हॉट फिल्मों का गर्म बाजार
हिंदी फिल्मों में इन दिनों तरह-तरह के प्रयोग किए जा रहे हैं। कई तरह की फिल्में बन रही हैं। छोटे बजट और चलताऊ फिल्म को भी दर्शक स्वीकार रहे हैं।
नई दिल्ली। हिंदी फिल्मों में इन दिनों तरह-तरह के प्रयोग किए जा रहे हैं। कई तरह की फिल्में बन रही हैं। छोटे बजट और चलताऊ फिल्म को भी दर्शक स्वीकार रहे हैं। इस साल अब तक रिलीज हुई फिल्मों में 'हेट स्टोरी', 'जन्नत 2' और 'राज 3' ने यह साबित किया है कि चाहे कोई भी दौर हो, हॉट फिल्मों का बाजार हमेशा गर्म रहने वाला है। इन फिल्मों की सफलता से भट्ट कैंप का तो उत्साह और बढ़ गया है। उन्होंने 'मर्डर 3' की भी घोषणा कर दी है। फिल्म संभव है अगले साल फरवरी-मार्च तक रिलीज भी हो जाए।
ऊपर जिक्र की गई फिल्मों में देखें तो इनमें साधारण कहानी होने के साथ ही स्टार कलाकार भी नहीं थे। फिल्म का बजट कम था। इसके बावजूद इन फिल्मों ने मोटा रिटर्न दिया है। सिर्फ बोल्ड कंटेंट और स्किन शो के दम पर ये करोड़ों राशि कमा लेती हैं। ऐसा भी नहीं है कि दोयम हैसियत रखने वाले कलाकार या फिल्मकार को इसकी जरूरत पड़ती है। लीक से हटकर बनी फिल्म 'पान सिंह तोमर' में भी माही गिल और इरफान खान के अंतरंग पल इरादतन डाले जाते हैं।
दीपिका पादुकोण, परिणीति चोपड़ा, विद्या बालन से लेकर करीना कपूर तक को ऐसे सीन फिल्माने में ऐतराज नहीं है। 'कॉकटेल' में दीपिका के बिंदास और बिकनी अवतार का नतीजा था, जिसने सैफ अली खान को 'एजेंट विनोद' के बाद राहत की सांस दी। परिणीति चोपड़ा अपनी फिगर पर काम कर रही हैं। 'इशकजादे' के दौरान कई इंटरव्यू में वे यह स्वीकार कर चुकी हैं कि उन्हें बिकनी गर्ल बनने में कोई ऐतराज नहीं है। अभी उसे कैरी करने के लिए उनकी फिगर उस लायक नहीं है। इसलिए फिगर हासिल करने के बाद वे बिकनी गर्ल बनेंगी। 'द डर्टी पिक्चर' में विद्या क्या धमाल मचा चुकी हैं, यह सबको पता है। 'अय्या' से साल भर बाद सिल्वर स्क्रीन पर वापसी कर रहीं स्थापित नाम रानी मुखर्जी तक को फिल्म में देह-दर्शन और बैले डांस का सहारा लेना पड़ा है। फिल्म का कॉन्सेप्ट भी काफी अलग है। इसकी नायिका, नायक की देह-गंध से प्रभावित होकर उसके प्यार में पड़ जाती है। 'हीरोइन' में करीना कपूर अर्जुन रामपाल के साथ अंतरंग सीन फिल्माती है। फिल्म में उनका किरदार अपने ही एमएमएस लीक करता है।
फिल्मकार भी अपने-अपने तरीके से इसे सही ठहराने में लगे हुए हैं। साफ-सुथरी और पारिवारिक फिल्म बनाने वाले करण जौहर कहते हैं, 'इसमें मैं कोई बुराई नहीं मानता। अगर हम हॉलीवुड से अपनी फिल्मों के बोल्ड कंटेंट की तुलना करें, तो हम कहीं नहीं ठहरते। वैसे भी फिल्मों में वही कुछ दिखाया जाता है, जो देश-दुनिया और समाज में होता है। इस पर इतनी हायतौबा मचाने की जरूरत नहीं है?'
'देल्ही बेली' में स्किन शो नहीं था, लेकिन इसके कंटेंट में अलग किस्म की बोल्डनेस थी। रिलीज के दौरान आमिर खान ने एक इंटरव्यू में कहा था कि काश, इसे स्किन शो वाली फिल्म की श्रेणी में डाल सकते। इसे 'कमीना' किस्म की कॉमेडी फिल्म जरूर कही जा सकती है। यह इंडस्ट्री में बोल्ड फिल्मों की अवधारणा बदल देगी। बाद में ऐसा हुआ भी। फिल्म को लोगों और समीक्षकों दोनों की खूब वाहवाही मिली। उसके कहानीकार अक्षत वर्मा तो उस साल सभी पुरस्कार समारोहों में छाए रहे।
इस बारे में निर्माता-निर्देशक महेश भट्ट कहते हैं, 'आज के दर्शक को ज्यादा से ज्यादा रियलिस्टिक फिल्में पसंद आती हैं। ऐसे में अब फूल से फूल टकराकर सुहागरात के सीन नहीं फिल्माये जा सकते। समाज में लगातार वर्जनाएं भी टूट रही हैं। नए किस्म के रिश्ते बन और बिगड़ रहे हैं। मसलन, विवाहेतर और लिव इन रिलेशनशिप..। इसे मजबूरी कहें या वक्त की मांग, लोग इस किस्म के रिश्ते बना रहे हैं। फिल्मों में ऐसे सब्जेक्ट दिखाए जाते हैं, तो लोग उनसे जुड़ाव महसूस करने लगते हैं। इसलिए इन विषयों पर फिल्में बन और सफल हो रही हैं।'
समाजशास्त्री कुमार आनंद कहते हैं, 'आज की महिलाएं ज्यादा स्वच्छंद, आत्मनिर्भर और विद्रोही स्वभाव की हुई हैं। उनमें जिंदगी का पूर्ण आनंद लेने से लेकर अपने साथी के चयन और उनके दुर्व्यवहार को तनिक भी बर्दाश्त नहीं करने वाली प्रवृत्ति बनी हुई है। तभी लोगों को 'हेट स्टोरी' जैसी फिल्म पसंद आती है। इसके बोल्ड पक्ष को अलग रखें, तो यह बेहद साहसी फिल्म है। बदला लेने वाली औरत किसी भी हद तक जा सकती है, जिसे फिल्म में मसाला का छौंका मारकर दर्शकों के सामने परोसा गया। सनसनी और उत्सुकता दो ऐसी भावनाएं हैं, जिसे हर कोई एंजॉय करना चाहता है। तभी न्यूज चैनल की 'सनसनी' और 'वारदात' हो या फिर 'जिस्म 2' का पोस्टर, लोग खिंचे चले आते हैं।'
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