।
तीन दिनों तक कानपुर में चलेगा कार्यक्रम
इसकी टाइमिंग शाम 4 बजे से रखी गई है। कुल तीन दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम में हर अलग-अलग दिन अलग-अलग गेस्ट आएंगे। आपको हम एक-एक करके पूरे प्रोग्राम का विवरण और आने वाले गेस्ट के बारे में जानकारी देते हैं।
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4 बजे इसका शुभारंभ होगा। पहले दिन फिल्म जॉली एलएलबी 3 दिखाई जाएगी। इसके निर्देशक सुभाष कपूर हैं और अक्षय कुमार, हुमा कुरैशी और अरशद वारसी ने लीड रोल निभाया है।
क्या है इसकी कहानी?
इस धमाकेदार कोर्टरूम कॉमेडी में चतुर जॉली मिश्रा और जुगाड़ू जॉली त्यागी खुद को जज त्रिपाठी की अदालत में वापस पाते हैं। कहानी की शुरुआत तीखी नोकझोंक, बेतुके कानूनी दांव-पेंच और दिल को छू लेने वाले पलों का एक रोमांचक सफर शुरू होता है, जहां ये वकील एक-दूसरे को मात देने, बाजी मारने और बातों से आगे निकलने की कोशिश करते हैं। हंसी-मज़ाक, नाटकीय मोड़ से भरी ये कहानी आपको एक मनोरंजक अनुभव प्रदान करेगी।
- जेएफएफ लिटिल लाइट्स - युवा आवाज़ों का उत्सव (18 वर्ष से कम आयु के बच्चों के लिए)
अपनी शुरुआत से ही, जेएफएफ ने मुख्य रूप से 18 वर्ष से अधिक आयु के दर्शकों के लिए फ़िल्में तैयार की हैं। हालांकि, अपनी टैगलाइन "सभी के लिए अच्छा सिनेमा" के अनुरूप, इस वर्ष, महोत्सव सुबह के समय बच्चों के लिए एक विशेष सेक्शन रखा जाएगा।
कानपुर में किन फिल्मों की होगी स्क्रीनिंग?
20 सितंबर 2025: बाईसाइकिल डेज़ (निर्देशक: देवयानी अनंत)
क्या है इसकी कहानी?
अपने छोटे बेटे के जन्मदिन पर, एक छोटी सी स्थानीय दुकान पर काम करने वाला एक साधारण पिता, अपने बॉस से इस दिन को खास बनाने के लिए थोड़ी सी एडवांस राशि की गुहार लगाता है। अपने पास बचे थोड़े से पैसों से, वह एक सेकंड-हैंड साइकिल खरीद लेता है। एक ऐसा उपहार जिससे उसे उम्मीद है कि उसके बेटे के चेहरे पर खुशी आ जाएगी। लेकिन जब वह उसे यह सरप्राइज़ देता है, तो लड़के का उत्साह कम हो जाता है। पुरानी साइकिल से निराश होकर, वह मुश्किल से उसे स्वीकार करता है। पिता के प्यार की गहराई को वो समझ पाएगा या नहीं यही इसकी कहानी है।
20 सितंबर 2025: अगर मगर लेकिन किंतु परंतु (निर्देशक: गौतम सिद्धार्थ)
इसके अलावा विवेक अग्निहोत्री की बंगाल फाइल्स की भी स्पेशल स्क्रीनिंग की जाएगी।
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